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सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमले के बाद, संयम की अपील

संयुक्त राष्ट्र के मध्य पूर्व, एशिया व प्रशान्त क्षेत्र के लिए, राजनैतिक मामलों के सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी, सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe
संयुक्त राष्ट्र के मध्य पूर्व, एशिया व प्रशान्त क्षेत्र के लिए, राजनैतिक मामलों के सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी, सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए.

सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमले के बाद, संयम की अपील

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र के राजनैतिक मामलों के सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद से, मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव को और अधिक फैलने से रोकने लिए क़दम उठाने का आग्रह किया है. उन्होंने हाल के दिनों में सीरिया की राजधानी दमिश्क में, ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए घातक हवाई हमलों के बाद यह आग्रह किया है.

मध्य पूर्व, एशिया और प्रशान्त क्षेत्र के लिए, राजनैतिक मामलों के सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी ने सुरक्षा परिषद में राजदूतों को सम्बोधित करते हुए, संयम की ज़रूरत पर ज़ोर दिया. 

उन्होंने कहा, “हम आज सुरक्षा परिषद से अपील करते हैं, जैसाकि हम हर महीने करते हैं, कि क्षेत्रीय शान्ति व सुरक्षा को कमज़ोर करने वाले बदतर होते तनावों और दीगर भड़काव को रोकने के लिए, सभी सम्बन्धित पक्षों के साथ, सक्रिय सम्पर्क क़ायम करना जारी रखें.”

राजनयिक परिसरों का सम्मान करें

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, सीरिया की राजधानी दमिश्क में, हुए उन हमलों की निन्दा की है. 

यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने, मंगलवार को मुख्यालय में कहा कि राजनैतिक और वाणिज्य दूतावासों व कर्मचारियों की विशिष्ट स्थिति के सिद्धान्त सम्मान, हर हालत में किया जाना होगा.

यूएन प्रमुख ने सभी पक्षों को अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत उनकी ज़िम्मेदारियों का सम्मान करने के बारे में याद दिलाया, और सभी सम्बद्ध पक्षों से ऐसे हमले करने से बचने का आग्रह किया, जो आम लोगों व सिविल बुनियादी ढाँचे को नुक़सान पहुँचाएँ.

सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी ने कहा कि ईरान ने यूएन प्रमुख और सुरक्षा परिषद को, सोमवार को एक जैसे पत्र लिखकर कहा है कि इसराइल ने, दमिश्क में ईरान के राजनयिक परिसरों पर हमला किया है, जिसमें पाँच लोग मारे गए और अनेक घायल हुए हैं. मृतकों में वरिष्ठ सैन्य सलाहकार भी थे.

ख़ालेद ख़ैरी ने बताया कि बाद में आईं मीडिया ख़बरों में कहा गया कि मृतक संख्या 13 हो गई थी, जिनमें सात ईरानी कर्मचारी और छह सीरियाई नागरिक थे. उन्होंने इन हमलों की, यूएन प्रमुख द्वारा की गई निन्दा को दोहराया.

क्षेत्रीय अखंडता क़ायम रखें

ख़ालेद ख़ैरी ने कहा, “अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुसार सदस्य देशों की सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए.” 

ख़ालेद ख़ैरी, राजनैतिक एवं शान्ति निर्माण मामलों के साथ-साथ शान्ति अभियानों की ज़िम्मेदारी भी सम्भालते हैं. उन्होंने कहा, "नियम-आधारित अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था, अन्तरराष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा के लिए आवश्यक है, जिसे बनाए रखना इस परिषद का दायित्व है."

उन्होंने याद दिलाया कि सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पेडरसन, सुरक्षा परिषद को देश में लगातार हो रही हिंसा की जानकारी देते रहे हैं. सीरिया में जारी युद्ध हाल ही में 14वें साल में प्रवेश कर गया है.

सीरियाई क्षेत्र में छह विदेशी सेनाओं की कार्रवाई जारी है, जिससे नागरिक जीवन प्रभावित हो रहा है और टकराव का शान्तिपूर्ण समाधान होना असम्भव होता जा रहा है.

हमलों में वृद्धि

ख़ालेद ख़ैरी ने कहा, “इनमें, सीरिया में स्थित ईरान से जुड़े ठिकानों पर बढ़ते घातक हमलों के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार माना जा रहा है, ख़ासतौर पर 7 अक्टूबर को ग़ाज़ा में हमास के साथ मौजूदा युद्ध शुरू होने के बाद से. कई मुक्त स्रोतों ने इस साल की शुरुआत से, कम से कम ऐसे एक दर्जन हमलों की जानकारी दी है.”

उन्होंने सुरक्षा परिषद में लगातार संवाद की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा, "हालाँकि शायद ही कभी इसराइल ने इनमें से किसी भी घटना की ज़िम्मेदारी ली है, लेकिन इसराइली अधिकारियों ने बार-बार सीरिया में अपने सैन्य अभियानों को स्वीकार किया है और यह संकेत भी दिए हैं कि भविष्य में इस तरह की और कार्रवाई की जा सकती है."

अन्त में, ख़ालेद ख़ैरी ने महासचिव की संयम की अपील दोहराई. उन्होंने कहा, "कोई भी ग़लत क़दम, पहले से ही अस्थिर क्षेत्र को व्यापक संघर्ष की ओर धकेल सकता है.  इसके परिणाम नागरिकों के लिए विनाशकारी साबित होंगे, जो पहले से ही सीरिया, लेबनान, क़ाबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र और व्यापक मध्य पूर्व में अभूतपूर्व पीड़ा झेल रहे हैं."

सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पेडरसन ने भी मंगलवार को एक वक्तव्य में, हमले की निन्दा करते हुए, ग़लत आकलन के ख़तरों के प्रति आगाह किया.

उन्होंने कहा, "क्षेत्र में बढ़ती हिंसा और ख़तरों के इस दौर में, तनाव बढ़ाने के बजाय, सभी पक्षों को अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत अपने दायित्वों का दृढ़ता से सम्मान करना चाहिए. यह महत्वपूर्ण है कि सभी सम्बन्धित व्यक्ति, पूरा संयम बरतें और हिंसा को बढ़ाने से बचें."