कोविड-19: 'ओमिक्रॉन का BA.2 प्रकार, है चिन्ता का कारण'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के तत्वावधान में एकत्र हुए कुछ वैज्ञानिकों ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी करके कहा है कि कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएण्ट से ही निकले एक और वायरस रूप BA.2 को चिन्ता का कारण मानते रहना चाहिये.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के तकनीकी सलाहकार समूह की सोमवार को हुई बैठक में, BA.2 के ओमिक्रॉन के रूप में ही परिभाषित करते रहने का सुझाव दिया गया है.
Live Q&A on #COVID19 variants of concern, including Omicron's sub-lineage BA.2 with Dr @mvankerkhove, Dr @lsubissi and Dr @AnuragAgrawalMD. #AskWHO https://t.co/qFaYz0RnRv
WHO
कोविड-19 महामारी फैलाने वाले वायरस का नाम – SARS-CoV-2 है और विशेषज्ञों का समूह, विभिन्न वैरिएण्ट्स की संक्रमण फैलाने की क्षमता व संक्रमण की गम्भीरता से सम्बन्धित आँकड़ों पर विचार करने के लिये, नियमित रूप से बैठकें करता है.
इन बैठकों में, बीमारी की जाँच-पड़ताल, उपचार और वैक्सीन पर इन वैरिएण्ट्स के प्रभावों पर भी चर्चा होती है.
इन विशेषज्ञों ने ज़ोर देकर कहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को ओमिक्रॉन के ही एक प्रकार के रूप में, BA.2 की निगरानी करते रहना चाहिये. ध्यान रहे कि दुनिया भर में इस समय कोविड-19 के संक्रमण के लिये यही वैरिएण्ट ज़िम्मेदार है.
ओमिक्रॉन के अनेक रूप हैं जिनमें BA.1 और BA.2 भी शामिल हैं और यूएन स्वास्थ्य एजेंसी व उसके साझीदार संगठन, इन सभी की निगरानी कर रहे हैं.
वैसे तो अनेक अध्ययन जारी हैं, मगर आरम्भिक आँकड़ों से मालूम होता है कि BA.2 उससे पहले प्रकार - BA.1 की तुलना में, ज़्यादा संक्रमण फैलाने वाला नज़र आता है.
वैसे तो ओमिक्रॉन के अन्य प्रकारों की तुलना में BA.2 से सम्बन्धित मामलों में कुछ बढ़ोत्तरी देखी गई है, मगर दुनिया भर में इसके कुल मामलों में कमी दर्ज की गई है.
BA.1 का संक्रमण होने के बाद, BA.2 से फिर से संक्रमित होने के बारे में भी दस्तावेज़ जुटाए गए हैं, और अध्ययनों के आरम्भिक आँकड़े दिखाते हैं कि BA.1 से संक्रमित होने के बाद, BA.2 के संक्रमण के ख़िलाफ़ मज़बूत सुरक्षा मिलती है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी, ओमिक्रॉन के एक हिस्से के रूप में ही BA.2 की भी निगरानी करती रहेगी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों से चौकस रहने, निगरानी करने और किसी भी तरह की ताज़ा जानकारी साझा करने का आग्रह किया है. साथ ही, ओमिक्रॉन के विभिन्न वंशज रूपों का स्वतंत्र व तुलनात्मक विश्लेषण भी करने का आग्रह किया गया है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के आँकड़ों के अनुसार, मंगलवार, 22 फ़रवरी तक, दुनिया भर में कोविड-19 के संक्रमण के 42 करोड़, 48 लाख, 20 हज़ार मामले दर्ज किये गए हैं और 58 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.