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मिस्र-ग़ाज़ा: रफ़ाह सीमा चौकी पर, यूएन महासचिव की युद्धविराम पुकार

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मिस्र और ग़ाज़ा की सीमा पर स्थित रफ़ाह चौकी पर पत्रकारों को सम्बोधित किया.
UN Photo/Mark Garten
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मिस्र और ग़ाज़ा की सीमा पर स्थित रफ़ाह चौकी पर पत्रकारों को सम्बोधित किया.

मिस्र-ग़ाज़ा: रफ़ाह सीमा चौकी पर, यूएन महासचिव की युद्धविराम पुकार

संस्कृति और शिक्षा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मिस्र और ग़ाज़ा पट्टी की सीमा पर स्थित रफ़ाह चौकी से ग़ाज़ा में युद्धविराम लागू किए जाने की पुकार लगाई है और इसराइल से एक मज़बूत संकल्प लेने का आग्रह किया है ताकि ज़रूरतमन्द आबादी तक निर्बाध रूप से मानवीय सहायता पहुँचाई जा सके. उन्होंने शनिवार को अपनी वार्षिक रमदान एकजुटता यात्रा आरम्भ की है, जिसमें वह मिस्र और जॉर्डन की यात्रा करेंगे.

महासचिव गुटेरेश ने अपनी वार्षिक रमदान एकजुटता यात्रा की शुरुआत कई वर्ष पहले, यूएन शरणार्थी एजेंसी के उच्चायुक्त के तौर पर की थी, और उनका उद्देश्य विकट हालात से जूझ रहे मुस्लिम समुदायों की मुश्किलों की ओर ध्यान आकृष्ट करना था. 

यूएन प्रमुख शनिवार को काहिरा पहुँचे हैं, जहाँ उन्होंने ग़ाज़ा पट्टी और सूडान में हिंसा पर तुरन्त विराम लगाने और एक मानवतावादी युद्धविराम लागू करने की अपील दोहराई.

उन्होंने ग़ाज़ा के पास स्थित रफ़ाह सीमा चौकी पर कहा कि रमदान का महीना, करुणा, सामुदायिक भावना और शान्ति को बढ़ावा देने का समय है.

यूएन प्रमुख ने क्षोभ व्यक्त किया कि इतने महीनों से पीड़ा झेलने के बाद, ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी इसराइली बमबारी और गोलियों के बीच रमदान मना रहे हैं, जबकि उन तक मानवीय सहायता पहुँचाने के प्रयासों में अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है.

अपनी मिस्र यात्रा के दौरान, उन्होंने उत्तरी सिनाई इलाक़े का जायज़ा लिया, जोकि टकराव की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यहाँ उन्होंने हिंसा प्रभावितों के साथ एकजुटता दर्शाने के इरादे से ऐल-अरीश अस्पताल का दौरा किया.

साथ ही, यूएन प्रमुख ने ग़ाज़ा पट्टी में रफ़ाह और मिस्र की सीमा पर कार्यरत यूएन मानवतावादी कर्मचारियों से मुलाक़ात की, और इस दौरान हिंसक टकराव में फँसे लोगों को पीड़ा से उबारने की रणनीति पर चर्चा हुई. 

यूएन प्रमुख ने मिस्र के ऐल अरिश अस्पताल में एक फ़लस्तीनी मरीज़ से मिलकर उनका हाल-चाल जाना.
UN Photo/Mark Garten

फ़लस्तीनी परिवारों के साथ मुलाक़ात

यूएन प्रमुख ने शनिवार को फ़लस्तीनी आम नागरिकों और उनके परिवारजन से मिस्र के ऐल अरिश अस्पताल में मुलाक़ात की, और मौजूदा हिंसक टकराव में घायल हुई महिलाओं व बच्चों से उनका हाल जाना. 

उनकी पीड़ा, व्यथा कथा को सुनना एक बेहद भावुक कर देने वाला अनुभव था. महासचिव ने एक 10 वर्षीय बच्चे से मुलाक़ात की है, जिन्होंने अपना बाँया हाथ और एक पाँव खो दिया है. उनके भाई की मौत हो गई.

उन्होंने कहा कि इन घायलों से उनकी पीड़ा को सुनने के बाद, जिन्होंने अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को घायल या मरते हुए देखा है, जिन्होंने इतना कुछ सहा है, आप इस हृदयविदारक एहसास से बच नहीं सकते. 

और आप ये स्पष्टता से कहते हैं कि हमें बन्दूकों को शान्त करना होगा, और हमें ग़ाज़ा में तुरन्त युद्धविराम की ज़रूरत है.

सहायता में देरी पर क्षोभ

यूएन प्रमुख ने रफ़ाह सीमा चौकी पर कहा कि यहाँ आप गहरी पीड़ा का अनुभव करते हैं. राहत सामग्री से लदे ट्रकों की गेट के एक तरफ़ लम्बी लाइन लगी हुई है, जबकि दूसरी ओर भुखमरी की लम्बी परछाई है.

उन्होंने कहा कि यह बेहद त्रासदीपूर्ण है, और इन हालात में और हमला किए जाने से हालात बद से बदतर हो जाएंगे, आम फ़लस्तीनियों, बंधकों और क्षेत्र में स्थित सभी लोगों के लिए. 

बंधकों की रिहाई की मांग

यूएन प्रमुख ने कहा कि मौजूदा हालात की पृष्ठभूमि से स्पष्ट है कि यह तत्काल मानवतावादी युद्धविराम का समय है और इसराइल की ओर से एक मज़बूत सकंल्प का कि पूरे ग़ाज़ा में पूर्ण रूप से, निर्बाध मानवीय सहायता सामग्री पहुँचाई जाएगी.

साथ ही, उन्होंने कहा कि रमदान में करुणा की भावना दर्शाते हुए, यह सभी बंधकों को तत्काल रिहा किए जाने का समय है.

एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन के सभी सदस्य देशों से आग्रह किया है कि ग़ाज़ा में सहायता अभियानों के केन्द्र  में यूएन एजेंसी (UNRWA) है, जिसके कामकाज के लिए समर्थन जारी रखना होगा.

ग़ाज़ा पट्टी के उत्तरी हिस्से में UNRWA कर्मचारी मानवीय सहायता पहुँचा रहे हैं.
© UNRWA
ग़ाज़ा पट्टी के उत्तरी हिस्से में UNRWA कर्मचारी मानवीय सहायता पहुँचा रहे हैं.

सहायता के विशाल प्रवाह का समय

यूएन प्रमुख ने कहा कि दुनिया भर में लोग, उन भयावह घटनाओं पर क्षुब्ध हैं, जिन्हें हमने वास्तविक समय में घटित होते देखा है. 

“मैं यहाँ उन सभी लोगों की आवाज़ हूँ, जिन्होंने बहुत कुछ देख लिया है, बहुत कुछ सहन किया है, और जिनका मानना है कि मानव गरिमा और शिष्टता ही, वैश्विक समुदाय की पहचान होनी चाहिए.”

उन्होंने कहा कि यही हमारी एकमात्र आशा है. “यह समय वास्तव में ग़ाज़ा में जीवनरक्षक सहायता की बाढ़ ला देने का है." "टुकड़ों में नहीं. बून्दों में नहीं."

उन्होंने कहा कि कुछ प्रगति हुई है मगर बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है. चयन स्पष्ट है: या तो तेज़ी आए या फिर भुखमरी.”

“आइए, हम मदद का पक्ष लें, आशा का पक्ष लें और इतिहास में सही जगह पर खड़े होने का पक्ष लें.”

यूएन महासचिव ने कहा कि वह हिम्मत नहीं हारेंगे और हममें से हर किसी को साझा मानवता के लिए हरसम्भव प्रयास जारी रखने होंगे.

ग़ाज़ा पट्टी में बच्चे रमदान का महीना आरम्भ होने के अवसर पर कंदील लेकर खड़े हैं.
© UNRWA

वार्षिक रमदान एकजुटता यात्रा

यूएन के शीर्षतम अधिकारी, प्रतीकात्मक एकजुटता के तौर पर सूडान से आए शरणार्थियों के साथ रमदान इफ़्तार में हिस्सा लेंगे, जोकि देश में जारी लड़ाई से अपनी जान बचाने के लिए अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं.

वह शान्ति व स्थिरता की अहमियत को रेखांकित करेंगे, विशेष रूप से रमदान के पवित्र महीने में, और सभी पक्षों से हिंसक टकराव पर विराम लगाने की अपील करेंगे.

यूएन महासचिव का मिस्र के अधिकारियों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम है, जिसमें क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने और संकट निवारण के लिए सहयोग व कूटनैतिक प्रयासों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. 

जॉर्डन में UNRWA कार्यालय का दौरा

मिस्र के काहिरा में अपने कार्यक्रमों के बाद वह जॉर्डन की राजधानी अम्मान में अपनी रमदान एकजुटता यात्रा जारी रखेंगे, जहाँ फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) के केन्द्रों का जायज़ा लेंगे.

इनके ज़रिये सम्वेदनशील हालात व संकटों से जूझ रहे समुदायों को अति-आवश्यक सेवाएँ मुहैया कराई जाती हैं.

अम्मान में महासचिव गुटेरेश, यूएन कर्मचारियों और फ़लस्तीनी शरणार्थियों के साथ रमदान इफ़्तार में शिरकत करेंगे, और मुश्किल समय में करुणा व एकजुटता का सन्देश देंगे. 

उनका जॉर्डन के अधिकारियों से मुलाक़ात करने का भी कार्यक्रम है, जिसमें शान्ति व स्थिरता को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने में सहयोग की भूमिका पर चर्चा होगी.