वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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मध्य पूर्व

रफ़ाह से विस्थापित लोग, मध्य ग़ाज़ा की तरफ़ जाते हुए.
UN News / Ziad Taleb

ग़ाज़ा में नहीं पहुँच रही मानवीय सहायता, यूएन एजेंसियाँ

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियों ने कहा है कि ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े रफ़ाह में इसराइली सेना की आक्रामक हलचल और गोलाबारी बुधवार सुबह जारी रही जिसके कारण, ग़ाज़ा पट्टी में, “ईंधन या मानवीय सहायता” बिल्कुल भी नहीं दाख़िल हो सकी.

रफ़ाह में लोग पीने के लिए पानी भर रहे हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा: रफ़ाह में मरीज़ों के लिए स्वास्थ्य सेवाएँ हुईं दूभर

ग़ाज़ा में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कार्यालय के अनुसार, दक्षिणी शहर रफ़ाह में इसराइली सैन्य कार्रवाई से उपजने वाली स्थिति से निपटने के लिए अहम क़दम उठाए जा रहे हैं.

फ़लस्तीनी लोग ख़ान यूनिस इलाक़े में, अस्थाई क़ब्रों में अपने प्रियजन को दफ़नाते हुए. लगभग सात महीने के युद्ध में 34 हज़ार से अधिक फ़लस्तीनी मारे गए हैं.
© UNOCHA/Ismael Abu Dayyah

गुटेरेश का इसराइल और हमास से 'राजनैतिक साहस' दिखाने और युद्धविराम पर राज़ी होने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इसराइल से ग़ाज़ा में अपनी युद्धक गतिविधियों में तेज़ी को रोकने की अपील, मंगलवार को फिर दोहराई है. ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि इसराइली सेना ने, ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े में स्थित रफ़ाह सीमा चौकी को अपने क़ब्ज़े में ले लिया है.

यूएन एजेंसियों की चेतावनी है कि इसराइल ने अगर रफ़ाह में हमला किया तो वहाँ पनाह ले रहे लगभग 14 लाख लोगों को लिए घातक परिणाम होंगे.
UNRWA

ग़ाज़ावासियों के लिए यूएन प्रतिबद्धता, हमास द्वारा युद्धविराम स्वीकार किए जाने की ख़बरें

ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े रफ़ाह में, इसराइल के सम्भावित हमले की ख़बरों के बीच, वहाँ पनाह ले रहे लगभग एक लाख फ़लस्तीनियों को वो इलाक़ा छोड़कर कहीं अन्यत्र चले जाने के लिए कहा गया है. इन ख़बरों के बीच, यूएन मानवीय सहायता एजेंसियों ने ज़ोर देकर कहा है कि वो अपने सहायता अभियान जारी रखेंगी. इस बीच मीडिया में इस तरह की ख़बरें आई हैं कि हमास ने, इसराइल के नवीनतम युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.

दक्षिणी ग़ाज़ा के रफ़ाह में एक अस्थाई शिविर में कुछ बच्चे.
© WHO

रफ़ाह में इसराइली हमले से क़त्लेआम की आशंका, यूएन सहायता एजेंसी की चेतावनी

मानवीय सहायता मामलों के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) ने आगाह किया है कि दक्षिणी ग़ाज़ा के रफ़ाह शहर में, इसराइली हमले से क़त्लेआम होने और पूरे ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय राहत प्रयासों को गहरी चोट पहुँचने की आशंका है.

ग़ाज़ा के फ़लस्तीनी टीवी पत्रकार मुस्तफ़ाह अल बायेद को, यूनेस्को प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार (2024) से सम्मानित किया गया है.
© UNDP PAPP/Abed Zagout

फ़लस्तीनी पत्रकार, यूनेस्को प्रैस स्वतंत्रता सम्मान के विजेताओं में शामिल

ग़ाज़ा में विनाशकारी युद्ध की कवरेज करने वाले फ़लस्तीनी पत्रकारों को, यूनेस्को/गुइलरमो कैनो विश्व प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार के विजेताओं में चुना गया है.

ग़ाज़ा में विकट हालात के बीच लाखों विस्थापित गंदगीपूर्ण माहौल में शरण लेने के लिए मजबूर हैं.
UNICEF and UNDP PAPP/Abed Zagout

ग़ाज़ा: मलबे में 10 हज़ार से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका

मानवीय सहायता मामलों में संयोजन के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) का कहना है कि ग़ाज़ा पट्टी में पिछले सात महीनों से जारी युद्ध से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और मलबे के नीचे 10 हज़ार से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है. यूएन एजेंसी ने ग़ाज़ा में स्वास्थ्य प्रशासन से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह बात कही है.

इसराइली सैन्य बलों की वापसी के बाद ख़ान यूनिस शहर, जहाँ लड़ाई में भारी बर्बादी हुई है.
© UNOCHA/Themba Linden

बर्बादी के ढेर पर फ़लस्तीनी अर्थव्यवस्था, ग़ाज़ा युद्ध ने विकास को दो दशक पीछे धकेला

ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध और अनवरत इसराइली बमबारी ने फ़लस्तीन के सामाजिक-आर्थिक विकास को 20 वर्ष पीछे धकेल दिया है. गुरूवार को प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में संकटग्रस्त ग़ाज़ा में मौजूदा आर्थिक हालात का आकलन किया गया है.

यूएन महासभा हॉल का विहंगम दृश्य.
UN Photo/Manuel Elias

फ़लस्तीन की यूएन सदस्यता के लिए नाकाम हुए प्रयास पर महासभा में चर्चा

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता हासिल करने के लिए, फ़लस्तीन का हाल का प्रयास नाकाम होने के मुद्दे पर, बुधवार को चर्चा की है.

कई महीनों से जारी बमबारी की वजह से उत्तरी ग़ाज़ा में भीषण बर्बादी हुई है.
© WFP/Ali Jadallah

ग़ाज़ा: जोखिमों से घिरे फ़लस्तीनियों को, युद्धविराम का बेसब्री से इन्तज़ार

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने, इसराइल से ग़ाज़ा में अपनी सैन्य कार्रवाई पर संयम बरते जाने की अन्तरराष्ट्रीय पुकार और बुधवार को हुए उसके घातक हमलों के बीच, युद्ध के विनाशकारी असर पर गहरा क्षोभ प्रकट किया है. उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाक़ों में फँसे लोगों तक जल्द से जल्द मानवीय राहत पहुँचाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है.