वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

बोसनिया हरज़ेगोविना: कुछ राजनेता अब भी 'मूल योरोपीय मूल्यों' की अनदेखी कर रहे हैं

ज़. ब. नामक ये व्यक्ति बोसनियो हरज़ेगोविना में युद्ध के दौरान खोए हुए अपने सम्बन्धियों को अभी तक तलाश कर रहा है
UNDP Eurasia
ज़. ब. नामक ये व्यक्ति बोसनियो हरज़ेगोविना में युद्ध के दौरान खोए हुए अपने सम्बन्धियों को अभी तक तलाश कर रहा है

बोसनिया हरज़ेगोविना: कुछ राजनेता अब भी 'मूल योरोपीय मूल्यों' की अनदेखी कर रहे हैं

शान्ति और सुरक्षा

बोसनिया हरज़ेगोविना के लिये अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के एक उच्च प्रतिनिधि ने सुरक्षा परिषद को बताया है कि 25 वर्ष पहले इसी महीने एक शान्ति समझौते पर हस्ताक्षर किये जाने के बाद वहाँ ख़ासी प्रगति दर्ज की गई है, लेकिन अब भी कुछ राजनेता मूल योरोपीय मूल्यों की अनदेखी करते हैं, और यहाँ तक कि युद्धापराधियों का महिमामण्डन भी करते हैं.

उच्च प्रतिनिधि वेलेटिन इन्ज़को ने गुरूवार को डेयटन समझौते की उपलब्धियों और कमियों की जानकारी सुरक्षा परिषद के सदस्यों के सामने रखी. यू

गोस्लाविया से अलग होने के बाद बोसनिया में भड़के युद्ध का ख़ात्मा इसी समझौते के ज़रिये हुआ था. पिछली शताब्दी में योरोप में उस युद्ध को अत्यधिक रक्तरंजित युद्धों में गिना जाता है.

उच्च प्रतिनिधि ने कहा कि कुल मिलाकर वो समझौता एक बड़ी कामयाबी रहा है – जिससे देश में ख़ून-ख़राबा रोकने और देश में राज संस्थाओं का निर्माण करने में मदद मिली है, हालाँकि अभी नाज़ुक शान्ति ही क़ायम हुई है. बोसनिया हरज़ेगोविना में बोसनियन, सर्ब और क्रोएश समुदाय बसते हैं.  

राष्ट्रवादी, विभाजनकारी नीतियाँ

उच्च प्रतिनिधि वेलेटिन इन्ज़को ने कहा, “अफ़सोस की बात है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय ने डेयटन समझौते को लागू करने के प्रयासों में एक बड़ी अवधारणा ग़लती कर दी."

"हमने कुछ राजनेताओं में अपना भरोसा बिठाने में कुछ जल्दबाज़ी कर दी, और उन्होंने हमारी सदभावना का ग़लत इस्तेमाल राष्ट्रवादी और विभाजनकारी नीतियों को मज़बूत करने के लिये किया, ख़ासतौर से वर्ष 2006 के बाद से.”

उन्होंने कहा कि ये बहुत चिन्ताजनक है कि डेयटन समझौते के 25 वर्ष बाद भी, कुछ स्थानीय राजनेता बुनियादी योरोपीय मूल्यों की अब भी अनदेखी करते हैं.

इतिहास के सबक़ की अनदेखी

उच्च प्रतिनिधि ने याद करते हुए कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किये गए अत्याचारों के लिये चलाए गए न्यूरेमबर्ग मुक़दमों के ज़रिये योरोप में सही और ग़लत के बीच का फ़र्क़ स्थापित हुआ. उन मुक़दमों के ज़रिये नाज़ी युद्धापराधी इतिहास के ग़लत तरफ़ साबित हुए.

इसी तरह, संयुक्त राष्ट्र ने 1990 के बाल्कन युद्ध के बाद पूर्व यूगोस्लाविया के लिये अन्तरराष्ट्रीय अपराध ट्राइब्यूनल का गठन किया.

उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा, “अलबत्ता, बोसनिया व हरज़ेगोविना के कुछ राजनेता न्यूरेमबर्ग के ऐतिहासिक सबक़ को समझने में नाकाम रहे हैं, और ट्राइब्यूनल और उसके कामकाज की महत्ता व प्रासंगिकता की पूरी तरह अनदेखी करते हैं.”

बोसनिया हरज़ेगोविना के सरायेवो शहर की एक स्ट्रीट का नज़ारा.
UNDP/Mackenzie Knowles-Coursin
बोसनिया हरज़ेगोविना के सरायेवो शहर की एक स्ट्रीट का नज़ारा.

उच्च प्रतिनिधि वेलेटिन इन्ज़को कुछ राजनेताओं द्वारा युद्धापराधियों को महिमामण्डित किये जाने के बारे में पहले भी सुरक्षा परिषद को सूचित कर चुके हैं और उन्होंने ताज़ा घटना की भी जानकारी सामने रखी है.

उन्होंने बताया कि मुख्य सर्ब पार्टी के एक नेता और प्रेसीडेन्सी के एक सदस्य मिलोराद दोदिक ने सितम्बर में एक दोषी युद्धापराधी के सम्मान में कुछ क्षण का मौन रखे जाने का अनुरोध किया था जिसका हाल ही में निधन हुआ था.

मिलोराद दोदिक ने कुछ समय पहले राजधानी सरायेवो के निकट एक छात्रावास का उदघाटन रादोवान करादज़िक के सम्मान में किया था.

रादोवान करादज़िक एक पूर्व बोसनियाई सर्ब  नेता है जो जनसंहार और युद्धापराधों के लिये आजीवन कारावास की सज़ा काट रहा है.

उस पर जुलाई 1995 में सेरेब्रेनीत्सा जनसंहार की योजना बनाने का भी दोष साबित हुआ है जिसमें हज़ारों बोसनियाई मुसलमानों का क़त्लेआम किया गया था.

विशेष दूत ने जर्मनी के विदेश मन्त्री हीको माआस द्वारा हाल ही में दिये एक भाषण का भी ज़िक्र किया, “जैसाकि जर्मन विदेश मन्त्री ने कहा, सभ्य योरोप में ऐसे लोगों के लिये कोई जगह नहीं है जो दोषी युद्धापराधियों का महिमामण्डन करते हैं.

"उनके लिये भी कोई जगह नहीं है जो योरोपीय मुल्यों में विश्वास नहीं रखते. इसीलिये हमें, हॉलोकॉस्ट खण्डन क़ानून की ही तरह, जनसंहार खण्डन क़ानून की भी ज़रूरत है.”  

चुनाव नज़दीक हैं

बोसनिया हरज़ेगोवीना में कुछ ही दिनों में चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में उच्च प्रतिनिधि ने कहा कि कुछ नेताओं ने विभाजनकारी वक्रपटुता (भड़काऊ विचार) पर ध्यान केन्द्रित कर रखा है, और भविष्य पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय अलगाव की भी बात कर रहे हैं.

उच्च प्रतिनिधि ने असाधारण परिस्थितियों के बीच, 15 नवम्बर को होने वाले ये चुनाव आयोजित करने के लिये केन्द्रीय योरोपीय आयोग की सराहना की, जबकि आयोग को लगातार दबाव और आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

उच्च प्रतिनिधि ने अपनी समापन टिप्पणी में आहवान किया कि देश के साथ अन्तरराष्ट्रीय सम्पर्क का एक नया अध्याय शुरू किया जाए. 

“बोसनिया और हरज़ेगोविना 500 वर्षों तक चार प्रमुख धर्मों का देश रहा है – इस्लाम, कैथोलिक, और ऑर्थोडॉक्स ईसाई व यहूदी. ये एक लघु योरोप की ऐसी तस्वीर पेश करता था जहाँ चार धर्मों और 16 अल्पसंख्यक समुदायों के लोग सैकड़ों वर्षों तक एक साथ रहे हैं.”

उन्होंने इस यक़ीन पर ज़ोर दिया कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन व सहायता से “ये प्राचीन बोसनिया और हरज़ेगोविना, जोकि मूल्यों से भरापूरा है, इसे एक बार फिर सृजित और बहाल किया जा सकता है.”