कोविड-19 से कैसे बचें
नए कोरोनावायरस से होने वाले संक्रामक रोग कोविड-19 का अभी तक कोई इलाज तो नहीं है मगर बहुत सावधानी बरतने से इसके संक्रमण से बचा भी जा सकता है. कुछ ऐसे ही नुस्ख़े इस वीडियो में...
नए कोरोनावायरस से होने वाले संक्रामक रोग कोविड-19 का अभी तक कोई इलाज तो नहीं है मगर बहुत सावधानी बरतने से इसके संक्रमण से बचा भी जा सकता है. कुछ ऐसे ही नुस्ख़े इस वीडियो में...
भारत में कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई में एकजुटता दिखाने और दिन-रात अथक सेवाएँ कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए रविवार, 22 मार्च को दिन भर का टजनता करफ़्यूट रखा गया है जिसमें लोगों ने स्वेच्छा से शिरकत की. इस दौरान लोगों ने तालियाँ व थालियाँ बजाकर एकजुटता दिखाई.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कोविड-19 के विश्व व्यापी ख़तरे को देखते हुए दुनिया भर में किसी भी तरह के लड़ाई-झगड़ों और युद्धक गतिविधियों को तुरंत रोककर वैश्विक युद्धविराम लागू करने की अपील की है. एक वीडियो संदेश में उन्होंने इस महामारी को पूरी मानव जाति की असल चुनौती बताया...
कोविड-19 महामारी ने दुनिया को हिलाकर रख दिया है. इस बीमारी के वायरस के बारे में सटीक जानकारी व इलाज के अभाव में लोग अक्सर भ्रमित हैं और भ्रान्तियों व अफ़वाहों का भी शिकार हो रहे हैं. इस वीडियो में कुछ भ्रान्तियों व ग़लतफ़हमियों को दूर करने की कोशिश...
कोविड -19 को महामारी परिभाषित किया गया है और विश्व स्तर पर इस बीमारी का सामना करने के लिए असाधारण प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में बहुत से सवाल, भ्रांतियाँ, अफ़वाहें भी देखे जा रहे हैं. ऐसे ही कुछ प्रासंगिक सवालों के जवाब देती ये वीडियो देखें - सांकेतिक भाषा में...
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कोरोनावायरस कोविड-19 के ख़िलाफ़ एकजुट जंग छेड़ने और एक दूसरे का ख़याल रखने की पुकार लगाई है. उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह पर अमल करते हुए ऐहतियाती उपाय मुस्तैदी से करने का भी आहवान किया है. साथ ही इस स्वास्थ्य आपदा का मुक़ाबला करने में एक दूसरे का ख़याल रखने का भी ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र के पाँचवें महासचिव रहे हावियर पेरेज़ डि कुएयर का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. दो बार महासचिव रहे पेरेज़ डी कुएयर को शांतिवार्ता के रास्ते निकालने और कठिन दौर में विश्व संगठन का नेतृत्व करने के लिए याद किया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के न्यूयॉर्क कार्यालय के प्रमुख और सहायक महासचिव सत्या त्रिपाठी ने वन्यजीवों व प्रकृति के संरक्षण को मानवता के अस्तित्व के लिए बेहद अहम क़रार दिया है. उन्होंने वर्ष 2020 को प्रकृति के लिए सुपर साल (super year) बताया क्योंकि इस साल इतनी बैठकें और सम्मेलन हो रहे हैं जिनसे निकलने वाले समाधानों से पर्यावरण के विनाश पर विराम लगाया जा सकता है. पेश है विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर यूएन हिंदी न्यूज़ के प्रमुख महबूब ख़ान के साथ उनकी एक ख़ास बातचीत.