ईरान

ईरान की राजधानी तेहरान का एक आसमानी दृश्य.
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ईरान: ‘सम्भवतः मानवता के विरुद्ध अपराधों को अंजाम, जवाबदेही ग़ायब’

ईरान में मानवाधिकार स्थिति पर, संयुक्त राष्ट्र के विशेष रैपोर्टेयर जावेद रहमान ने सोमवार को मानवाधिकार परिषद में कहा है कि “देश में पिछले चार दशकों में सर्वाधिक गम्भीर मानवाधिकार उल्लंघन”, 16 सितम्बर 2022 को, पुलिस हिरासत में महसा अमीनी की मौत के बाद हुए हैं.

ईरान की राजधानी तेहरान का एक दृश्य.
© Unsplash/Hosein Charbaghi

ईरान: प्रदर्शनकारियों को दंडित करने के लिये, मृत्युदंड के प्रयोग की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने ईरान में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले लोगों पर आपराधिक आरोप लगाए जाने और उन्हें मृत्युदंड दिये जाने के मामलों पर सरकार की निन्दा की है. उच्चायुक्त कार्यालय ने क्षोभ प्रकट किया है कि है कि देश में राज्यसत्ता प्रायोजित ढंग से लोगों को जान से मार रही है.

हकीम एक्सप्रेसवे, तेहरान, ईरान
Unsplash/Mehrshad Rajabi

ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से, स्वच्छ पर्यावरण, स्वास्थ्य व जीवन के अधिकारों का हनन

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने मंगलवार को जारी अपने एक वक्तव्य में सचेत किया है कि ईरान पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों से, पर्यावरण को बड़ा नुक़सान पहुँच रहा है. साथ ही, इन पाबंदियों से ईरान में सभी लोगों के स्वास्थ्य व जीवन के अधिकार पर असर हुआ है, और वायु प्रदूषण समेत अन्य समस्याओं में वृद्धि हो रही है.

राजनैतिक और शान्ति स्थापना मामलों की अवर महासचिव, रोज़मेरी डिकार्लो, परमाणु अप्रसार व ईरान पर, सुरक्षा परिषद को जानकारी दे रही हैं.
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ईरान द्वारा 'चिन्ताजनक मात्रा' में यूरेनियम संवर्धन, परमाणु समझौते के लिये झटका

संयुक्त राष्ट्र में राजनैतिक और शान्तिनिर्माण मामलों की अवर महासचिव ने सुरक्षा परिषद में सदस्य देशों को सम्बोधित करते हुए कहा है कि 2015 में पारित सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव (2231) के कार्यान्वयन पर कोई प्रगति नहीं हुई है, जिसका उद्देश्य, ईरान के विरुद्ध प्रतिबंध हटाने के बदले यह सुनिश्चित करना था कि ईरान की परमाणु सुविधाओं का उपयोग केवल शान्तिपूर्ण उद्देश्यों के लिये किया जाएगा.

ईरान में 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी की मौत, हिजाब सम्बन्धी विवाद में होने के बाद, स्वीडन में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
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ईरान: यूएन मानवाधिकार परिषद द्वारा जाँच मिशन गठित

यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क द्वारा, ईरान में प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध घातक हिंसा के लगातार प्रयोग की एक स्वतंत्र जाँच की मांग उठाए जाने के बाद, जिनीवा स्थित यूएन मानवाधिकार परिषद ने 16 सितम्बर 2022 को शुरू हुए इन प्रदर्शनों के सम्बन्ध में एक जाँच मिशन गठित किया है.

 स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में जुटे प्रदर्शनकारी, 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी की मौत का विरोध कर रहे हैं.
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ईरान: प्रदर्शनों में मृतकों की बढ़ती संख्या, सुरक्षा बलों की दमनात्मक कार्रवाई पर गहरी चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) के प्रमुख वोल्कर टर्क ने चिन्ता जताई है कि ईरान में विरोध-प्रदर्शनों में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई और अधिक कठोर रूप धारण करती जा रही है. देश में पिछले सप्ताह विरोध-प्रदर्शनों में 40 से अधिक प्रदर्शनकारियों की मौत हुई, जिससे गम्भीर होती जा रही परिस्थितियाँ झलकती हैं. सितम्बर में 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी की मौत के बाद से ही देश में व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन भड़के हैं, जिनमें अब तक 300 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इनमें 40 से ज़्यादा बच्चे हैं.

ईरान की एक महिला महसा अमीनी की हिजाब सम्बन्धी विवाद में मौत होने के बाद, बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं. ऐसा ही विरोध प्रदर्शन अमेरिका के कैलीफ़ोर्निया में भी हुआ.
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ईरान: सुरक्षा बलों को जवाबदेह ठहराने में, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की ठोस कार्रवाई का समय

संयुक्त के एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ जावेद रहमान ने गुरूवार को कहा है कि ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शनों पर सरकारी क्रूर और लगातार दमन की निन्दा पर्याप्त नहीं है, और उन्होंने एक अन्तरराष्ट्रीय जाँच-प्रणाली गठित किये जाने का आहवान किया है.

ईरान की तथाकथित नैतिकता पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद स्वीडन के स्टॉकहोम में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए.
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ईरान: शान्तिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों पर दमनात्मक कार्रवाई, स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय जाँच की मांग

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने ईरान में महसा अमीनी नामक महिला की मौत के बाद भड़के विरोध-प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों की दमनात्मक कार्रवाई और उसमें प्रदर्शनकारियों के मारे जाने की निन्दा की है, और इन घटनाओं की विस्तृत व स्वतंत्र जाँच कराए जाने की मांग की है. महसा अमीनी को कथित तौर पर सही तरीक़े से हिजाब नहीं पहनने के आरोप में  गिरफ़्तार किया गया था और फिर पुलिस हिरासत में ही उनकी मौत हो गई थी.  

ईरान की तथाकथित नैतिकता पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद स्वीडन के स्टॉकहोम में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए.
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ईरान: विरोध प्रदर्शनों में बच्चों की मौतों व उन्हें बन्दी बनाए जाने पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने ईरान में पिछले एक महीने से जारी विरोध प्रदर्शनों के दौरान, सुरक्षा बलों की हिंसक कार्रवाई में बच्चों की मौत होने और उन्हें हिरासत में लिये जाने के मामलों पर गहरी चिन्ता जताई है.

ईरान में 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी की, हिजाब सम्बन्धी विवाद में मौत होने के बाद, स्वीडन में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
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ईरान: हिजाब प्रदर्शनकारियों पर हिंसक बल प्रयोग की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने मंगलवार को कहा है कि ईरान में अधिकारियों को हाल ही में पुलिस हिरासत में मौत का शिकार होने वाली महिला महसा अमीनी के लिये न्याय की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों के अधिकारों का पूर्ण सम्मान करना होगा.