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पर्यावरण

समुद्री तटों पर व महासागर की गहराई में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक, काग़ज़, लकड़ी, धातु और अन्य पदार्थ घुल गए हैं.
UN News/Laura Quinones

प्लास्टिक प्रदूषण की समाप्ति के लिए, विश्व एकता की दरकार

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार, 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर अपने सन्देश में, प्लास्टिक कूड़े-कचरे (अपशिष्ट) के त्रासद परिणामों से छुटकारा पाने की महत्ता पर ज़ोर दिया है.  उनका ये सन्देश इस सन्दर्भ में और भी ज़्यादा अहम है कि अन्तरराष्ट्रीय वार्ताकार, प्लास्टिक प्रदूषण की समाप्ति पर, नवम्बर 2023 तक एक सन्धि का मसौदा तैयार करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं.

WFP व भारत के ओडिशा प्रदेश की सरकार की पहल के तहत, महिला किसानों को सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षित किया जाएगा.
WFP India

भारत: महिला सशक्तिकरण व खाद्य सुरक्षा के लिए, सौर ऊर्जा पहल

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और भारत के पूर्वी प्रदेश ओडिशा की सरकार ने, Solar 4 Resilience (S4R) नामक पहल शुरू की है, जिसके तहत महिलाओं और छोटे किसानों के लिए सौर ऊर्जा आधारित तकनीकों के ज़रिए, सहनसक्षमता एवं आजीविका निर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं.

7 वर्षीय उरैया, अपने घर के अवशेषों के बीच एक टीवी सेट पर बैठा है, जो 2016 में फिजी में चक्रवात विंस्टन से नष्ट हो गया था.
© UNICEF/UN011476/Sokhin

पूर्वी एशिया और प्रशान्त क्षेत्र के बच्चों पर, जलवायु आपदाओं का सर्वाधिक जोखिम

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष - UNICEF ने बुधवार को जारी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि पूर्वी एशिया और प्रशान्त क्षेत्र के बच्चे, अपने दादा-दादी की तुलना में, छह गुना अधिक जलवायु सम्बन्धित झटकों का सामना कर रहे हैं, जिससे उनकी सहनक्षमता कम होती जा रही है और असमानताएँ बढ़ रही हैं.

म्याँमार में चक्रवाती तूफ़ान मोका ने भारी तबाही मचाई, जिसमें बहुत से लोगों के आवास ही ध्वस्त हो गए.
© UNICEF/Naing Lin Soe

WFP: चक्रवाती तूफ़ान मोका के क़हर के बाद राहत कार्य जारी

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के अनुसार, शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान मोका ने बांग्लादेश व म्याँमार के लाखों कमज़ोर लोगों के जीवन में क़हर बरपाया है. WFP के मुताबिक़, म्याँमार में चक्रवात के सीधे रास्ते में कम से कम 8 लाख लोगों को आपातकालीन खाद्य सहायता की आवश्यकता होगी. यह संख्या, तूफ़ान से पहले की संख्या की तुलना में दोगुनी है.

© UNHCR/Kiri Atri

चक्रवाती तूफ़ान मोका के बाद, बांग्लादेश में राहत कार्य

शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान मोका गत रविवार (14 मई) को, तीव्रता के साथ बांग्लादेश और म्याँमार के तटीय इलाक़ों से टकराया. हालाँकि जैसी पहले आशंका जताई गई थी, चक्रवात मोका की ज़मीन पर दस्तक, कॉक्सेस बाज़ार के विशाल शरणार्थी शिविर में नहीं हुई. लेकिन फिर भी भीषण हवाओं के कारण इन स्थानों पर सैकड़ों अस्थाई आश्रय तहस-नहस हो गए. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ सप्ताहान्त से ही, बचाव व राहत कार्यों में जुटी हुई हैं और तटीय इलाक़ों से संवेदनशील आबादी को बचाकर, सुरक्षित शरण स्थलों पर पहुँचाया गया है.

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मलावी में एक चक्रवाती तूफ़ान फ़्रैडी से बचने के लिए अपने घरों से पलायन करते हुए लोग.
© UNICEF

ख़तरों से भरी एक दुनिया में, आपदाओं से बचाव

संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से वर्ष 2015 में एक अन्तरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण समझौता वजूद में आने के बावजूद, दुनिया भर में पहले से कहीं अधिक संख्या में लोग आपदाओं से प्रभावित हो रहे हैं. दुनिया को अधिक सुरक्षित बनाने वाले उस समझौते को पूर्ण रूप से लागू करने के प्रयासों को गति देने के इरादे से, दुनिया भर से विशेषज्ञ, इस सप्ताह 18 और 19 मई को यूएन मुख्यालय में एकत्र हो रहे हैं.

बंगाल की खाड़ी में तूफ़ान मोचा का सामना करने के प्रयासों के तहत, बांग्लादेश में यूनीसेफ़ के एक भंडार में तैयारियाँ.
© UNICEF/Rashad Wajahat Lateef

बंगाल की खाड़ी में, चक्रवाती तूफ़ान मोका का संकट गहराने पर मुस्तैदी

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने आगामी सप्ताहान्त के दौरान सम्भावित तूफ़ान मोचा का सामना करने की तैयारियों के तहत, शुक्रवार का दिन, बांग्लादेश और म्याँमार में, समुदायों को मुस्तैद करने में बिताया.

अमेरिका के न्यूयॉर्क प्रान्त में एक वन.
UN Photo/Mark Garten

वनों पर यूएन फ़ोरम: जानने योग्य 5 बातें

दुनिया भर में जंगलों यानि वनों के टिकाऊ प्रबन्धन का मुद्दा, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में सोमवार को शुरू हुए, वनों पर यूएन फ़ोरम में प्रमुखता हासिल कर रहा है. इस फ़ोरम में, दुनिया भर से हितधारक, सदस्य देशों से लेकर सिविल सोसायटी और साझीदारों तक के प्रतिनिधि, पृथ्वी के इस अति महत्वपूर्ण संसाधन पर विचार करने के लिए एकत्र हो रहे हैं. यहाँ पेश हैं - आपके जानने योग्य पाँच बातें...

वर्षा रायकवार, एक रेडियो कार्यक्रम की मेज़बानी करती हैं, जो 200 गाँवों में 5 लाख से अधिक लोगों तक पहुँचने वाले सामुदायिक रेडियो स्टेशन पर एक दैनिक कार्यक्रम है.
UNDP India

भारत: बदलाव के प्रहरी, रेडियो द्वारा जलवायु कार्रवाई

भारतीय राज्य मध्य प्रदेश की एक 27 वर्षीय रेडियो जॉकी वर्षा रायकवार ने, एक गाँव को जैविक खेती की ओर बदलाव करने और 100 से अधिक गाँवों को इसकी शुरूआत करने के लिए प्रेरित किया है. यूएनडीपी की ‘इंस्पायरिंग इंडिया’ पत्रिका में वर्षा जैसी महिलाओं के काम का जश्न मनाया गया है.

टाइट टर्नर कार्यक्रम आयोजन में युवा जलवायु कार्यकर्ताओं की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया.
UNEP India

प्लास्टिक प्रदूषण के विरुद्ध, युवजन की अगुवाई में मुहिम का नया चरण

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूनेप) ने प्लास्टिक संकट से निपटने के लिए, युवाओं की अगुवाई में वैश्विक आन्दोलन, ‘टाइड टर्नर्स’ (Tide Turners) के अगले चरण की शुरुआत की है. इस अभियान के लिए, ब्रिटेन ने अगले तीन साल के लिए 16 लाख पाउण्ड के वित्त पोषण की घोषणा की है.