भारत: चुनौतियों और बाधाओं से नहीं डरने वाली सरपंच नीरू यादव
राजस्थान के झुंझनू ज़िले में एक सरपंच नीरू यादव ने, युवजन को मज़बूत करने के साथ-साथ, अनेक पर्यावरण अनुकूल क़दम भी उठाए हैं. नीरू यादव के साथ यूएन मुख्यालय में एक बातचीत...
राजस्थान के झुंझनू ज़िले में एक सरपंच नीरू यादव ने, युवजन को मज़बूत करने के साथ-साथ, अनेक पर्यावरण अनुकूल क़दम भी उठाए हैं. नीरू यादव के साथ यूएन मुख्यालय में एक बातचीत...
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने मंगलवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि विकासशील देशों में सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि में, उनके प्रवासी नागरिकों द्वारा भेजी जाने वाली धनराशि का योगदान, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से कहीं अधिक हो गया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इसराइल से ग़ाज़ा में अपनी युद्धक गतिविधियों में तेज़ी को रोकने की अपील, मंगलवार को फिर दोहराई है. ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि इसराइली सेना ने, ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े में स्थित रफ़ाह सीमा चौकी को अपने क़ब्ज़े में ले लिया है.
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने कहा है कि ग़ाज़ा में युद्धविराम के बारे में अनिश्चितता बरक़रार रहने और रफ़ाह में इसराइल के हमलों में बढ़ोत्तरी होने के हालात में गहरी चिन्ता व्यक्त की है कि ग़ाज़ा में प्रवेश के लिए दो प्रमुख सीमा चौकियाँ भी बन्द कर दी गई हैं.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, सुरक्षा परिषद में हाल ही में, रूस द्वारा उस मसौदे प्रस्ताव पर वीटो का प्रयोग किए जाने के मुद्दे पर चर्चा की है, जिसमें बाहरी अन्तरिक्ष क्षेत्र को हथियारों की नई दौड़ से बाहर रखने की पेशकश की गई थी.
संयुक्त राष्ट्र और 90 अन्य साझीदार संगठनों ने बुधवार को कहा है कि दानदाताओं को यमन में लाखों ज़रूरतमन्द लोगों की मदद करने के प्रयासों को अपना समर्थन जारी रखना होगा.
भारत में सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को साकार करने व उनसे जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए, युवाओं के बीच नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए, एसडीजी स्कूल की स्थापना की गई थी. भारत स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम (UNDP) इसमें एक प्रमुख भागीदार रहा है. हाल ही में, एसडीजी स्कूल से जुड़े बच्चों ने अपने अनूठे नवाचार पेश किए.
ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े रफ़ाह में, इसराइल के सम्भावित हमले की ख़बरों के बीच, वहाँ पनाह ले रहे लगभग एक लाख फ़लस्तीनियों को वो इलाक़ा छोड़कर कहीं अन्यत्र चले जाने के लिए कहा गया है. इन ख़बरों के बीच, यूएन मानवीय सहायता एजेंसियों ने ज़ोर देकर कहा है कि वो अपने सहायता अभियान जारी रखेंगी. इस बीच मीडिया में इस तरह की ख़बरें आई हैं कि हमास ने, इसराइल के नवीनतम युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.
हर साल करोड़ों ज़िन्दगियाँ, दाइयों की महारत और देखभाल पर निर्भर होती हैं, मगर फिर भी दुनिया भर में दाइयों की क़िल्लत के कारण इस पेशे का आकार व दायरा अभूतपूर्व रूप से सिकुड़ रहा है. संयुक्त राष्ट्र की प्रजनन स्वास्थ्य एजेंसी – UNFPA ने 5 मई को मनाए जाने वाले अन्तरराष्ट्रीय दाई (Midwife) दिवस के अवसर पर रविवार को इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया है.
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि भारत में जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, मगर आज भी, ग्रामीण क्षेत्रों की लाखों महिलाओं को, कुशल मातृत्व देखभाल उपलब्ध नहीं है. यूनीसेफ़ और यूएनएफ़पीए के अन्तरराष्ट्रीय मिडवाइफ़री माहिर शिक्षकों की एक टीम, नए दौर में अधिक कुशल मिडवाइफ़ तैयार करने में भारत सरकार की मदद कर रही है. माना जा रहा है कि ये अन्तरराष्ट्रीय माहिर, भारत की पेशेवर दाइयों व नर्सों की अगली पीढ़ी को, जच्चा-बच्चा के लिए एक स्वस्थ भविष्य को आगार देने में मदद करेंगे. दाइयों एवं नर्सों के अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर एक विशेष वीडियो....