वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां
नेपाल आधारित सिविल सोसायटी समूह जीगो बिगास संस्थान, दुबई में कॉप28 के दौरान, एक कार्रवाई करते हुए.

COP28: निर्बलों को, जलवायु निधि की अग्रिम पंक्ति पर लाने की पुकारें

COP28/Christopher Edralin
नेपाल आधारित सिविल सोसायटी समूह जीगो बिगास संस्थान, दुबई में कॉप28 के दौरान, एक कार्रवाई करते हुए.

COP28: निर्बलों को, जलवायु निधि की अग्रिम पंक्ति पर लाने की पुकारें

जलवायु और पर्यावरण

दुबई में जारी यूएन जलवायु सम्मेलन कॉप28 में, सोमवार को, चर्चा का ध्यान, जलवायु के सर्वाधिक जोखिम का सामना कर रहे देशों और समुदायों को वित्तीय समर्थन पर केन्द्रित हुआ है. ऐसे में, जलवायु संकट के विनाशकारी प्रभावों से सर्वाधिक प्रभावित समुदायों के पैरोकारों ने, अपनी आवाज़ बुलन्द की है. आवाज़ बुलन्द करने वालों में विकासशील देशों के युवजन और महिलाएँ अधिक नज़र आए, जो इन जोखिमों से सर्वाधिक प्रभावित हैं.

इनमें सेनेगल की युवा गायिका और रैपर ओऊमी गुएये भी शामिल हैं, जो OMG के नाम से भी जानी जाती हैं. औउमी, जलवायु कार्रवाई को अपनाने के लिए तब प्रेरित हुईं, जब सेनेगल की राजधानी डकार के पूर्व में स्थित बार्गनी में, उनके दादा-दादी का घर, बढ़ते समुद्री स्तर के कारण तबाह हो गया था.

वह साहेल में मानवीय कारणों की पैरोकारी करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय OCHA के साथ सहयोग कर रही हैं. साहेल में मानवीय परिस्थितियों को, दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती मानवीय आपात स्थितियों में से एक माना जाता है.

ओएमजी, क्षेत्र के पाँच अन्य प्रमुख कलाकारों के साथ 'My Sahel' नामक परियोजना का हिस्सा हैं. उन्होंने एक साथ मिलकर, एक ट्रैक जारी किया, जिससे प्राप्त आय को, योगदान देने वाले कलाकारों और पश्चिम व मध्य अफ़्रीका के लिए OCHA द्वारा प्रबन्धित मानवीय कोष के बीच विभाजित किया जाता है.

ओएमजी ने यूएन न्यूज़ से बात करते हुए, उस कठिन परिस्थिति का वर्णन किया जिसमें उनके देश में, उनके साथी तेज़ी से ख़ुद को पा रहे हैं. बढ़ते तापमान और, सेनेगल के मामले में, समुद्र का स्तर आजीविकाओं व और घरों को नष्ट कर रहा है, ग़रीबी, हिंसा बढ़ा रहा है और ख़तरनाक मार्गों से प्रवास को बढ़ावा दे रहा है.

उन्होंने कहा, "युवा लोग अपने लिए बेहतर स्थिति की ख़ातिर, समुद्र से यात्रा करने का जोखिम उठाते हैं, और कुछ लोग अपनी जान गँवा देते हैं - जो समुदायों और उनके देशों के भविष्य के लिए एक त्रासदी है."

सेनेगल की गायिका और रैपर ओयूमी गुएये उर्फ़ OMG, जलवायु संकट के बारे में जागरूकता बढ़ाने में सक्रिय हैं.
UN News/Dominika Tomaszewska-Mortimer
सेनेगल की गायिका और रैपर ओयूमी गुएये उर्फ़ OMG, जलवायु संकट के बारे में जागरूकता बढ़ाने में सक्रिय हैं.

नया जलवायु कार्रवाई खाता

दुबई सम्मेलन में, जलवायु संकट का मानवीय प्रभाव सुर्ख़ियों में है. संयुक्त राष्ट्र के केन्द्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष (CERF) के हिस्से के रूप में, OCHA ने एक जलवायु कार्रवाई खाता शुरू किया. इस खाते के तहत, बाढ़ सूखा, तूफान और अत्यधिक गर्मी जैसी जलवायु सम्बन्धी आपदाओं के लिए, मानवीय प्रतिक्रियाओं के वित्तपोषण और सहनशीलता निर्माण के लिए, एक अतिरिक्त अवसर प्रदान किया जाएगा.

प्रत्येक वर्ष, सीईआरएफ़ निधि का एक चौथाई से एक तिहाई हिस्सा, पहले से ही चरम मौसम सम्बन्धी आपदाओं के लिए ख़र्च किया जाता है.

संयुक्त राष्ट्र की उप आपातकालीन राहत प्रमुख जॉयस मसुया ने इस निधि को बढ़ाने के महत्व पर ज़ोर दिया "क्योंकि हम एक ऐसी दुनिया में आगे बढ़ रहे हैं जिसमें जलवायु परिवर्तन, लोगों की बढ़ती संख्या पर ‘डैमोकल्स की तलवार’ की तरह लटका हुआ है".

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के अन्तर सरकारी पैनल (आईपीसीसी) के अनुसार, लगभग 3.5 अरब लोग, यानि लगभग आधी मानवता, जलवायु परिवर्तन के प्रति अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों में रहते हैं.

ख़रबों डॉलर का नुक़सान

मेडागास्कर में भी, बाढ़ जैसी जलवायु सम्बन्धित आपदाओं से, स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक चुनौतियाँ उत्पन्न होती हैं.
© UNICEF/Tsiory Andriantsoarana

संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी WMO के नेतृत्व में, वर्ष 2023 के आरम्भ में प्रकाशित ‘यूनाइटेड इन साइंस’ नामक रिपोर्ट में मालूम होता है कि चरम मौसम की घटनाओं की भारी क़ीमत चुकानी पड़ती है. 

रिपोर्ट के अनुसार, 1970 और 2021 के बीच मौसम, जलवायु और पानी की चरम घटनाओं से लगभग 12 हज़ार आपदाओं की सूचना मिली, जिससे 4.3 ट्रिलियन डॉलर का आर्थिक नुक़सान हुआ - उनमें से अधिकांश नुक़सान विकासशील देशों में हुआ.

जलवायु व्यवधानों के सबसे बुरे परिणामों से ख़ुद को बचाने में कमज़ोर देशों का समर्थन करने के लिए, वर्ष 2022 में मिस्र के शर्म अल-शेख़ में कॉप27 में, ‘हानि व क्षति निधि’ पर सहमति व्यक्त की गई थी. इस वर्ष कॉप28 के शुरुआती दिन, कार्यान्वित की गई ‘हानि और क्षति निधि’ को एक प्रमुख जलवायु न्याय साधन के रूप में सराहा गया है और इसे वर्ष के यूएन जलवायु सम्मेलन का पहला प्रमुख परिणाम भी कहा गया है.

‘हानि व क्षति निधि’ को अब तक $65 करोड़ की रक़म के योगदान के संकल्व व्यक्त किए जा चुके हैं, और दुबई में मौजूद कमज़ोर समुदायों के पैरोकारों ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया है कि इस निधि से, सर्वाधिक प्रभावित लोगों व समुदायों को लाभ मिले.