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युद्धापराध

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इस बात के सबूत हैं कि यूक्रेन में, रूसी सेनाएँ आम लोगों को निशाना बना रही हैं.
© WFP/Anastasiia Honcharuk

यूक्रेन: रूसी सेनाओं द्वारा बलात्कार और उत्पीड़न जारी, यूएन मानवाधिकार विशेषज्ञ

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने, यूक्रेन में रूसी आक्रमण के बारे में अपनी नवीनतम रिपोर्ट के प्रमुख बिन्दु प्रकाशित किए हैं, जिनमें, रूसी सेनाओं पर युद्धापराध के नए आरोप लगाए गए हैं. 

संयुक्त राष्ट्र इथियोपिया के टीगरे क्षेत्र में ज़रूरतमन्दों तक जीवनरक्षक सहायता पहुँचा रहा है.
© WFP/Claire Nevill

इथियोपिया: सामूहिक हत्याओं का सिलसिला जारी, 'बड़े पैमाने' पर अत्याचारों का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि इथियोपिया में सरकारी सुरक्षा बलों और टीगरे क्षेत्र में विद्रोही लड़ाकों के बीच युद्धविराम पर सहमति होने के एक वर्ष बाद भी, युद्ध अपराधों को बेरोकटोक अंजाम दिया जा रहा है.

म्याँमार की सेना ने, फ़रवरी 2021 में, लोकतांत्रिक सरकार का तख़्तापलट करके, सत्ता पर क़ब्ज़ा कर लिया था.
IRIN/Steve Sandford

‘म्याँमार में, निर्लज युद्धापराध, खुलेआम जारी’

म्याँमार के लिए स्वतंत्र जाँच प्रणाली (IIMM) ने देश में सेना और उससे सम्बद्ध मिलिशिया के हाथों, लगातार और धड़ल्ले से युद्धापराध और मानवता के विरुद्ध अपराधों को अंजाम दिए जाने के अकाट्य साक्ष्य उजागर किए हैं.

उत्तर दारफ़ूर के उम बारु में सूडानी महिलाएँ. (फ़ाइल)
UNAMID/Hamid Abdulsalam

दारफ़ूर: अन्तरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने हिंसा के बढ़ते मामलों की शुरू की जाँच

अन्तरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) के मुख्य अभियोजक करीम ख़ान ने दारफ़ूर क्षेत्र में युद्ध अपराधों और मानवता के विरुद्ध अपराधों के आरोपों की जाँच कराए जाने की बात कही है. बताया गया है कि सूडान के अर्द्धसैनिक बल (RSF) और उसके सहयोगी गुट द्वारा कथित रूप से जातीय मसालित समुदाय के 87 सदस्यों की हत्या किए जाने की घटना भी जाँच के दायरे में है. 

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में, यूएन मिशन में तैनात, कुछ तंज़ानियाई शान्तिरक्षक, जल सेवाएँ देते हुए.
TANBAT6/Kapteni Mwijage

अत्याचारों की लहर को टालने के लिए, ‘रक्षा के दायित्व को निभाया जाना होगा”

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यूएन महासभा में एक नई रिपोर्ट पेश करते हुए, विश्व भर में, मौजूदा हिंसक टकरावों में फँसे अनगिनत आम नागरिकों की रक्षा के दायित्व को पूरा करने और उन पर होने वाले अत्याचारों की रोकथाम करने का आहवान किया है. 

रवांडा में जातीय जनसंहार के दौरान कुछ लोगों ने शवों के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई थी.
UNICEF/UNI55086/Press

रवांडा जनसंहार के शीर्ष भगोड़े की गिरफ़्तारी, न्याय होने की प्रतीक

रवांडा में युद्धापराधों की जाँच कर रहे संयुक्त राष्ट्र ट्राइब्यूनल ने गुरूवार को कहा है कि दुनिया के सबसे वांछित जनसंहार भगोड़ों में से एक – फ़ुलजेंस काईशेमा को, दो दशक से भी ज़्यादा समय तक फ़रार रहने के बाद, गिरफ़्तार कर लिया गया है.

यूक्रेन के दोनेत्सक क्षेत्र में एक सैनिक सरकारी सुरक्षा चौकी की निगरानी कर रहा है.
© UNICEF/Christopher Morris

यूक्रेन युद्ध: युद्धबन्दियों की हत्याओं के आरोप, युद्ध नियमों के अनुपालन का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने रूस और यूक्रेन की प्रशासनिक एजेंसियों से हाल ही में सामने आई उन ऑडियो रिकॉर्डिंग की जाँच कराए जाने का आग्रह किया है, जिनमें ऐसा प्रतीत होता है कि लड़ाई के दौरान युद्धबन्दियों को बिना सुनवाई के जान से मार दिए जाने के आदेश दिए गए और रणभूमि पर और युद्धबन्दी ना बनाए जाने की धमकियाँ दी गईं.

येरूशेलम के एक बाज़ार का दृश्य
UN News/Maher Nasser

मध्य पूर्व: पूर्वी येरूशेलम में ‘प्रथम दृष्टि में युद्धापराधों’ की शिनाख़्त

संयुक्त राष्ट्र स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने गुरूवार को कहा है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को, इसराइल द्वारा पूर्वी येरूशेलम को छीनने और शहर को फ़लस्तीनियों से मुक्त कराने के हिस्से के रूप में, वहाँ से फ़लस्तीनियों को जबरन बेदख़ल करने और उनके विस्थापन को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी होगी.

लीबिया के तरहुनाह में एक सामूहिक क़ब्र, जहाँ 50 से अधिक शव बरामद किए गए. (फ़ाइल)
ICC

लीबिया: मानवाधिकारों की बिगड़ती स्थिति, ज़मीनी वास्तविकता पर 'पैनी नज़र बनाए रखना ज़रूरी'

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) प्रमुख वोल्कर टर्क ने ज़ोर देकर कहा है कि लीबिया में मानवाधिकारों की बिगड़ती स्थिति, हथियारबन्द गुटों के बीच हिंसा, राजनैतिक गतिरोध और नागरिक समाज पर गहराते अंकुश के बीच, उनका कार्यालय देश में अपना कामकाज मज़बूती से जारी रखेगा.

लीबिया के एक हिरासत केन्द्र में कुछ प्रवासी बैठे हैं. (फ़ाइल)
© UNICEF/Alessio Romenzi

लीबिया: मानवता के विरुद्ध अपराधों को दिया गया अंजाम, यूएन मिशन की रिपोर्ट

लीबिया के लिए गठित संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र तथ्य-खोज मिशन ने अपनी अन्तिम रिपोर्ट में चिन्ता जताई है कि देश में मानवाधिकारों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, और सरकारी सुरक्षा बलों व सशस्त्र गुटों द्वारा विविध प्रकार के युद्धापराधों व मानवता के विरुद्ध अपराधों को अंजाम दिए जाने की आशंका है.