कोविड-19: अमेरिका क्षेत्र में, 2021 में, तीन गुना ज़्यादा मामले
अमेरिका क्षेत्र में स्थित यूएन स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी के पहले वर्ष की तुलना में, दूसरे वर्ष यानि 2021 में वहाँ संक्रमण और मौतों के मामलों में कम से कम तीन गुना वृद्धि होने के कारण, स्थिति बहुत ख़राब रही है.
अमेरिका क्षेत्र में स्वास्थ्य संगठन (PAHO) की निदेशक डॉक्टर कैरिसा ईटियैन ने वर्ष 2021 की अपनी अन्तिम प्रेस वार्ता में क्षेत्रीय हालात की ताज़ा जानकारी और स्वास्थ्य संकट के बारे में वृहद तस्वीर पेश की.
भारी नुक़सान
महामारी शुरू होने के बाद से, अमेरिका क्षेत्र में नौ करोड़ 80 लाख से ज़्यादा लोग संक्रमित हुए और क्षेत्र में इस महामारी के कारण, क़रीब 23 लाख लोगों की जान गई है.
दुनिया भर में कोरोनावायरस संक्रमण के कुल मामलों की एक तिहाई संख्या अमेरिका क्षेत्र में दर्ज की गई. इस स्वास्थ्य महामारी के कारण दुनिया भर में होने वाली मौतों की लगभग 25 प्रतिशत मौतें, अमेरिका क्षेत्र में हुई हैं.
पाहो की निदेशक डॉक्टर कैरिसा ईटियैन ने पत्रकारों को बताया कि अगर वर्ष 2020 और 2021 के बीच तुलना की जाए तो वर्ष 2021 ज़्यादा ख़राब रहा है. ”पिछले वर्ष की तुलना में, वर्ष 2021 के दौरान, कोरोनावायरस के संक्रमण और मौत के मामलों में तीन गुना वृद्धि हुई.”
उन्होंने बताया कि अस्पतालों पर भारी बोझ रहा, अहम दवाओं और अन्य चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति व उपलब्धता कम रही, और स्वास्थ्य प्रणालियों पर अभूतपूर्व बोझ रहा.
क्षेत्रीय परिदृश्य
PAHO, अमेरिका में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के क्षेत्रीय कार्यालय का नाम है.
इस क्षेत्र में, बीते सप्ताह के दौरान, संक्रमण के नौ लाख 26 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज किये गए, जोकि उससे बीते सप्ताह की तुलना में 19 प्रतिशत ज़्यादा थे.
उत्तर अमेरिका में मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही जबकि मैक्सिको में संक्रमण में कुछ कमी हो रही है.
मध्य अमेरिका में मामले कुछ कम हैं, पनामा के अतिरिक्त, जहाँ पिछले एक महीने के दौरान, मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है.
वैक्सीन विषमता बरक़रार
डॉक्टर कैरिसा ईटियैन ने कहा कि कोविड-19 निरोधक वैक्सीन ने करोड़ों लोगों इस भयावह वायरस की मार से बचाने में मदद की है.
अमेरिका क्षेत्र में अभी तक एक अरब 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन के टीके लगाए जा चुके हैं.
उनका ये भी कहना था कि अलबत्ता, वैक्सीन का टीकाकरण अपेक्षित गति से शुरू नहीं हो सका और वैक्सीन वितरण भी असमान रहा है, मगर फिर भी लातीन अमेरिका व कैरीबियाई क्षेत्रों में, 56 प्रतिशत आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.
इसके लिये देशों और दानदाताओं के प्रयास सराहनीय हैं.
डॉक्टर कैरिसा ईटियैन ने आगाह करते हुए कहा कि वैक्सीन विषमता ने क्षेत्र के देशों में विभाजन किया हुआ है. “अगर हम इन अन्तरों को दूर नहीं करते हैं तो, हम इस वायरस पर क़ाबू पाने में नाकाम हो जाएंगे.”
महामारी से सबक़
उन्होंने कहा कि चूँकि कोविड-19 का मुक़ाबला करने के लिये कोई जादुई गोली नहीं है, स्वास्थ्य अधिकारियों ने, नए औज़ार अपनाने और उनका समझदारी से प्रयोग करने की ज़रूरतकोतो रेखांकित किया है.
बहुत सी औषधियाँ, अनुसन्धान और विकास के अन्तिम चरण में हैं, और देशों को उन औषधियों की मंज़ूरी के बाद, उनसे फ़ायदा उठाने के लिये तैयार रहना होगा.
डॉक्टर कैरिसा ईटियैन ने देशों से, महामारी से सीखे गए सबक़ों को, नवनिर्माण की बुनियाद बनाना होगा. इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, और नियामकों की बात ध्यान लगाकर सुनना भी शामिल है, जिनका कार्य औषधियों की सुरक्षा की सावधानी पूर्वक समीक्षा करना और उनके बारे में सिफ़ारिशें पेश करना है.
उन्होंने कहा कि देशों को एक साथ मिलकर काम करना होगा ताकि हर जगह पर लोगों को, नई औषधियों व उपकरणों का लाभ मिल सके.
एकजुटता और एक-दूसरे के लिये
डॉक्टर कैरिसा ईटियैन ने ज़ोर देकर कहा कि हम इतिहास को दोबारा नहीं घटने दे सकते, इसलिये तमाम देशों को उत्पादन क्षमता का विस्तार करने के लिये एकजुटता बढ़ानी होगी, और इसमें अमेरिका क्षेत्र भी शामिल है.
उन्होंने कहा कि ऐसा करना इसलिये ज़रूरी है ताकि देश पूरी तरह से फ़ार्मास्यूटिकल्स उत्पादों व पदार्थों के आयात पर निर्भर ना रहें.