फ़िलीपीन्स: तूफ़ान गोनी से भारी तबाही, करोड़ों प्रभावित, राहत कार्य शुरू
फ़िलीपीन्स में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ और मानवीय सहायता संगठन सुपर तूफ़ान गोनी से प्रभावित समुदायों की मदद करने के लिये सक्रिय हो रहे हैं. इस तूफ़ान ने देश भर में भारी तबाही मचाई है.
तूफ़ान गोनी ने स्थानीय समय के अनुसार रविवार सुबह विनाशकारी दस्तक दी और तीव्र हवाओं की रफ़्तार लगभग 280 किलोमीटर प्रतिघण्टा थी.
Deeply concerned about the estimated 724,000 children in areas affected by typhoon #RollyPH. Team @unicefphils is working with the Philippine government, @UNPhilippines and partners to assess the needs of children and families. We stand ready to provide life-saving support. #Goni pic.twitter.com/4ZgYDl5Pwi
OyunUNICEF
तूफ़ान में लगभग 230 किलोमीटर के दायरे में भारी बारिश ने भी तबाही मचाई.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता संयोजन कार्यालय OCHA के अनुसार इस तूफ़ान से देश भर में लगभग 6 करोड़ 86 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, उनमें से भी लगभग 2 करोड़ 43 लाख लोग बहुत बुरी तरह प्रभावित इलाक़ों में हैं.
सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में बहुत ही नाज़ुक हालात का सामना कर रहे लगभग 23 लाख लोगों में लगभग 7 लाख 24 हज़ार बच्चे हैं.
अनेक स्थानों पर भारी बाढ़ आने और बुनियादी ढाँचे को भारी नुक़सान होने की भी ख़बरें मिल रही हैं.
शुरुआती ख़बरों के अनुसार, गिरते हुए मलबे में दबने और डूबने से, 10 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में एक पाँच साल का बच्चा भी है.
फ़िलीपीन्स में यूएन मानवीय सहायता संयोजक गुस्तावो गोन्ज़ालेज़ राहत कर्मियों ने सहायता टीमों को सक्रिय करने और राहत कार्य शुरू करने के लिये ज़रा भी इन्तज़ार नहीं किया है.
उन्होंने बताया कि यूएन एजेंसियाँ और मानवीय सहायता संगठन पहले से ही सरकारी विभागों व कार्यालयों, रैडक्रॉस और निजी क्षेत्र के समूहों के साथ मिलकर सहायता कार्यों में जुट गए हैं.
नुक़सान का आरम्भिक जायज़ा लेने के साथ-साथ तूफ़ान के विनाशकारी रास्ते की चपेट में आए लोगों की तेज़ी से मदद करने के लिये तेज़ी से प्रयास किये जा रहे हैं.
तबाही का सामना
यूएन मानवीय सहायता संयोजक गुस्तावो गोन्ज़ालेज़ ने तमाम लोगों से अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि फ़िलीपीन्स के लोग बहुत मज़बूत हैं मगर ये बहुत ख़तरनाक तूफ़ान है, हमें बहुत तबाही वाले हालात का सामना करने और लोगों की ज़िन्दगियाँ बचाने के लिये तैयार रहना है.
संयुक्त राष्ट्र के प्रयास
यूएन एजेंसियाँ भी राष्ट्रीय स्तर पर राहत और मदद कार्यों में हाथ बँटा रही हैं.
मानवीय सहायता संयोजन कार्यालय OCHA आरम्भिक नुक़सान का जायज़ा लेने और सहायता की ज़रूरत वाले इलाक़ों का आकलन करने के काम में जुटा है.
संयुक्त राष्ट्र का अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन प्रभावित लोगों को ठहराने के लिये अस्थायी ठिकानों के प्रबन्धन में फ़िलीपीन्स के अधिकारियों की मदद कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र का विश्व खाद्य कार्यक्रम को भी खाद्य सामग्री के वितरण में मदद करने का आग्रह प्राप्त हुआ है.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष यूनीसेफ़ ने प्रभावित परिवारों के लिए ज़रूरी सामग्री की आपात आपूर्ति के इन्तज़ाम किये हैं और जीवनदायी सहायता मुहैया कराने के लिये मुस्तैद है.
यूनीसेफ़ का कहना है कि किसी भी आपदा में बच्चों पर सबसे ज़्यादा असर पड़ता है.
स्थिति पर निकट नज़र रखी जा रही है और जोखिम का सामना करने वाले बच्चों के जीवित रहने, उनके विकास और उनकी हिफ़ाज़त सुनिश्चित किये जाने को लेकर एजेंसी चिन्तित है.
बाल एजेंसी ने कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर वो अपने साझीदार संगठनों को सरकारी आपूर्ति में मदद करने के लिये सक्रिय कर सकती है.