Skip to main content

ओमिक्रॉन: ‘घबराने के बजाय, सम्भावित फैलाव का सामना करने की तैयारी करना बेहतर'

सोमालिया में एक महिला को कोविड-19 की वैक्सीन का टीका लगाए जाते हुए.
© UNICEF/Ismael Taxta
सोमालिया में एक महिला को कोविड-19 की वैक्सीन का टीका लगाए जाते हुए.

ओमिक्रॉन: ‘घबराने के बजाय, सम्भावित फैलाव का सामना करने की तैयारी करना बेहतर'

स्वास्थ्य

दुनिया भर में वैज्ञानिक गण, कोविड-19 के नए वैरिएण्ट – ओमिक्रॉन के बारे में ज़्यादा जानकारी व शोध करने में जुटे हैं, ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) शुक्रवार को, सभी देशों से घबराहट से बचने का आग्रह किया है. साथ ही, इस वैरिएण्ट के सम्भावित फैलाव का सामना करने की तैयारी करने का भी आग्रह किया गया है.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने दक्षिण अफ़्रीका और बोत्सावाना द्वारा इस वैरिएण्ट की मौजूदगी के बारे में जानकारी सार्वजनिक करने के फ़ैसले की सराहना करते हुए दोहराया कि ये जानने में अभी दो और सप्ताह का समय लगेगा कि ये वैरिएण्ट कितना संक्रमण फैलाने वाला और कितना ख़तरनाक है.

Tweet URL

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता क्रिस्टियान लिण्डमायर ने जिनीवा में ज़ोर देकर कहा कि इस वैरिएण्ट को बहुत ज़्यादा संक्रमणकारी बताने वाले आँकड़े अभी केवल प्रारम्भिक हैं.

अनावश्यक यात्रा प्रतिबन्ध

प्रवक्ता ने संगठन की वो सलाह भी दोहराई जिसमें अन्धा-धुन्ध यात्रा प्रतिबन्ध लगाने से बचने को कहा गया है, केवल उन देशों के अलावा जहाँ स्वास्थ्य प्रणालियाँ संक्रमण में आए उछाल का मुक़ाबला करने में सक्षम नहीं रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अपने देशों व स्वास्थ्य प्रणालियों को तैयार करना व मुस्तैद बनाना बेहतर होगा क्योंकि ओमिक्रॉन वैरिएण्ट का संक्रमण फैलने की बहुत सम्भावना है.

प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष गर्मियों में चिन्ताजनक घोषित किये गए डेल्टा वैरिएण्ट का ख़तरा अब भी सबसे प्रमुख है और कोरोनावायरस का ये रूप दुनिया भर के 90 प्रतिशत हिस्से में फैला हुआ है.

उन्होंने ओमिक्रॉन वैरिएण्ट के फैलाव से जुड़ी ख़बरों पर त्वरित और ज़रूरत से ज़्यादा कड़ी प्रतिक्रिया के ख़िलाफ़ सतर्क किया है.

“हम इस समय सही रास्ते से भटकें नहीं, जोखिम का सटीक आकलने करने के लिये, यथा सम्भव अधिक से अधिक जानकारी हासिल करें, जोकि हमें आगे बढ़ने में मदद करेगी.”

दक्षिण अफ़्रीका के लिये एक विशेषज्ञ दल

इस घटनाक्रम के साथ, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दक्षिण अफ़्रीका के गाउटेंग प्रान्त में, ओमिक्रॉन की निगरानी करने के लिये, एक तकनीकी टीम भेजी है.

ये टीम, इस वैरिएण्ट की मौजूदगी, फैलाव और कोरोनावायरस के पुनः संक्रमण के मामलों पर भी नज़र रखेगी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गुरूवार को कहा था कि दक्षिण अफ़्रीका में, 30 नवम्बर तक के सात दिनों के दौरान, उनसे पहले के सात दिनों की तुलना में, कोविड-19 के संक्रमण के नए मामलों में 311 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

दक्षिण अफ़्रीका के गाउटेंग प्रान्त में पिछले सप्ताहों के दौरान, संक्रमण मामलों में 375 प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है. देश का सबसे बड़ा शहर जोहानसबर्ग इसी प्रान्त में स्थित है.

इस प्रान्त में कोविड-19 से सम्बन्धित मौतों में भी, पिछले सात दिनों की तुलना में, 28.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.