जनसंहार

पोलैंड के आउशवित्ज़-बर्केनाउ में स्मारक और संग्रहालय के पास एक रेल ट्रैक पर पीड़ितों की स्मृति में गुलाब का फूल.
Unsplash/Albert Laurence

हम केवल स्मरण ही नहीं करें, बल्कि अपनी आवाज़ और रुख़ भी बुलन्द करें, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि Antisemitism यानि यहूदीवाद विरोध को, स्वतंत्रता की कोयला खान में कनारी चिड़िया की तरह वर्णित किया गया है, और घृणा से भरे हुए कट्टरपंथियों व ख़तरनाक षडयंत्रकारियों को अब ऑनलाइन मंचों पर उनकी बात सुनने वाले मिल रहे हैं, हम जहाँ भी नफ़रत का अनुभव करें, वहाँ उसके ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करने का संकल्प लें, और सर्वजन के मानवाधिकारों व गरिमा के लिए उठ खड़े हों.

जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय परिसर में जनसंहार पीड़ितों की स्मृति में एक स्मारक का अनावरण.
UN Photo/Violaine Martin

ECOSOC: जनसंहार, अत्याचार-अपराधों की रोकथाम के लिए, क्या कुछ और किया जा सकता है

देशों के राजदूत, यूएन अधिकारी और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के विशेषज्ञ, जनसंहार, जातीय सफ़ाए, युद्धापराध और मानवता के विरुद्ध अपराधों को रोकने के तरीक़ों के बारे में अपने विचार, संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) की, न्यूयॉर्क में हुई एक विशेष बैठक में साझा कर रहे हैं.

 इराक़ के बाबिल में एक परिवार एक स्मारक के पास से गुज़र रहा है, जिसे आइसिल द्वारा अंजाम दिये गए एक आत्मघाती बम हमले के घटनास्थल पर बनाया गया है.
© UNICEF/Wathiq Khuzaie

इराक़: आइसिल आतंकियों के अपराधों की जवाबदेही, यूएन जाँच दल के प्रयासों में तेज़ी

दाएश/आइसिल द्वारा अंजाम दिये गए अपराधों की जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिये गठित यूएन जाँच दल (UNITAD) के प्रमुख और विशेष सलाहकार क्रिस्टियान रिट्सख़र ने सुरक्षा परिषद को बताया है कि उनकी प्राथमिकता, इराक़ में इस गुट के आतंकी नैटवर्क से प्रभावित समुदायों को न्याय प्रदान करना है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, कम्बोडिया में ख़मेर रूज शासन के दौरान बन्दी बनाए गए कुछ लोगों की तस्वीरों को देखते हुए.
Nick Sells

कम्बोडिया: घृणा और उत्पीड़न के ख़तरों के बारे में यूएन प्रमुख की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि कम्बोडिया में ख़मेर रूज के शासन के दौरान अपनी जान गँवाने वाले और बेतहाशा तकलीफ़ों से गुज़रने वाले लोगों की यादों को सहेजने से, ये सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि इस तरह के अत्याचार दोहराए नहीं जाएँ.

यूक्रेन के ख़ारकीव में एक 12 वर्षीय लड़की अपने स्कूल के बाहर खड़ी है, जोकि हवाई बमबारी में ध्वस्त हो गया था.
© UNICEF/Ashley Gilbertson

यूक्रेन: 'विवेकहीन युद्ध' पर विराम लगाने के लिये, दोगुने प्रयासों की पुकार 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को सुरक्षा परिषद में विदेश मंत्रियों की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा है कि यूक्रेन में युद्ध का अन्त होने के फ़िलहाल कोई आसार नज़र नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके मद्देनज़र, सदस्य देशों को तनाव और ज़्यादा भड़कने से रोकने और लड़ाई पर विराम लगाने के लिये अपने प्रयास बढ़ाने होंगे.

यूक्रेन के उत्तरी शहर ख़ारकीफ़ में दो बच्चे, एक अस्थाई बचाव शिविर में बैठे हुए जो सुरक्षा की ख़ातिर एक भूमिगत कार पार्क में बनाया गया है.
© UNICEF/Aleksey Filippov

हिंसा, भड़काऊ बयानबाज़ियों और नफ़रत भरी भाषा से, अत्याचारों व अपराधों को बढ़ावा

जनसंहार की रोकथाम के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकार ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में यौन हिंसा व तस्करी का जोखिम बढ़ने के प्रति आगाह किया है, जिससे महिलाओं व बच्चों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका है.

रवाण्डा में जातीय नरसंहार के दौरान कुछ लोगों ने शवों के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई.
UNICEF/UNI55086/Press

रवाण्डा जनसंहार: 28 वर्षों बाद भी 'शर्मिन्दगी का धब्बा बरक़रार' 

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1994 में रवाण्डा में तुत्सी समुदाय के विरुद्ध अंजाम दिये गए जनसंहार की बरसी पर गुरूवार को लाखों पीड़ितों को श्रृद्धांजलि दी है. केवल 100 दिनों की अवधि में सुनियोजित ढंग से दस लाख से ज़्यादा लोगों की हत्या कर दी गई थी और हुतू, त्वा समेत अन्य समूहों के उन लोगों को भी निशाना बनाया गया, जिन्होंने जनसंहार का विरोध किया था.

बोसनिया हरज़ेगोविना के सरायेवो शहर के एक स्ट्रीट बाज़ार का नज़ारा.
UNDP/Mackenzie Knowles-Coursin

सरायेवो घेराबन्दी के 30 वर्ष बाद भी, न्याय और मुआवज़ा अहम

बोसनिया हरज़ेगोविना की राजधानी सरायेवो की घेराबन्दी के 30 वर्ष बाद, देश में यूएन टीम ने पीड़ितों, जीवित बचे लोगों और उनके परिवारों के लिये न्याय और मुआवज़ा सुनिश्चित करने की महत्ता को दोहराया है.

अन्य लोगों के बारे में नफ़रत और डर फैलाने के लिये, नस्लभेद का सहारा लिया जाता रहा है, जिसका नतीजा अक्सर संघर्ष या युद्ध होता है. जैसाकि रवाण्डा में 1994 में हुए जनसंहार के रूप में हुआ.
ONU/J. Isaac

जनसंहार शब्द अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का हिस्सा किस तरह बना

संयुक्त राष्ट्र ने ‘जनसंहार की रोकथाम पर सन्धि’ को वर्ष 1948 में पारित किया था. सन्धि की ऐतिहासिक बुनियाद, इसके प्रावधान और हाल के दशकों में जनसंहारों को रोक पाने में मिली विफलता, विश्व के समक्ष मौजूदा चुनौतियों को रेखांकित करते हैं. बढ़ते जोखिमों की पृष्ठभूमि में, जनसंहार की रोकथाम पर यूएन के विशेष सलाहकार ऐडामा डिएन्ग ने, सर्वजन से इस अपराध के विरुद्ध खड़े होने का आहवान किया है. एक वीडियो रिपोर्ट...

नैदरलैण्ड के द हेग स्थित अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय - पीस पैलेस में, यूक्रेनी प्रतिनिधिमण्डल, सुनवाई के पहले दिन (फ़ाइल), मार्च 2022
© ICJ/Frank van Beek

अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) का रूस को, यूक्रेन में हमले तत्काल रोकने का आदेश

अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) ने बुधवार को एक निर्णय में, रूस को यूक्रेन में अपना सैन्य अभियान तुरन्त स्थगित करने का आदेश जारी किया है.