अमेरिका: यूएन के शीर्ष अधिकारियों ने कैपिटल इमारत में हुए उपद्रव पर जताया दुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव और यूएन महासभा अध्यक्ष सहित यूएन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को वॉशिंगटन डीसी में कैपिटल बिल्डिंग पर, राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा धावा बोले जाने और हिंसक घटनाओं पर दुख ज़ाहिर किया है. अमेरिकी कांग्रेस के सत्र के दौरान हुए इस उपद्रव के कारण, नवम्बर में राष्ट्रपति चुनाव नतीजों की पुष्टि के लिये की जा रही कार्यवाही को कुछ समय के लिये रोक देना पड़ा.
अमेरिकी लोकतन्त्र के केन्द्र वॉशिंगटन डीसी की कैपिटल इमारत में अमेरिकी कांग्रेस का ऊपरी सदन सेनेट (Senate) और निचला सदन प्रतिनिधि सभा (House of Representatives) स्थित हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस के बाहर अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए, राष्ट्रपति चुनावों में धाँधली के आरोप, एक बार फिर दोहराए.
.@antonioguterres is saddened by today’s events in Washington. In such circumstances, it is important that political leaders impress on their followers the need to refrain from violence, as well as to respect democratic processes and the rule of law. https://t.co/SOm1edhbhF
UN_Spokesperson
जिसके बाद उनके समर्थक, अमेरिकी कांग्रेस के बाहर एकत्र होने लगे और उपद्रवियों की भारी भीड़ से सुरक्षा अधिकारियों के लिये कठिन हालात पैदा हो गए.
प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़पों और दीवारों को फाँदकर अमेरिकी कैपिटल इमारत में प्रवेश करने की तस्वीरों ने दुनिया को हैरान कर दिया.
बुधवार को इस उपद्रव में एक महिला की मौत होने की ख़बरें मिली हैं.
अमेरिकी सांसदों ने, कैपिटल इमारत में सुरक्षा बन्दोबस्त मज़बूत किये जाने के बाद, डेमोक्रेट पार्टी नेता जो बाइडन की राष्ट्रपति चुनाव में जीत की पुष्टि किये जाने की कार्यवाही को देर शाम फिर आगे बढ़ाया.
ग़ौरतलब है कि अमेरिकी संसद के सत्र के दौरान रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सांसदों ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत पर सवाल उठाए.
लेकिन सेनेट में बहुमत के रिपब्लिकन नेता मिच मैक्कॉनेल ने ट्रम्प समर्थकों के उपद्रव को विफल विद्रोह क़रार दिया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर बताया कि वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी कैपिटल इमारत में हुए घटनाक्रम से यूएन प्रमुख ने आहत महसूस किया है.
“इन परिस्थितियों में यह अहम है कि राजनैतिक नेता अपने समर्थकों को हिंसा से परहेज़ करने, लोकतान्त्रिक प्रक्रियाओं और क़ानून के राज का आदर करने के लिये मज़बूती से मनाएँ.”
यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने कैपिटल इमारत में उपद्रवियों की भीड़ द्वारा की गई हिंसा पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया है.
उन्होंने अपने बयान में कहा कि यह हमला स्पष्टता से तथ्यों को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किये जाने और राजनैतिक नेताओं द्वारा हिंसा व नफ़रत भड़काए जाने के विनाशकारी नतीजे दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि चुनावों में धाँधली के आरोपों का इस्तेमाल, राजनैतिक प्रक्रिया में हिस्सा लेने के अधिकार को कमज़ोर बनाने के इरादे से किया गया है.
यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त के मुताबिक तमाम कोशिशों के बावजूद प्रक्रिया का आगे बढ़ना उत्साहजनक है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर ने भी कैपिटल हिल में हुई घटनाओं पर दुख और निराशा ज़ाहिर की है.
उन्होंने अपने एक ट्वीट सन्देश में ध्यान दिलाया कि अमेरिका दुनिया के सबसे बड़े लोकतन्त्रों में से एक है.
“मेरा विश्वास है कि इस महत्वपूर्ण घड़ी में हमारे मेज़बान देश में, शान्ति और लोकतान्त्रिक प्रक्रियाओं के लिये आदर की विजय होगी.”
अन्तर-संसदीय संघ (IPU) एक अन्तरराष्ट्रीय संगठन है जो विश्व भर में संसदीय सम्वाद और प्रतिनिधित्व पर आधारित लोकतन्त्र को बढ़ावा देने के लिये प्रयासरत है.
आईपीयू की ओर से जारी एक वक्तव्य में हिंसा की भर्त्सना की गई है. “आईपीयू और संसदीय समुदाय बुधवार, 6 जनवरी, को अमेरिकी कैपिटल इमारत पर प्रदर्शनकारियों के हमले और हिंसा की कड़ी निन्दा करता है.”
“लोकतन्त्र के इस गढ़ और अमेरिकी जनता के प्रतिनिधियों की अखण्डता का सम्मान किया जाना होगा.”
आईपीयू के महासचिव मार्टिन चुंग आँग ने हिंसा की ख़बरों पर गहरा दुख ज़ाहिर किया है. उन्होंने कहा है कि यह लोकतन्त्र और उसके प्रतिनिधियों पर एक अस्वीकार्य और शर्मनाक प्रहार है.