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सीरिया: भूकम्प तबाही के समय में एकजुटता से, दीर्घकालिक शान्ति के अवसर

सीरिया की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की बैठक
UN Photo/Rick Bajornas
सीरिया की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की बैठक

सीरिया: भूकम्प तबाही के समय में एकजुटता से, दीर्घकालिक शान्ति के अवसर

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद को बताया कि सीरिया पर नए सिरे से कूटनैतिक ध्यान बढ़ने और हाल में आए विनाशकारी भूकम्पों के बाद भारी तकलीफ़ों के माहौल में, नई ज़िम्मेदारियाँ बढ़ी हैं और दीर्घकालिक शान्ति के लिए अवसर भी सृजित हुए हैं.

12 वर्षों से युद्ध का सामना कर रहे सीरिया और तुर्कीये के दक्षिणी हिस्से में, 6 फ़रवरी को आए भीषण भूकम्पों ने भारी विनाश किया है. इन घातक भूकम्पों में, लगभग 56 हज़ार लोगों की जान जा चुकी है, लाखों लोग विस्थापित हुए और व्यापक स्तर पर तबाही हुई है.

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विशेष दूत गेयर पैडरसन ने जिनीवा से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के ज़रिए सुरक्षा परिषद की बैठक में शिरकत करते हुए बताया, "आज की स्थिति इतनी अभूतपूर्व है कि ये नेतृत्व, साहसिक विचारों और सहयोगात्मक भावना की पुकार लगा रही है.”

“सीरिया के लिए आगे बढ़ने का एक मात्र रास्ता, राजनैतिक समाधान ही हैं. हम शायद एक क़दम में मंज़िल तक न पहुँच पाएँ, मगर मेरा विश्वास है कि हम धीरे-धीरे उस ओर बढ़ सकते हैं."

धरातल पर शान्ति क़ायम रखें

संयुक्त राष्ट्र के दूत ने कहा कि ये बहुत अहम है कि भूकम्प से हुई तबाही से उबरने के प्रयासों और युद्ध से सम्बन्धित मौजूदा मानवीय सहायता अभियानों को संसाधन मुहैया कराना जारी रखा जाए.

दिसम्बर 2015 में सुरक्षा परिषद द्वारा पारित प्रस्ताव 2254 में युद्ध विराम और राजनैतिक समाधान का रोडमैप पेश किया गया है.

विशेष दूत ने धरातल पर टिकाऊ शान्ति की ज़रूरत पर ज़ोर दिया, विशेष रूप में भूकम्प से प्रभावित इलाक़ों में.

विशेष दूत गेयर पैडरसन ने आम लोगों के हालात पर आगाह करते हुए कहा कि तनाव फिर से बढ़ने का जोखिम है.

विशेष दूत, इस मुद्दे पर प्रमुख हितधारकों के साथ लगातार शान्ति वार्ता की दिशा में काम कर रहे हैं, विशेष रूप से सीरिया के पश्चिमोत्तर में भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों में.

मानवीय राहत प्रयासों के लिए सभी पक्षों ने अपने पुराने रुख़ से आगे क़दम बढ़ाया है. इसी प्रकार, भूकम्प के बाद के पुनर्वास और व्यापक राजनैतिक चुनौतियों के समाधान के लिए इन्हें लागू किया जा सकता है.

भूकम्प से पहले, मानवीय सहायता काफ़िलों ने तुर्कीये से होते हुए पश्चिमोत्तर सीरिया में सहायता पहुँचाई थी. बाद में, दो अतिरिक्त मार्ग फिर से खोले गए.

उनेहोंने कहा कि विभिन्न पक्षों की मदद से रचनात्मक परिणाम मिल सकते हैं.

सभी पक्षों की भागेदारी

विशेष दूत पैडर्सन ने इस मोर्चे पर आगे बढ़ने के लिए, सीरियाई पक्षों के साथ बातचीत करने का आहवान किया कि वे भूकम्प के बाद के पुनर्वास के लिए कि सतरह अनुकूल माहौल बना सकते हैं. यह निर्धारित करने के लिए भी बाहरी पक्षों के साथ सम्पर्क साधने की ज़रूरत होगी कि वो किस तरह बढ़ी मात्रा में संसाधन मुहैया करा सकते हैं और बाधाएँ दूर कर सकते हैं, जिनमें प्रतिबन्धों से सम्बन्धित बाधाएँ भी शामिल हैं.

उन्होंने चर्चा के लिए अनेक मुद्दे गिनाए हैं जिनमें सुरक्षा, नागरिक संरक्षण, बुनियादी सेवाएँ, ऊर्जा ढाँचे, आजीविकाएँ और आवास के लिए भूमि शामिल हैं.

उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि इस तरह के क़दम हमें भूकम्प के बाद पीड़ितों के पुनर्वास में और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव - 2254 में निहित मुद्दों पर राजनैतिक विश्वास निर्माण की ओर बढ़ने में मदद कर सकते हैं.

सहयोग है अति महत्वपूर्ण

सीरिया में 6 फ़रवरी को आए भीषण भूकम्प ने भारी तबाही मचाई है.
© UNHCR/Emrah Gürel

गेयर पैडर्सन ने ज़ोर देकर कहा कि आगे की राह खोजने के लिए थोड़ा सहयोग हर पक्ष की तरफ़ से आवश्यक है. उन्होंने एक व्यापक राजनैतिक समाधान की महत्ता पर बल दिया है.

“सीरियाई सरकार, सीरियाई विपक्ष, पश्चिमी पक्ष, अरब पक्ष, अस्ताना पक्ष, अन्य हितधारक पक्ष, अकेले इस प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं. व्यक्तिगत दृष्टिकोण उस तरह का गुणात्मक अन्तर नहीं ला सकते, जो एक समन्वित दृष्टिकोण ला सकता है."

लाखों के लिए अत्यधिक पीड़ा

संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के कार्यालय - OCHA के कार्यवाहक निदेशक तारिक़ तलहामा ने भी भूकम्प राहत स्थिति में ताज़ा जानकारी सुरक्षा परिषद में रखी.

उन्होंने बताया, “हम इस वास्तविकता को अनदेखा नहीं कर सकते हैं कि इस भीषण त्रासदी ने सीरिया में लाखों लोगों को प्रभावित किया है जो पहले से ही 12 वर्षों के संघर्ष के कारण ग़रीबी, विस्थापन और अभाव का सामना कर रहे हैं.”

विश्व बैंक के अनुसार राहत कर्मी भूकम्प के बाद से मलबे को हटाने का काम जारी रखे हुए हैं, जिसमें लगभग 5.2 अरब डॉलर का नुक़सान हुआ है, हालाँकि नुक़सान की वास्तविक राशि बहुत अधिक होने की सम्भावना है.

संयुक्त राष्ट्र का समर्थन जारी

संयुक्त राष्ट्र ने इस विनाशकारी भूकम्प के बाद तत्काल सहायता कार्रवाई की और  कुछ दिनों के भीतर ही 4 करोड़ डॉलर की आपातकालीन वित्त सहायता जारी की गई.

अब तक क़रीब 22 लाख प्रभावितों तक खाद्य सहायता पहुँचाई जा चुकी है और लगभग तीन लाख 80 हज़ार लोगों तक जल और स्वच्छता सेवाएँ पहुँचाई गई हैं.

सीरिया के पश्चिमोत्तर हिस्से में विस्तारित सीमा-पार मानवीय सहायता भी आवश्यक साबित हुई है. संयुक्त राष्ट्र की सात की सहायता से 900 से अधिक ट्रक अब तीन उपलब्ध सीमाओं के ज़रिए, तुर्कीये से होते हुए से पश्चिमोत्तर इलाक़े में पहुँचाए जा चुके हैं.

बढ़ती ज़रूरतें

लाखों सीरियाई नागरिकों के लिए बुनियादी सेवाएँ ध्वस्त हो गई हैं, हैज़ा संक्रमण के मामले उछाल पर हैं और उन्हें खाद्य वस्तुओं व ऊर्जा क़ीमतों में उछाल से जूझना पड़ रहा है.

आने वाले सप्ताहों में आश्रय, घर वापसी और सुरक्षा सेवाओं जैसे क्षेत्रों में, विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के लिए और अधिक सहायता मुहैया कराने  की आवश्यकता है. मौजूदा हैज़ा के प्रकोप और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों पर भी नज़र रखनी होगी.

तारिक़ तलाहामा ने दान-दाताओं के समर्थन की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और ब्रसेल्स में इस सप्ताह आयोजित एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का स्वागत किया, जिसके कारण सीरिया और तुर्कीये के लिए सात अरब योरो की रक़म जुटाने में सफलता मिली है.

सीरिया में विशाल मानवीय संकट और लगातार बढ़ती आवश्यकताओं को देखते हुए अन्तररार्ष्ट्रीय समर्थन आवश्यक होगा, मगर इस वर्ष सीरिया के लिए 4.8 अरब डॉलर की मानवीय सहायता अपील के जवाब में, अभी केवल छह प्रतिशत ही वित्त सहायता मिल पाई है.

उन्होंने कहा कि बीते सप्ताहों में दिखाई गई उदारता को इसी प्रकार आगे भी बढ़ाना होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी जरूरतमन्दों तक जीवनरक्षक और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ सहायता पहुँच सके.