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COP28: गत दशक में जलवायु परिवर्तन में' चिन्ताजनक उछाल' की चेतावनी

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की, अंटार्कटिका यात्रा का एक दृश्य (नवम्बर 2023).
UN Photo/Mark Garten
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की, अंटार्कटिका यात्रा का एक दृश्य (नवम्बर 2023).

COP28: गत दशक में जलवायु परिवर्तन में' चिन्ताजनक उछाल' की चेतावनी

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र के मौसम प्रमुख ने मंगलवार को कहा है कि बीता दशक, रिकॉर्ड पर सबसे अधिक गर्म साबित हुआ है, जिसने 30 वर्ष का चिन्ताजनक रुझान जारी रखा है. और ये उछाल मानव गतिविधियों के कारण, ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में हुई वृद्धि के कारण अधिक हुआ है.

संयुक्त राष्ट्र विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, वाली भूमि और महासागर के रिकॉर्ड तोड़ तापमान वृद्धि के साथ, 2011-2020 के दशक में ग्रीनहाउस गैसों की सांद्रता में लगातार वृद्धि देखी गई, जिसने हिमनद की नाटकी हानि और समुद्र-स्तर में वृद्धि को बढ़ावा दिया.

यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब दुबई में जारी मौजूदा वार्षिक संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन COP28, अपने मध्य पड़ाव पर पहुँच गया है, जहाँ देश, जलवायु परिवर्तन के कारण निर्बल देशों को होने वाले नुक़सान और क्षति के लिए भुगतान करने के लिए एक नए स्वैच्छिक कोष पर सहमत हुए हैं.

मगर आने वाले दिनों में ग्रीनहाउस उत्सर्जन पर अंकुश लगाने और जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीक़े से समाप्त करने के लक्ष्य के सम्बन्ध में कड़ी बातचीत होने वाली है.

ध्रुवीय, पर्वतीय क्षेत्रों पर 'गहरा' प्रभाव

WMO की  Decadal State of the Climate नामक रिपोर्ट दुबई में जारी की गई है जिससे मालूम होता है कि 2011 और 2020 के बीच, अधिक देशों ने किसी भी अन्य दशक की तुलना में रिकॉर्ड उच्च तापमान की सूचना दी है.

यह रिपोर्ट, ध्रुवीय क्षेत्रों और ऊँचे पहाड़ों में होने वाले "विशेष रूप से गहन परिवर्तन" पर भी चेतावनी देती है.

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यूएन मौसम संगठन (WMO) ने चेतावनी दी है कि जलवायु सम्बन्धी झटके, सतत विकास को कमज़ोर कर रहे हैं, जिसका वैश्विक खाद्य सुरक्षा, विस्थापन और प्रवासन पर गम्भीर प्रभाव पड़ रहा है.

संगठन के महासचिव पैटेरी टालस ने कहा, "1990 के दशक के बाद से प्रत्येक दशक, उसके पहले की तुलना में अधिक गर्म रहा है, और हमें इस प्रवृत्ति के पलटने का कोई तत्काल संकेत नहीं नज़र आता है. हम अपने पिघलते ग्लेशियरों और बर्फ़ की चादरों को बचाने की दौड़ में हार रहे हैं.."

उन्होंने आग्रह करते हुए कहा, "हमें, जलवायु परिवर्तन को नियंत्रण से बाहर होने से रोकने के लिए, ग्रह के लिए सर्वोच्च और सर्वोपरि प्राथमिकता के रूप में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती करनी होगी."

'आशा की एक किरण'

यह रिपोर्ट एक गम्भीर तस्वीर पेश करती है, मगर यह सकारात्मक विकास पर भी प्रकाश डालती है, जिसमें मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत ओज़ोन-क्षयकारी रसायनों को चरणबद्ध तरीक़े से समाप्त करने के सफल अन्तरराष्ट्रीय प्रयासों के परिणाम स्वरूप, 2011-2020 की अवधि के दौरान एक छोटा अंटार्कटिक ओज़ोन छेद हुआ है.

WMO के शोधकर्ताओं का विचार है कि इसके अतिरिक्त, पूर्वानुमानों, प्रारम्भिक चेतावनी प्रणालियों और समन्वित आपदा प्रबन्धन में प्रगति ने, चरम घटनाओं से हताहतों की संख्या को कम किया है, भले ही आर्थिक नुक़सान बढ़ गया है.

हालाँकि रिपोर्ट, कुल मिलाकर अधिक ठोस उपायों की आवश्यकता पर ज़ोर देती है. दरअसल, जबकि सार्वजनिक और निजी जलवायु वित्त, 2011 से 2020 के दशक में, लगभग दोगुना हो गया है, इसलिए जलवायु उद्देश्यों को पूरा करने के लिए दशक के अन्त तक सात गुना वृद्धि आवश्यक है.