वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूएन मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार, इसराइली सेना और बाशिन्दों ने, पश्चिमी तट में भी फ़लस्तीनियों को निशाना बनाया है और उनके घरों को गिराया है.
© UNICEF/Alaa Badarneh

ग़ाज़ा में अन्तरराष्ट्रीय स्थरीकरण बल (ISF) के गठन को सुरक्षा परिषद की हरी झंडी

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ग़ाज़ा में अन्तरराष्ट्रीय स्थरीकरण बल की स्थापना को मंज़ूरी दे दी है. परिषद ने यह स्वीकृति, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा समर्थित उस प्रस्ताव को पारित करके दी है जिसके प्रावधानों के तहत ग़ाज़ा में व्यवस्था बहाल की जाएगी, आम लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी और सहायता व पुनर्निर्माण के विशालकाय कार्य के लिए एक नया रास्ता खुलेगा.

ग़ाज़ा पट्टी का अधिकांश हिस्सा हिंसक टकराव की वजह से बर्बाद हो चुका है.
© WFP/Maxime Le Lijour

ग़ाज़ा में नए बल (ISF) की तैनाती के बारे में कुछ अहम जानकारी

पिछले दो वर्ष से भीषण युद्ध से जूझ रहे ग़ाज़ा पट्टी में फ़िलहाल नाज़ुक स्थिति में युद्धविराम लागू है. अब वहाँ अन्तरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (ISF) की तैनाती के लिए अमेरिका द्वारा तैयार किए गए एक प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद में पारित कर दिया गया है जिससे इस बल के गठन का रास्ता खुल गया है.

ग़ाज़ा में दो वर्ष के भीषण युद्ध के बाद, मलबा सफ़ाई व पुनर्निर्माण प्रयास शुरू हो हए हैं.
UN News

ग़ाज़ा में गरिमा बहाली: मलबे व कूड़े-कचरे की सफ़ाई में व्यापक शिरकत

ग़ाज़ा में दो वर्ष के युद्ध से हुई भीषण तबाही से उबरने के प्रयास में, इस क़ाबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र की गरिमा को बहाल करने के लिए लोगों में ख़ास जज़्बा नज़र आ रहा है. शनिवार को हुए शुरुआती सफ़ाई स्तर में, युद्ध में तबाह हुई इमारतों के मलबे को हटाने और सफ़ाई का काम आरम्भ हुआ है जिसमें स्थानीय संगठनों के साथ-साथ यूएन एजेंसियों ने भी शिरकत की है.

यूएन मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार, इसराइली सेना और बाशिन्दों ने, पश्चिमी तट में भी फ़लस्तीनियों को निशाना बनाया है और उनके घरों को गिराया है.
© UNICEF/Alaa Badarneh

पश्चिमी तट में ‘भीड़’ का, फ़लस्तीनियों पर हमले, ग़ाज़ा में बाढ़ से तबाही

इस सप्ताह ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें फ़लस्तीनी क्षेत्र पश्चिमी तट में, मुँह पर मास्क या नक़ाब पहने हुए तथाकथित यहूदी बाशिन्दों की भीड़ ने, फ़लस्तीनी लोगों के घरों व सम्पत्तियों पर में आगज़नी वाले हमले किए हैं.

ग़ाज़ा पट्टी में एक लड़की, इसराइली कार्रवाई में हुई तबाही को देख रही है.
© WFP/Maxime Le Lijour

ग़ाज़ा: आक्रामक, दुखी, गुमसुम बच्चे, युद्ध ने बदल दिया व्यवहार

ग़ाज़ा में इसराइल और हमास के बीच दो वर्ष लम्बे हिंसक युद्ध ने बच्चों को बुरी तरह प्रभावित किया है. एक अध्ययन के अनुसार, 90 फ़ीसदी से अधिक बच्चों में आक्रामक व्यवहार के संकेत नज़र आ रहे हैं.

ग़ाज़ा में युद्धविराम लागू होने के बाद, बहुत से लोग अपने घरों को वापिस लौटकर, अपने रहने का ठिकाना बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.
© WFP/Maxime Le Lijour

ग़ाज़ा: अहम सेवाओं के संचालन के लिए 6 लाख लीटर डीज़ल की आपूर्ति

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता सामग्री मुहैया कराने में सक्रियता के साथ जुटी हैं और एक सप्ताह से भी कम समय के दौरान छह लाख लीटर से भी अधिक डीज़ल ग़ाज़ा पट्टी में पहुँचाया गया है, जिसकी अहम बुनियादी सेवाओं को संचालित रखने के लिए भारी ज़रूरत थी.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने ग़ाज़ा में एक महिला को कम्बल प्रदान किए हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा: लालफ़ीताशाही बाधाओं, असुरक्षा के बावजूद, सहायता के लिए हरसम्भव प्रयास

आपात राहत मामलों के लिए यूएन कार्यालय ने कहा कि ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता अभियान में अब भी अनेक अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है, लालफ़ीताशाही और असुरक्षा की भी चुनौतियाँ हैं, मगर उनके बावजूद, आम फ़लस्तीनियों की जीवनरक्षा व सहायता के लिए हरसम्भव प्रयास किए जा रहे हैं.

ग़ाज़ा सिटी के एक इलाक़े में कुछ लोग गाड़ी में अपना सामान लाद रहे हैं.
© WFP/Maxime Le Lijour

ग़ाज़ा: 'नाज़ुक युद्धविराम' है जारी, विस्थापित लोग भी लौट रहे हैं अपने घरों को

ग़ाज़ा पट्टी में युद्धविराम लागू हुए लगभग एक महीना हो गया है और फ़लस्तीनी परिवार धीरे-धीरे अपने पुराने घरों व समुदायों में लौट रहे हैं. फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने एक अख़बार के लिए अपने लेख में कहा कि नाज़ुक परिस्थितियों में युद्धविराम लागू होने के बावजूद, एक हताश आबादी को कुछ राहत मिली है.

ग़ाज़ा में दो वर्षों की भीषण बमबारी में इमारतें 6 करोड़ से भी अधिक मलबे में तब्दील हो गई हैं.
UN News

ग़ाज़ा: अन्तरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल की तैनाती के लिए, सुरक्षा परिषद की स्वीकृति पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि ग़ाज़ा पट्टी में स्थिति में किसी भी प्रकार के बदलाव के दौरान उसकी पश्चिमी तट के साथ एकता और इसराइल व फ़लस्तीन के बीच दो-राष्ट्र समाधान को बरक़रार रखा जाना होगा. उन्होंने ग़ाज़ा में स्थिरीकरण बल की तैनाती की सम्भावना पर कहा कि सुरक्षा परिषद की स्वीकृति से ही इसे आगे बढ़ाना होगा.

ग़ाज़ा में यूएन एजेंसियाँ, इसराइल के हवाई हमलों के बावजूद सहायता प्रयास जारी रखे हुए हैं, जिनमें स्कूल खोला जाना भी शामिल है.
UN News

ग़ाज़ा में इसराइल के हवाई हमलों के बावजूद, सहायता प्रयास जारी

संयुक्त राष्ट्र और उसकी सहयोगी मानवीय सहायता एजेंसियाँ, ग़ाज़ा पट्टी में हाल के कथित इसराइली हवाई हमलों के बावजूद, अपने सहायता प्रयासों को तेज़ कर रहे हैं. ख़बरों के अनुसार गुरूवार (30 अक्टूबर) को तथाकथित "पीली रेखा" के पास के इलाक़े में भी, इसराइल के कुछ हमले हुए, जिनमें कुछ लोगों हतातत होने की ख़बरें हैं.