वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

अफ़्रीका: कोविड मामलों में गिरावट, संक्रमण की चौथी लहर पड़ी धीमी

बुर्कीना फ़ासो में एक महिला, कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाए जाने के बाद, पर्ची दिखाते हुए.
© UNICEF/Frank Dejongh
बुर्कीना फ़ासो में एक महिला, कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाए जाने के बाद, पर्ची दिखाते हुए.

अफ़्रीका: कोविड मामलों में गिरावट, संक्रमण की चौथी लहर पड़ी धीमी

स्वास्थ्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरूवार को कहा है कि अफ़्रीका में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएण्ट से फैली चौथी संक्रमण लहर कुछ धीमी होती नज़र आई है, मामलों में पहली बार महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है, और मृत्यु संख्या भी कम हुई है.

Tweet URL

16 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह में, नए मामलों में 20 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई और मृत्यु संख्या में भी 8 प्रतिशत कमी हुई है.

ग़ौरतलब है कि दक्षिण अफ़्रीका में ही सबसे पहले ओमिक्रॉन वैरिएण्ट की शिनाख़्त की गई थी.

अफ़्रीका महाद्वीप में कोरोनावायरस के इसी रूप के कारण ज़्यादा संक्रमण मामले हुए हैं और मृत्यु संख्या बढ़ी है. अब इस वैरिएण्ट की लहर कुछ धीमी पड़ती नज़र आ रही है. 

वैसे तो पूरे अफ़्रीका महाद्वीप में कोविड-19 के मामलों में कमी आई है, केवल उत्तर अफ़्रीका में मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है जोकि 55 प्रतिशत रही.

ओमिक्रॉन वैरिएण्ट की मौजूदगी अब तक 36 अफ़्रीकी देशों में दर्ज की गई है, साथ ही, दुनिया भर के 169 देशों में भी इस वैरिएण्ट के मामले हुए हैं.

कोविड का रुख़ बदलना होगा

अफ़्रीका के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर मैत्शीदीसो मोएती के अनुसार इस ताज़ा संक्रमण लहर का उछाल, गति और उतार, बिल्कुल अभूतपूर्व रहे हैं, मगर इसका प्रभाव कुछ कम रहा है जिसके परिणाम स्वरूप कम मौतें हुईं और अस्पतालों में भी कम मरीज़ भर्ती हुए.

वैक्सीन की समान उपलब्धता

डॉक्टर मोएती के विचार में, गहराई से समाई विषमता के कारण, अफ़्रीका वैक्सीन उपलब्धता में पीछे रह गया, मगर इसी तरह की विषमता, जीवनरक्षक उपचारों की उपलब्धता में नहीं दोहराई जा सकती.

अलबत्ता, अब वैक्सीन उपलब्धता बढ़ रही है, फिर भी टीकाकरण की दर कम ही है, अभी तक पूरे क्षेत्र में, केवल 10 प्रतिशत आबादी का ही पूर्ण टीकाकरण हुआ है.

अफ़्रीका को अभी तक वैक्सीन के लगभग 50 करोड़ टीके मुहैया कराए गए हैं और उनमें से लगभग 32 करोड़ 70 लाख टीके, लोगों को लगाए जा चुके हैं.

डॉक्टर मोएती के अनुसार, आबादी के ज़्यादा बड़े हिस्से का टीकाकरण करने के लिये, अति महत्वपूर्ण प्रयासों की गति बढानी होगी.

यूएन समर्थित कोवैक्स कार्यक्रम के अनुसार, वर्ष 2022 के मध्य तक, तमाम भागीदार देशों में 45 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण करने के लिये, वैक्सीन टीकों की पर्याप्त आपूर्ति होने की उम्मीद है.

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में कोविड-19 वैक्सीन का टीकाकरण
© UNICEF/Olivia Acland
काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में कोविड-19 वैक्सीन का टीकाकरण