वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

UNGA 75

यूएन महासभा: 75वाँ सत्र
यूएन महासभा के 75वें सत्र से सम्बन्धित सामग्री...

2020 में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना को 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा का वार्षिक सितम्बर में होता है और वर्ष 2020 का ये 75वाँ सत्र कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों में पहली बार वर्चुअल हो रहा है. इस ऐतिहासिक सत्र में वैश्विक महामारी, जलवायु संकट और बढ़ती असमानता के परिप्रेक्ष्य  में, दुनिया भर के नेता, वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिये वर्चुअल चर्चा में भाग लेंगे. यूएन महासभा के 75वें सत्र से जुड़ी कुछ सामग्री यहाँ संकलित है...

निजेर में, आम लोगों पर ग़ैर-सरकारी सशस्त्र गुटों व सैनिक अभियानों में हमले बढ़ रहे हैं, इनके अलावा सीमाएँ बन्द किये जाने और कोविड-19 से निपटने के अन्य उपायों ने बहुत से समूहों को बहुत नाज़ुक हालात में डाल दिया है.
© UNICEF/Juan Haro

कोविड-19 महामारी के दौरान आपसी सहयोग की परीक्षा में ‘विफल हुई दुनिया’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए बहुपक्षवाद को मज़बूती देने और सभी देशों के बीच भरोसा क़ायम करने की आवश्यकता पर बल दिया है. गुरूवार को अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने विभिन्न मोर्चों पर ख़ामियाँ उजागर की हैं लेकिन अन्तरराष्ट्रीय समुदाय इस परीक्षा का सामना करने में विफल रहा है. 

विश्व मौसम संगठन के अनुसार वर्ष 2019 रिकॉर्ड पर वर्ष 2016 के बाद दूसरा सबसे ज़्यादा गर्म साल रिकॉर्ड किया गया है.
WMO/Jordi Anon

'तेज़ बुखार में तप रही दुनिया' के लिये महत्वाकाँक्षी जलवायु कार्रवाई की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरुवार को जलवायु कार्रवाई पर आयोजित एक गोलमेज़ बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व इस समय तेज़ ज्वर से पीड़ित है और जल रहा है. उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर दुनिया मौजूदा पथ पर ही आगे बढ़ती रही तो जलवायु व्यवधान से होने वाली पीड़ा का स्तर हमारी कल्पना से भी परे होगा, इसलिये तात्कालिक रूप से ठोस जलवायु कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है.

अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ़ ग़नी जनरल असेम्बली के 75वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/ Rick Bajornas

75वाँ सत्र: अफ़ग़ान राष्ट्रपति ने पेश की यूएन मूल्यों को आगे बढ़ाने की ‘सुस्पष्ट योजना’

अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी ने बुधवार को यूएन महासभा के 75वें सत्र को अपने सम्बोधन में कहा कि उनका देश अगले पाँच सालों के लिये संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिये एक सुस्पष्ट योजना के साथ आगे बढ़ रहा है जो देश के संविधान में भी निहित हैं.