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कॉप28 विकासशील देशों के लिए, 'जलवायु निधि' पर जीत के साथ दुबई में आरम्भ

संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर में, मशहूर अल वस्ल गुम्बद का नज़ारा.
COP28/Neville Hopwood
संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर में, मशहूर अल वस्ल गुम्बद का नज़ारा.

कॉप28 विकासशील देशों के लिए, 'जलवायु निधि' पर जीत के साथ दुबई में आरम्भ

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में, गुरूवार को शुरू हुए, संयुक्त राष्ट्र के वार्षिक जलवायु सम्मेलन कॉप28 की शुरुआत, उसमें शिरकत कर रहे प्रतिनिधियों के बीच, उस कोष को सक्रिय बनाने पर सहमति हुई है, जो जलवायु परिवर्तन द्वारा हो रही 'हानि और क्षति' का सामना कर रहे कमज़ोर हालात वाले देशों के नुक़सान की भरपाई करने में मदद करेगा. इस समझौते को, इस सम्मेलन के पहले ही दिन, एक बड़ी सफलता माना जा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख साइमन स्टील ने दुबई में गुरूवार को एक प्रैस वार्ता में इस समझौते का ऐलान किया.

उन्होंने कहा, "हानि व क्षति पर आज का ये समाचार, यूएन जलवायु सम्मेलन को, एक गतिमान आरम्भ देता है. तमाम देशों की सरकारों और वार्ताकारों को, इस गतिमान मौक़े को, दुबई में महात्कांक्षी परिणाम देने के लिए, इस्तेमाल करना होगा."

यह कोष, जलवायु परिवर्तन के अग्रिम मोर्चे का सामना कर रहे विकासशील देशों की लम्बे समय से मांग रही है, जिन्हें अत्यन्त चरम मौसम की लगातार गम्भीर होती हर एक जलवायु घटना के विनाश का नुक़सान उठाना पड़ रहा है, जिनमें सूखा, बाढ़ें और समुद्रों का बढ़ता जल स्तर शामिल है.

संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक जलवायु बैठकों में, अनेक वर्षों की सघन वार्ताओं के बाद, विकसित देशों ने, यह कोष के गठन के लिए, वर्ष 2022 में, मिस्र के शर्म अल शेख़ में हुए यूएन जलवायु सम्मेलन - कॉप27 में सहमति व्यक्त की थी.

ऐसी ख़बरें हैं कि कॉप28 के अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर ने कहा है कि उनका देश - संयुक्त अरब अमीरात, इस कोष के लिए $10 करोड़ की रक़म का योगदान करेगा.

ऐसी भी ख़बरें हैं कि जर्मनी ने, इस कोष को $10 करोड़ की रक़म देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और जापान ने भी इस कोष को धनराशि योगदान करने की घोषणाएँ की हैं.

वार्षिक यूएन जलवायु सम्मेलन कॉप28 30 नवम्बर को शुरू होकर 12 दिसम्बर तक चलेगा.

दुनिया भर से आए प्रतिनिधियों का यह विशाल मेला, विशाल ऐक्सपो सिटी में आयोजित किया गया है, जिसे पेड़ों और पत्तियों से सजाया गया है.

यह दुबई के बाहरी इलाक़े में स्थित है और इसे जलवायु मेले में दुनिया भर से, लगभग 70 हज़ार प्रतिनिधियों, जलवायु वार्ताकारों और अन्य भागीदारों के शिरकत करने की उम्मीद है जो पृथ्वी के एक बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए होने वाली चर्चाओं के लिए यहाँ एकत्र हो रहे हैं.

साहसिक कार्रवाई की दरकार

संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन फ़्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCC) के कार्यकारी सचिव साइमन स्टील ने गुरुवार को सम्मेलन के उद्घाटन पर बोलते हुए, चेतावनी जारी की कि दुनिया, एक भयानक ग्रहीय जलवायु संकट के सामने "बचकाने क़दम" उठा रही है जिसके लिए अब साहसिक कार्रवाई की आवश्यकता है.

उन्होंने COP28 के लिए एकत्रित प्रतिनिधियों से कहा, "हम जिन जटिल जलवायु प्रभावों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए सर्वोत्तम प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई करने हम, बचकाने क़दम उठा रहे हैं और ये क़दम भी बहुत धीरे-धीरे बढ़ाए जा रहे हैं."

संयुक्त राष्ट्र जलवायु प्रमुख की चेतावनी, संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी – WMO की एक अनंतिम रिपोर्ट जारी करने के कुछ ही घंटों बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि इस रिपोर्ट में चरम मौसम के साथ जलवायु रिकॉर्ड को "तोड़" दिया गया है, जिसने तबाही और निराशा के निशान छोड़े हैं.

पेरिस लक्ष्यों पर प्रगति

दुबई कॉप28 सम्मेलन, 'वैश्विक आकलन' नामक प्रक्रिया की परिणति को चिह्नित करेगा - जो पेरिस समझौते के प्रमुख प्रावधानों को प्राप्त करने पर अब तक हुई प्रगति का मूल्यांकन है, जिनमें ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पर अंकुश लगाना, जलवायु सहनक्षमता विकसित करना और कमज़ोर देशों के लिए वित्तीय सहायता जुटाना शामिल है.

ऐसे में, यूएनएफ़सीसीसी के कार्यकारी सचिव साइमन स्टील ने कहा कि कॉप28 में प्रतिनिधिमंडलों के सामने दो विकल्प हैं: प्रथम, प्रगति की कमी पर ध्यान देना, मौजूदा सर्वोत्तम प्रथाओं में बदलाव करना और 'किसी अन्य समय में' और अधिक करने के लिए ख़ुद को प्रोत्साहित करना.'

या सम्मेलन यह तय कर सकता है कि किस बिन्दु पर, ग्रह पर सभी को सुरक्षित और सहनसक्षम बना दिया जाएगा; हानि और क्षति की प्रतिक्रिया सहित, इस परिवर्तन को उचित रूप से वित्तपोषित करना; और एक नई ऊर्जा प्रणाली के लिए प्रतिबद्ध होने का निर्णय लेना.

उन्होंने वास्तव में चेतावनी के अन्दाज़ में कहा, “यदि हम जीवाश्म ईंधन युग का ख़ात्मा करने का संकेत नहीं देते हैं, तो हम अपने स्वयं के अन्तिम पतन का रास्ता साफ़ कर रहे होंगे. और इसका विकल्प होगा कि हम इसकी क़ीमत लोगों की जान से चुकाएंगे.  यदि यह परिवर्तन उचित नहीं है, तो हम बिल्कुल भी परिवर्तन नहीं करेंगे. इसका मतलब है देशों के भीतर और देशों के बीच न्याय.”

उन्होंने जलवायु वादों के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने पर भी अपना ध्यान केन्द्रित किया.

 “हाँ, यह अब तक का सबसे बड़ा कॉप सम्मेलन है – लेकिन केवल इस सम्मेलन में शिरकत करने भर से ही, वर्ष के लिए जलवायु ख़ाने में सही का निशान नहीं लग जाता है. आपके गले में लटके बैज आपको यहाँ और अपने देशों में, जलवायु कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार बनाते हैं.''

दुनिया एक चौराहे पर

कॉप28 के अध्यक्ष सुल्तान अल-जाबेर ने उदघाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा, “हम कार्रवाई की तात्कालिकता महसूस करते हैं, और जैसाकि आप भी महसूस करते हैं, और हम देखते हैं, जैसाकि आप भी देखते हैं, कि दुनिया एक चौराहे पर अटक गई है.”

उन्होंने कहा, “विज्ञान ने बोल दिया है. इसने पुष्टि कर दी है कि ये लम्हा, एक नया मार्ग तलाश करने का है, जोकि हम सभी के लिए पर्याप्त चौड़ा हो. नया मार्ग, वैश्विक आकलने पर निर्णय के साथ आरम्भ होता है.”

सुल्तान अल-जाबेर ने एक ऐसी समावेशी और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने का संकल्प व्यक्त किया, जो सभी पक्षों को दरमियान एक मुक्त व खुली चर्चा को प्रोत्साहित करे.