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सीरिया: गृह युद्ध के 12 वर्ष, शान्ति के लिए ‘अधिक ऊर्जा’ की पुकार

सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में एक व्यक्ति, भूकम्प से हुई तबाही से सम्बन्धियों के शव निकाले जाते समय, प्रतीक्षा करते हुए.
© UNICEF/Hasan Belal
सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में एक व्यक्ति, भूकम्प से हुई तबाही से सम्बन्धियों के शव निकाले जाते समय, प्रतीक्षा करते हुए.

सीरिया: गृह युद्ध के 12 वर्ष, शान्ति के लिए ‘अधिक ऊर्जा’ की पुकार

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को कहा है कि सीरिया को हाल ही में आए भूकम्प से हुई तबाही में मुहैया कराई गई सहायता व समर्थन को, गृहयुद्ध का कोई राजनैतिक समाधान तलाश करने की दिशा में ले जाने की ज़रूरत है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को एक वक्तव्य में कहा है, “ये समय हम सभी के लिए समरूपता के साथ कार्रवाई करने का है – एक राष्ट्रव्यापी युद्धविराम लागू कराने के लिए, सीरियाई लोगों की वाजिब आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए, और शरणार्थियों की सुरक्षित व सम्मानजनक स्वैच्छिक वापसी के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने के लिए.”

“इसके लिए हमारी प्रतिबद्धता सीरिया की सम्प्रभुता, स्वतंत्रता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के साथ-साथ, क्षेत्रीय स्थिरता के लिए होनी चाहिए.”

एक विकट पड़ाव

यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाया कि शनिवार, 11 मार्च को, सीरियाई युद्ध के 12 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जिस दौरान देश में भीषण युद्ध, व्यवस्थागत अत्याचार, और असीम इनसानी तकलीफ़ें देखी गई हैं.

देश जब पहले ही ऐसे हालात से जूझ रहा था, ऐसे में फ़रवरी 2023 के शुरू में आए एक विनाशकारी भूकम्प ने, मानवीय सहायता की ज़रूरतें और भी बढ़ा दीं, जोकि गृह युद्ध शुरू होने के समय से सर्वाधिक ऊँचे स्तर पर पहुँच गईं.

यूएन प्रमुख ने कहा कि भूकम्प की त्रासदी ने ऐसे समय हमला किया जब देश में आर्थिक परिस्थितियाँ बदतर हो चुकी हैं, जिससे उन समुदायों पर क़हर बरपा हो गया, जो पहले ही युद्ध, विस्थापन की मार झेल रहे थे.

भूकम्प की सर्वाधिक तबाही देश के पश्चिमोत्तर इलाक़े में हुई है, जहाँ पहले ही चालीस लाख से ज़्यादा लोग, जीवित रहने के लिए सहायता पर निर्भर थे.

सहायता तक पहुँच सुनिश्चित करें

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल, सीरिया में भूकम्प से हुई भारी तबाही का जायज़ा लेते हुए.
© UNICEF/Aysegul Karacan

यूएन महासचिव ने कहा, “ऐसे में जबकि हम इस तबाही में मौत का शिकार हुए लोगों का शोक मना रहे हैं, घायलों को सांत्वना दे रहे हैं, और पूरे सीरिया में मानवीय सहायता अभियानों का दायरा बढ़ा रहे हैं, हमें साथ ही तमाम प्रभावित लोगों की ज़रूरतों की पूर्ति के लिए, सहायता तक सभी की पहुँच सुनिश्चित करना जारी रखना होगा.”

उन्होंने कहा कि इस सहायता में त्वरित पुनर्बहाली समर्थन भी शामिल है जिसके तहत, तात्कालिक जीवन-रक्षक ज़रूरतों के समाधान मुहैया कराने के साथ-साथ, सहनक्षमता निर्माण भी किया जाएगा.

उन्होंने तुर्कीये से सीमा चौकी के ज़रिए, सीरिया के पश्चिमोत्तर इलाक़े में, 12 महीने के लिए, सहायता आपूर्ति की गारंटी की तात्कालिकता को भी रेखांकित किया है.

शान्ति मार्ग

यूएन प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा, “इन भूकम्पों से हुई तबाही के माहौल में जो सहायता व समर्थन मुहैया कराए गए हैं, उन्हें राजनैतिक मार्ग की तरफ़ नई ऊर्जा फूँकने के लिए मोड़ना होगा जिससे, सीरिया संघर्ष के लिए ज़िम्मेदार बुनियादी मुद्दों के समाधान निकाले जा सकें.”

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि वो इस बारे में आश्वस्त हैं कि सीरियाई पक्षों और अन्तरराष्ट्रीय हितधारकों के दरम्यान, परस्पर भरोसेमन्द और पुष्ट किए जा सकने वाले क़दमों से, टिकाऊ शान्ति का रास्ता निकाला जा सकता है.

मनमाने बन्दीकरण पर कार्रवाई

उन्होंने कहा कि सीरिया में लाखों लोगों की जबरन गुमशुदगी और मनमाने बन्दीकरण को रोकने के लिए, सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता है. उन्होंने साथ ही ध्यान दिलाया कि इस मुद्दे से सभी तरफ़ के लाखों पीड़ित, भुक्तभोगी और परिवार प्रभावित हैं.

महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन महासभा से, लापता लोगों के पते-ठिकाने और उनके जीवित बचे रहने के बारे में ठोस जानकारी हासिल करने के लिए, एक नई अन्तरराष्ट्रीय संस्था के गठन पर विचार करने की अपनी पुकार फिर दोहराई.

उन्होंने कहा, “सीरियाई लोगों को व्यापक पैमाने पर और व्यवस्थागत रूप में, अन्तरराष्ट्रीय मानवीय और मानवाधिकार क़ानून के उल्लंघनों की तकलीफ़ें सहनी पड़ी हैं.”

“इन अपराधों ने लाखों लोगों की जान ले ली है, लगभग आधी आबादी को विस्थापित किया है, और गहरे ज़ख़्म छोड़े हैं, जिनमें दृश्य और अदृश्य घाव सभी शामिल हैं. अगर हमें टिकाऊ शान्ति के रास्ते पर आगे बढ़ना है तो, दंडमुक्ति के लिए कोई जगह नहीं हो सकती.”