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मध्य पूर्व

ग़ाज़ा में अकाल के आसन्न संकट पर विचार करने के लिए, सुरक्षा परिषद की एक बैठक (27 फ़रवरी 2024).
UN Photo

'ग़ाज़ा में सहायता नहीं बढ़ी तो अकाल निश्चित', सुरक्षा परिषद में चर्चा

ग़ाज़ा में, पाँच लाख से अधिक लोग, अकाल से बस एक क़दम दूर हैं. हर दिन बढ़ते अकाल जोखिम पर चर्चा के लिए, मंगलवार को सुरक्षा परिषद की एक बैठक हुई है. यूएन मानवीय सहायता समन्वय मामलों के उप प्रमुख ने राजदूतों को बताया है कि ग़ाज़ा में अगर मानवीय सहायता के स्तर और गति को नहीं बढ़ाया जाता है तो, अकाल को रोकना "लगभग असम्भव" होगा.

अमेरिकी राजदूत लिन्डा थॉमस-ग्रीनफ़ील्ड ने मध्य पूर्व में हालात पर यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान लाए गए प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया.
UN Photo/Manuel Elias

ग़ाज़ा: युद्धविराम के लिए अल्जीरियाई प्रस्ताव पर अमेरिकी वीटो

मध्य पूर्व में जारी ग़ाज़ा युद्ध के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की एक विशेष बैठक के दौरान मंगलवार को अल्जीरिया के एक प्रस्ताव को अमेरिका ने वीटो कर दिया है. इस प्रस्ताव में तत्काल, मानवीय आधार पर एक ऐसे युद्धविराम को लागू किए जाने की मांग की गई थी, जिसका सभी पक्ष सम्मान करें.

ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े रफ़ाह में, लगभग 15 लाख विस्थापित पनाह लिए हुए हैं, जिससे वहाँ भारी भीड़ हो गई है.
UN News/Ziad Taleb

ग़ाज़ा: रफ़ाह में विस्थापितों की बेबसी

यूएन ने चेतावनी दी है कि इसराइल ने रफ़ाह में अगर पूरे पैमाने का आक्रमण किया तो वह, राहत सहायता के सारे दरवाज़े बन्द कर देगा. एक वीडियो रिपोर्ट...

तीन महीने पहले आरम्भ हुए टकराव के कारण, ग़ाज़ा के ज़्यादातर निवासी विस्थापित हो चुके हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा के विस्थापितों का दर्द, भय और आशंका के साए में ज़िन्दगी

रफ़ाह में शरण लेने वाले फ़लस्तीनी जन, भय और आशंका के साए में जी रहे हैं. घनी आबादी वाले इस इलाक़े में टकराव बढ़ता जा रहा हैजहाँ 15 लाख से अधिक लोगों ने शरण ली हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि ग़ाज़ा में कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है और लोग अकल्पनीय परिस्थितियों में रह रहे हैं. विस्थापन और घायलों की एक नई लहर से, लोगों के स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा. इससे पहले से ही बोझ तले दबी स्वास्थ्य प्रणाली पर आघात बढ़ेगा - जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था के टूटने के कगार पर पहुँचने के आसार बढ़ जाएँगे. एक वीडियो.

दक्षिणी ग़ाज़ा पट्टी में स्थित रफ़ाह में लोगों को गर्म कपड़े वितरित किए जा रहे हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा: रफ़ाह में सैन्य कार्रवाई से, ‘कल्पना से भी परे तबाही’ होने की आशंका

संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी की है कि यदि इसराइली बलों ने दक्षिणी ग़ाज़ा में स्थित रफ़ाह में सैन्य कार्रवाई शुरू की तो उससे होने वाली तबाही की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. ग़ाज़ा में युद्ध के कारण अन्य हिस्सों से विस्थापित हुए लाखों लोगों ने जान बचाने के लिए रफ़ाह के छोटे से इलाक़े में शरण ली हुई है.

ग़ाज़ा में युद्ध से हुई भीषण तबाही से बचने के लिए, लाखों विस्थापित फ़लस्तीनी, अस्थाई शिविरों में रहने को मजबूर हैं.
© OHCHR/Media Clinic

रफ़ाह में, इसराइल के सम्भावित हमले को लेकर, ग़ाज़ावासियों में भारी चिन्ता

फ़लस्तीनियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA के मुखिया फ़िलिपे लज़ारिनी ने, मंगलवार को चेतावनी दी कि ग़ाज़ा पट्टी में रहने वाले लोग इसराइल के साथ युद्ध से गहरे सदमे में हैं और रफ़ाह पर इसराइल के सम्भावित पूर्ण पैमाने पर हमले के बारे में उनके भीतर भारी डर है. इस बीच ग़ाज़ा में युद्धविराम सुनिश्चित करने के लिए अन्तरराष्ट्रीय प्रयास जारी हैं.

ग़ाज़ा में युद्ध से विस्थापित लोग, एक अस्थाई आश्रय स्थल के पास, खाद्य सामग्री के वितरण की प्रतीक्षा करते हुए.
© UNRWA/Ashraf Amra

UNRWA की कार्य तटस्थता प्रक्रिया की जाँच के लिए, समीक्षा समूह का गठन

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यह आकलन करने के लिए एक स्वतंत्र समीक्षा समूह का गठन किया है कि फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA, अपनी कार्य तटस्थता सुनिश्चित करने के लिए, अपनी शक्तियों के भीतर सभी कुछ कर रही है या नहीं.

ग़ाज़ा में लाखों लोग, युद्ध के कारण रोटी और पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा - UNRWA है लाखों लोगों का आख़िरी सहारा

हमास के साथ, अपने लगभग 12 कर्मचारियों की मिलीभगत के आरोपों का सामना कर रही, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी - UNRWA का वित्त-पोषण बन्द करने के "विनाशकारी परिणाम" सामने आने की आशंका. यह एजेंसी फ़लस्तीनी शरणार्थियों की मदद के लिए, संयुक्त राष्ट्र ने 1949 में गठित की थी. (वीडियो)

द हेग स्थित अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में, दक्षिण अफ़्रीका द्वारा ग़ाज़ा में इसराइल द्वारा जनसंहार किए जाने के आरोपों पर मुक़दमे की सुनवाई.
ICJ-CIJ/ Frank van Beek

ICJ आदेश में, ग़ाज़ा में जनसंहारक कृत्यों को रोकने का आहवान

अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ने शुक्रवार को घोषणा की है कि फ़लस्तीनी लोगों को जनसंहार के कृत्यों से सुरक्षा का अधिकार प्राप्त है और न्यायालय ने इसराइल से इस तरह कृत्यों को रोकने के लिए, "उसकी शक्ति के अन्तर्गत तमाम उपाय करने का आहवान किया है". न्यायालय ने साथ ही युद्ध से तबाह ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता की आपूर्ति की अनुमति भी देने का आहवान किया है, जिसकी अत्यधिक ज़रूरत है.

मध्य पूर्व संकट और फ़लस्तीनी प्रश्न पर चर्चा के लिए, सुरक्षा परिषद की बैठक (23 जनवरी 2024).
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मध्य पूर्व संकट: इसराइली नेतृत्व द्वारा दो-राष्ट्र समाधान को रद्द किया जाना 'अस्वीकार्य'

मध्य पूर्व संकट पर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक और अहम बैठक मंगलवार को अपरान्ह दो बजे शुरू हुई है जिसमें दुनिया के शीर्ष राजनयिक ग़ाज़ा पट्टी और वृहद मध्य पूर्व क्षेत्र में गहराते संकट पर चर्चा करेंगे. यह बैठक ऐसे समय में हुई है जबकि ग़ाज़ा में इसराइल का सैन्य आक्रमण बिना रुके लगातार जारी है जिसमें मृतक संख्या बढ़ती जा रही है. दुनिया भर से,तत्काल युद्धविराम लागू किए जाने की पुकारें भी उठ रही हैं. यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस बैठक को सम्बोधित करते हुए एक बार फिर कहा है कि इसराइल और फ़लस्तीन के रूप में दो राष्ट्रों की स्थापना ही, एक मात्र समाधान है.

इस बैठक की कवरेज यहाँ देखी जा सकती है.