अमेरिकी चुनाव: जो बाइडन और कमला हैरिस को जीत की बधाई
संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमेरिका में राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति पद के लिये हुए चुनावों में जीत हासिल करने पर डैमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन और कमला हैरिस को बधाई देते हुए संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के बीच साझेदारी को, सहयोग का एक ऐसा अतिआवश्यक स्तम्भ बताया है, जो दुनिया के समक्ष मौजूद नाटकीय चुनौतियों का सामना करने के लिये ज़रूरी है.
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की ओर से सोमवार को जारी एक वक्तव्य में अमेरिकी चुनावों में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में हिस्सेदारी करने के लिये देश की जनता को बधाई दी गई है.
वक्तव्या में कहा गया है, “महासचिव नवनिर्वाचित राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को बधाई देते हैं और यह पुष्टि करते हैं कि अमेरिका व संयुक्त राष्ट्र के बीच साझेदारी अन्तरराष्ट्रीय सहयोग का एक अतिआवश्यक स्तम्भ है, जिसकी ज़रूरत दुनिया के समक्ष मौजूद नाटकीय चुनौतियों का सामना करने के लिये है.”
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर ने अपने एक ट्वीट सन्देश में ध्यान दिलाते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को समर्थन प्रदान करने में जो बाइडन का एक लम्बा इतिहास रहा है, और कमला हैरिस की चुनाव में जीत लैंगिक समानता के लिये एक अहम पड़ाव है.
“मैं संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के बीच सम्बन्धों के और ज़्यादा प्रगाढ़ होने और साथ मिलकर एक सुरक्षित व ज़्यादा समृद्ध विश्व के लिये कार्य करने हेतु प्रतीक्षित हूँ.”
शनिवार को अमेरिकी मीडिया में राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडन के विजयी होने की घोषणा की गई थी लेकिन राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने अभी चुनाव परिणामों को स्वीकार नहीं किया है.
राष्ट्रपति ट्रम्प की टीम न्यायालय में परिणामों को चुनौती देने की तैयारी कर रही है और इसके तहत चुनावी नज़रिये से अहम राज्यों में मुक़दमे दायर किये गए हैं.
अहम पड़ाव
महिला सशक्तिकरण के लिये संयुक्त राष्ट्र संस्था (UN Women) की प्रमुख पुमज़िले म्लाम्बो न्गूका ने उपराष्ट्रपति पद की ज़िम्मेदारी पहली बार एक महिला के पास होने की सम्भावना को विश्व भर में महिलाओं व लड़कियों के लिये एक प्रेरणाप्रद लम्हा क़रार दिया है - विशेष रूप से काले मूल की महिलाओं के लिये.
जमैका और भारतीय मूल की कमला हैरिस कैलिफ़ोर्निया से अमेरिकी सैनेट की सदस्य हैं.
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवँ सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की महानिदेशक ऑड्री अज़ूले ने अपने एक ट्वीट में कहा कि मौजूदा वैश्विक चुनौतियाँ अमेरिका से नए सिरे से संकल्प लेने का आहवान करती हैं.
ये संकल्प उस साझा कल्याण के लिये होगा जिसके स्तम्भ विज्ञान, शिक्षा और संस्कृति हैं.
उन्होंने ख़ुशी जताई कि अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय - व्हाइट हाउस में एक शिक्षक का होना सुखद है.
ग़ौरतलब है कि जो बाइडन की जीवन-संगिनी जिल बाइडन (फ़र्स्ट लेडी) एक शिक्षक हैं और उन्होंने अपना कार्य पूर्णकालिक रूप से जारी रखने की बात कही है.
पहले से कहीं ज़्यादा अहम
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के प्रमुख फ़िलिपो ग्रैण्डी ने ट्विटर पर अपने सन्देश में कहा, “दुनिया के सबसे निर्बल लोगों के लिये अमेरिकी नेतृत्व पहले से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है.”
उन्होंने विजयी उम्मीदवारों को बधाई देते हुए कहा कि यूएन एजेंसी वैश्विक और घरेलू शरणार्थी मुद्दों पर नई प्रशासनिक टीम के साथ मिलकर काम करने के लिये प्रतीक्षित है.
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) के महानिदेशक एंतोनियो वितोरिनो ने भी इस भावना को व्यक्त करते हुए साथ मिलकर काम करने का भरोसा जताया है ताकि सर्वजन को लाभ पहुँचाने के लिये प्रवासन का समुचित प्रबन्ध किया जाए.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने इससे पहले सोमवार को जो बाइडन और कमला हैरिस को बधाई देते हुए उनकी प्रशासनिक टीम के साथ नज़दीकी तौर पर काम करने के लिये उत्सुकता ज़ाहिर की थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने इस वर्ष कोरोनावायरस संकट के दौरान कथित ग़लत निर्णयों के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन की सदस्यता छोड़ने के फ़ैसले की घोषणा की थी.
लेकिन जो बाइडन ने फिर से यूएन स्वास्थ्य एजेंसी में शामिल होने का की बार संकल्प जताया है.
साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि नई प्रशासनिक टीम द्वारा कामकाज शुरू किये जाने के पहले ही दिन अमेरिका फिर से जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते का हिस्सा बनेगा.