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UNRWA के लिए धन दान, बहाल करने के लिए संयुक्त अपील

ग़ाज़ा युद्ध के कारण बेघर हुए लाखों लोगों ने, UNRWA द्वारा संचालित स्कूलों में पनाह ली है.
© UNRWA/Ashraf Amra
ग़ाज़ा युद्ध के कारण बेघर हुए लाखों लोगों ने, UNRWA द्वारा संचालित स्कूलों में पनाह ली है.

UNRWA के लिए धन दान, बहाल करने के लिए संयुक्त अपील

प्रवासी और शरणार्थी

योरोपीय संघ क्षेत्र में स्थित 17 ग़ैर-सरकारी संगठनों (NGOs) ने, फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी, UNRWA के लिए धन सहायता बहाल करने के लिए एक संयुक्त अपील जारी की है.

इन संगठनों ने गुरुवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है, "हम योरोपीय संघ और सदस्य देशों से इस बात पर ध्यान देने का आग्रह करते हैं कि अन्य सहायता एजेंसियाँ, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता में यूएनआरडब्ल्यूए की केन्द्रीय भूमिका की तरह काम नहीं कर सकती हैं.

उन्होंने कहा कि जबकि मौजूदा संकट के बीच बहुत से सहायता संगठन या सहायता एजेंसियाँ, यूएनआरडब्ल्यूए के साथ साझेदारी और उसके समर्थन के बिना, अपने मौजूदा संचालन को बनाए रखने के लिए भी कठिनाइयों का सामना करेंगे.

यह संयुक्त अपील प्रमुख यूएनआरडब्ल्यूए दानदाताओं द्वारा, इज़राइल के आरोपों के बाद वित्त सहायता निलम्बित किए जाने के सन्दर्भ में जारी की गई है. 

इसराइल ने आरोप लगाए थि अक्टूबर में हमास के हमलों में, UNRWA के एक दर्जन कर्मचारी भी शामिल थे. 

इन आरोपों की जाँच चल रही है, मगर स्वतंत्र संयुक्त राष्ट्र जाँच जारी रहने तक, दानदाताओं ने इस एजेंसी के लिए धन सहायता रोक ली है.

ध्यान रहे कि UNRWA, ग़ाज़ा, पश्चिमी तट, लेबनान, जॉर्डन और सीरिया में लगभग 60 लाख फ़लस्तीनियों के जीवन के लिए आधारशिला रही है जो शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य आवश्यक सेवाएँ मुहैया कराती है.

यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा है कि ग़ाज़ा में लाखों फ़लस्तीनियों के लिए मुख्य सहायता मुहैया कराने वाली इस एजेंसी को धन सहायता रोक दिए जाने से, 20 लाख से अधिक लोगों के लिए, जीवन रक्षक सहायता प्रभावित होगी." 

ग़ाज़ा में OCHA के एक पदाधिकारी पैट्रोपूलोस ने कहा है, "ग़ाज़ा से नज़रें मत फेरें. जो हो रहा है उसकी सच्चाई का पता करें और मानवता में विश्वास करें. एकमात्र अच्छी चीज़ जो युद्ध कर सकता है, वो है इसका अन्त.”