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सूडान

सूडान में संघर्ष के परिणामस्वरूप स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ती हुई.
© UNHCR

सूडान: नागरिकों की बढ़ती पीड़ा, 'क्रूर युद्ध' का अन्त करने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र में शान्तिनिर्माण व राजनैतिक मामलों की प्रमुख रोज़मैरी डीकार्लो ने कहा है कि सूडान में परस्पर विरोधी सैन्य गुटों के बीच जारी ‘बेतुका युद्ध' के कारण, आम नागरिकों को भारी क़ीमत चुकानी पड़ रही है.

चाड में एड्रे शरणार्थी शिविर में WFP द्वारा भोजन वितरित किया जाता है.
© WFP/Julian Civiero

सूडान संकट: जान बचाकर भाग रहे लोगों की सहायता के लिए, एक अरब डॉलर की दरकार

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और 64 अन्य मानवीय सहायता व राष्ट्रीय नागरिक समाज संगठनों ने सूडान में हिंसक टकराव से जान बचाने के लिए पड़ोसी देशों में शरण लेने वाले लोगों को अति-आवश्यक सहायता पहुँचाने के लिए एक अरब डॉलर की अपील की है. 

बारिश के कारण शरणार्थी शिविरों तक पहुँचना चुनौतीपूर्ण हो गया है.
© UNOCHA/Iramaku Vundru Wilfred

सूडान: आन्तरिक रूप से विस्थापित लोगों की सहायता के लिए प्रयास

सूडान में कई महीनों से चल रहे संघर्ष के कारण, अब 30 लाख से अधिक लोग देश की सीमाओं के भीतर विस्थापित हो चुके हैं. व्हाइट नाइल राज्य में, बारिश के कारण शिविरों तक पहुँच चुनौतीपूर्ण बनी हुई है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और साझेदार संगठन, विस्थापित परिवारों को सहायता प्रदान करने की पुरज़ोर कोशिशें कर रहे हैं. एक वीडियो रिपोर्ट...

एक सूडानी परिवार सूडान के साथ चाड सीमा के करीब एक शरणार्थी शिवर में आश्रय लेते हुए.
© WFP/Eloge Mbaihondoum

सूडान: युद्ध, भूख और बीमारियों से पीड़ित, बच्चों की एक पीढ़ी का भविष्य दाँव पर

मानवीय राहत मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने चिन्ता जताई है कि सूडान में हिंसक टकराव और भूख का संकट, देश को तबाह कर सकता है और बच्चों की एक पूरी पीढ़ी का भविष्य दाँव पर लगा है. 

सूडान में संघर्ष के कारण लोगों का विस्थापित होना जारी है
UN Photo/Albert González Farran

सूडान: युद्ध के चार महीने, जनजीवन की बर्बादी व मानवाधिकारों का व्यापक हनन

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायताकर्मियों ने, सूडान में युद्ध के चार महीने पूरे होने के अवसर पर, इस टकराव को ख़त्म किए जाने की पुकार लगाई है, जिसने लोगों के जीवनस्वास्थ्य और समग्र कल्याण पर विनाशकारी प्रभाव छोड़े हैं.

सूडान में गर्भवती महिलाएँ और अपने नवजात बच्चों के साथ, एक अस्पताल में अपनी बारी की प्रतीक्षा करते हुए.
© UNFPA/Sufian Adbul-Mouty

सूडान में बदतर होते खाद्य संकट पर, FAO की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य व कृषि संगठन (FAO) ने सूडान में गहराते खाद्य संकट के सम्बन्ध में गुरूवार को एक गम्भीर चेतावनी जारी की है. ग़ौरतलब है कि सूडान, युद्ध के साथ ही, आर्थिक पतन का भी सामना कर रहा है.

चाड में पहुँचे सूडानी शरणार्थियों को, संयुक्त राष्ट्र द्वारा खाद्य सहायता का वितरण.
WFP/Marie-Helena Laurent

सूडान युद्ध के कारण, 40 लाख लोग विस्थापित

संयुक्त राष्ट्र के अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि सूडान में युद्ध ने, पिछले लगभग 100 दिनों के दौरान, क़रीब 40 लाख लोगों को अपने घर छोड़कर अन्यत्र स्थानों पर जाने के लिए मजबूर कर दिया है.

चाड में एड्रे शरणार्थी शिविर में WFP द्वारा भोजन वितरित किया जाता है.
© WFP/Julian Civiero

सूडान: हिंसक टकराव के 100 दिन, शरणार्थियों के लिए गहराता संकट

सूडान में परस्पर विरोधी सैन्य बलों के बीच हिंसक टकराव को शुरू हुए 100 दिन बीत चुके हैं, जिसकी छाया में लाखों लोग, विशेष रूप से बच्चे व महिलाएँ, अपने घरों से विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं. युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक स्वास्थ्य व अन्य अति-आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. यूएन शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और साझेदार संगठन एक साथ मिलकर, इस मानवीय संकट से निपटने हेतु जीवनरक्षक सहायता पहुँचाने के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं और उन्होंने सुरक्षित स्थान की तलाश में जान बचाकर भाग रहे लोगों की बढ़ती संख्या के मद्देनज़र हिंसा पर तुरन्त विराम लगाए जाने का आग्रह किया है. (वीडियो)

2 मई 2023 को, एक माता-पिता सूडान के फाशीर प्रजनन स्वास्थ्य केंद्र में इन्तज़ार करते हुए. केंद्र को यूनिसेफ से WASH और स्वास्थ्य आपूर्ति प्राप्त हुई है.
© Mohamed Zakaria/UNICEF

सूडान: हिंसक टकराव के 100 दिन; बाल मौतों में वृद्धि, शरणार्थियों के लिए हालात से गहराई चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने सोमवार को बताया कि सूडान में मध्य-अप्रैल में शुरू हुई लड़ाई के बाद से अब तक, हिंसक टकराव के 100 दिनों में कम से कम 435 बच्चों की मौत हुई है और दो हज़ार से अधिक बच्चे घायल हुए हैं.

विश्व खाद्य कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन, चाड के एक शरणार्थी शिविर में स्टाफ़ से बातचीत कर रही हैं.
© WFP/Julian Civiero

सहेल क्षेत्र में बढ़ते मानवीय संकट को टालने के लिए, तत्काल कार्रवाई की दरकार

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आगाह किया है कि सूडान में जारी हिंसक टकराव के कारण पश्चिमी और मध्य अफ़्रीका में खाद्य सुरक्षा व प्रवासन पर असर पड़ा है, संसाधन ख़त्म हो रहे हैं, और अन्तर-सामुदायिक तनाव गहरे हो रहे हैं, जिससे पहले से ही अल्पपोषण का शिकार मानवीय सहायता अभियानों पर दबाव बढ़ रहा है.