वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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जलवायु

विश्व खाद्य कार्यक्रम ने, जमैका में समुद्री तूफ़ान मेलिसा का सामना करने के लिए, व्यापक तैयारियों में मदद की है.
WFP Jamaica

मेलिसा तूफ़ान से हुए विनाश पर गम्भीर चिन्ता, सहायता राशि भी आवंटित

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, अब तक के सबसे शक्तिशाली अटलांटिक तूफानों में से एक मेलिसा द्वारा कैरीबियाई क्षेत्र में हुए व्यापक विनाश पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है. उन्होंने साथ ही, इस तूफ़ान का मुक़ाबला करने में मदद के लिए हेती और क्यूबा को, 40-40 लाख डॉलर की राशि आवंटित करने की घोषणा की है.

कैरीबियाई क्षेत्र में समुदाय, तूफ़ान मेलिसा का सामना करने के लिए तैयारियाँ कर रहे हैं. इस क्षेत्र के देशों में अक्सर गम्भीर तूफ़ानों ने, भारी नुक़सान पहुँचाया है.
© UNICEF/Roger LeMoyne

तूफ़ान मेलिसा की कैरीबियाई क्षेत्र में ख़तरनाक दस्तक, 16 लाख बच्चों पर जोखिम

तूफ़ान मेलिसा के, मूसलाधार बारिश और तूफ़ानी हवाओं के साथ कैरीबियाई क्षेत्र में विनाशकारी दस्तक देने की आशंका है, जिससे कम से कम 16 लाख बच्चों के लिए ख़तरा उत्पन्न हो रहा है. इस क्षेत्र के जमैका, हेती और आसपास के द्वीपों में परिवार बाढ़, भूस्खलन और व्यापक व्यवधान का सामना करने के लिए कमर कस रहे हैं.

हानिकारक मीथेन गैसों का, जलवायु परिवर्तन में बड़ा हिस्सा है.
© Unsplash/Anne Nygård

मीथेन रिसाव की अधिकतर चेतावनियाँ, जलवायु ख़तरे के बावजूद नज़रअंदाज़ की गईं

संयुक्त राष्ट्र उपग्रह निगरानी की बदौलत, मीथेन गैस के प्रमुख रिसावों का पता लगाने में काफ़ी सुधार हुआ है, मगर फिर भी कम्पनियाँ और सरकारें, केवल लगभग 12 प्रतिशत चेतावनियों पर ही कार्रवाई कर रही हैं.

यूएन प्रमुख ने कहा है कि पूर्व-चेतावनी प्रणालियाँ, जान-माल के नुक़सान को कम करने में मददगार साबित हो रही हैं.
© WMO

जलवायु विज्ञान और पूर्व चेतावनी हैं ज़िन्दगियाँ बचाने की कुंजी

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि कोई भी देश, चरम मौसम के विनाशकारी प्रभावों से सुरक्षित नहीं है - और जीवन बचाने का मतलब है – पूर्व-चेतावनी प्रणालियों को सभी के लिए सुलभ यानि उनकी पहुँच में बनाना.

हरियाली और जैव विविधता से भरपूर वनों को पृथ्वी के फेफड़े कहा जाता है.
UNIC Jakarta

पिछले दशक के दौरान वन कटाई में कमी से जागी आशा की किरण

घनी हरियाली, पेड़ों और वन्यजीवों से भरपूर वन, पृथ्वी के फेफड़े और बहुत से समुदायों के लिए आजीविका का स्रोत हैं. इसके बावजूद वर्ष 1990 से अब तक, लगभग 50 करोड़ हैक्टेयर यानि लगभग 75 करोड़ फुटबॉल मैदानों के बराबर, वनों का विनाश हो चुका है.

तुर्की के ग्रामीण इलाक़े में परम्परागत पोशाक पहने हुए एक महिला ने अपने मवेशी को उठाया हुआ है.
Demet Özer Yakut

पशुपालन पर निर्भर है 1.3 अरब आबादी की आजीविका, ज़िम्मेदारी पर ज़ोर

दुनिया भर में पशुपालन के ज़रिए, लगभग 1 अरब 30 करोड़ आबादी की आजीविका चलती है और यह क्षेत्र, दुनिया भर में कृषि से मिलने वाले सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 40 प्रतिशत का योगदान करता है. ऐसे में पशुपालन क्षेत्र की टिकाऊ और ज़िम्मेदार तरीक़े से देखभाल और उसका विकास किया जाना, आज की सबसे बड़ी ज़रूरत बन चुका है. 

प्रजक्ता कोली, UNDP-इंडिया युवा जलवायु चैम्पियन.
UN News/Pooja Yadav

UNGA80: जलवायु चैम्पियन प्राजक्ता कोली की नज़र में सबकी है समान ज़िम्मेदारी

यूएन मुख्यालय में महासभा के सत्र 80वें सत्र के दौरान, SDG मीडिया ज़ोन में दुनिया भर से समाजिक कार्यकर्ता, विशेषज्ञ आदि सतत विकास लक्ष्य से जुडे़ मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. इस दौरान, UNDP-इंडिया की युवा जलवायु चैम्पियन, प्राजक्ता कोली ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियों के बारे में बात की और कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए, सभी की समान ज़िम्मेदारी है...(वीडियो)
 

भारत की जिनाली मोदी, 2025 के UNEP - युवा पृथ्वी चैम्पियन पुरस्कार से सम्मानित.
UN News/Pooja Yadav

केले के पेड़ के रेशो से नई तरह का चमड़ा बना रही हैं जिनाली मोदी

भारत की जिनाली मोदी को, युवा पृथ्वी चैम्पियन 2025 पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनकी कम्पनी केले के पेड़ के रेशो से नई तरह का चमड़ा बना रही हैं जो पशुओं से निकलने वाला चमड़ा नहीं बल्कि एक टिकाऊ विकल्प बनाती है. जिनाली मोदी की कम्पनी Banofi का उत्पाद, पारम्परिक चमड़े की तुलना में जल के उपयोग, विषाक्त अपशिष्ट और CO₂ उत्सर्जन को काफ़ी कम करता है. इससे फ़ैशन उद्योग को कम ख़राब प्रभाव वाला सामग्री विकल्प मिलता है...(वीडियो)

United Nations/Roberta Politi

वैश्विक नेताओं को, संकटों के बीच साहसिक क़दम उठाने होंगे – एंतोनियो गुटेरेश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने, महासभा के 80वें उच्च-स्तरीय सप्ताह से पहलेदेशों से आहवान किया कि वे अन्तरराष्ट्रीय सहयोग मज़बूत करेंजलवायु व वित्तीय सुधारों पर ठोस निर्णय लें और बहुपक्षवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराएँ.

वैश्विक संचार विभाग (DGC) की प्रमुख मेलिसा फ़्लेमिंग ने, UNGA80 के अवसर पर, विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर,  महासचिव एंतोनियो गुटेरेश का इंटरव्यू किया (2025).
United Nations/Roberta Politi

UNGA80: गुटेरेश का, वैश्विक संकटों से निपटने के लिए 'हवा का रुख़ बदलने’ का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने महासभा के उच्च-स्तरीय सप्ताह की पूर्व संध्या पर, विश्व नेताओं से एक कड़ी पुकार लगाई है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि युद्ध, जलवायु परिवर्तन, असमानता और तकनीकी जोखिम का एक "वैश्विक संकट" तत्काल, समन्वित कार्रवाई की मांग करता है.