माली: आईईडी विस्फोट में सात शान्तिरक्षकों की मौत, हमले की कठोर निन्दा
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने माली के केन्द्रीय इलाक़े बाण्डियागारा क्षेत्र में आईईडी विस्फोट में टोगो के सात यूएन शान्तिरक्षकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में निन्दा की है. इस घटना में तीन अन्य शान्तिरक्षक गम्भीर रूप से घायल हुए हैं.
यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना तब हुई जब यूएन शान्तिरक्षकों का काफ़िला दुएन्तज़ा से सेवारे की ओर जा रहा था.
The Secretary-General strongly condemns today’s attack against a @UN_MINUSMA logistics convoy in the region of Bandiagara, in central Mali. Seven Togolese peacekeepers lost their lives and 3 were seriously injured by an Improvised Explosive Device.https://t.co/zlqZQnoFeh
UN_Spokesperson
महासचिव ने एक वक्तव्य जारी करके, इस हमले में हताहत हुए लोगों के परिजनों, और टोगो की सरकार व स्थानीय जनता के प्रति अपनी गहरी सम्वेदना व्यक्त की हैं.
साथ ही, उन्होंने घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
यूएन प्रवक्ता ने कहा, “महासचिव ने माली सरकार से आग्रह किया है कि इस हमले के दोषियों की शिनाख़्त करने में कोई क़सर ना छोड़ी जाए ताकि उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके.”
शान्ति अभियानों के लिये यूएन के अवर महासचिव ज़्याँ-पियेर लाक्रोआ ने अपने एक ट्वीट सन्देश में कहा, “अफ़्रीकी शान्तिरक्षक एक देश और अपने क्षेत्र में लोगों के समर्थन के लिये आते हैं.”
उन्होंने ज़ोर देकर कहा है कि इन अपराधों के दोषियों के लिये दण्ड सुनिश्चित करना होगा.
माली में यूएन महासचिव के विशेष प्रतिनिधि अल-ग़ासिम वाने ने भी इस कायरतापूर्ण हमले की निन्दा की है और ज़ोर देकर कहा है कि इसे अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत युद्धापराध की श्रेणी में रखा जा सकता है.
माली में यूएन मिशन (MINUSMA) के प्रमुख ने सचेत किया कि इस मिशन में शान्तिरक्षकों ने एक भीषण क़ीमत चुकाई है और अब तक 200 से ज़्यादा सैनिकों की मौत हो चुकी है.
वर्ष 2021 में यूएन मिशनकर्मियों को निशाना बनाकर अनेक हमले किये गए हैं, और अक्सर आईईडी विस्फोटों का भी इस्तेमाल किया गया है.
इस बीच, यूएन प्रवक्ता ने बताया कि उत्तरी माली में एक अन्य घटना में घायल मिस्र के एक शान्तिरक्षक की सोमवार को मौत हो गई.
यूएन शान्तिरक्षक को 22 नवम्बर को एक आईईडी विस्फोट में गम्भीर रूप से घायल हो जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उन्हें उपचार के लिये अन्य दो शान्तिरक्षकों के साथ डाकार के लिये रवाना किया गया था.