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अफ़ग़ानिस्तान: भूकम्प प्रभावित इलाक़े में गम्भीर हालात, नई सहायता योजना शुरू

अफ़ग़ानिस्तान में भूकम्प से क्षतिग्रस्त एक इलाक़े में बचावकर्मी नुक़सान का आकलन कर रहे हैं.
© WFP
अफ़ग़ानिस्तान में भूकम्प से क्षतिग्रस्त एक इलाक़े में बचावकर्मी नुक़सान का आकलन कर रहे हैं.

अफ़ग़ानिस्तान: भूकम्प प्रभावित इलाक़े में गम्भीर हालात, नई सहायता योजना शुरू

मानवीय सहायता

मानवीय राहत मामलों में संयोजन के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) ने अफ़ग़ानिस्तान में सिलसिलेवार भीषण भूकम्प से प्रभावित इलाक़ों में ज़रूरतमन्दों तक सहायता पहुँचाने के लिए योजना शुरू की है, जोकि विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करने पर केन्द्रित है.

अफ़ग़ानिस्तान का पश्चिमी हेरात प्रान्त 7 अक्टूबर को भीषण भूकम्प से दहल उठा था, और उसके बाद से अब तक कई शक्तिशाली झटके महसूस किए गए हैं. 

यूएन कार्यालय के अनुसार अब तक कम से कम 1,480 लोगों के मारे जाने की ख़बर है, और 1,950 लोग घायल हुए हैं. सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों के अनुसार, इस आपदा में 289 गाँव गम्भीर रूप से प्रभावित हुए हैं और कई गाँव तो पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं.

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पिछले रविवार को फिर से भूकम्प आया, जिससे लगभग 30 गाँवों के प्रभावित होने का अनुमान व्यक्त किया गया है.

राजधानी काबुल में यूएन कार्यालय की उप प्रमुख कैथरीन कैरी ने बताया कि इन हालात में परिवारों को अस्थाई शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

“वास्तविकता यह है कि लोग, कई हफ़्तों तक इन टैंट के अन्दर रहते हैं, और उसके बाद उन्हें स्थाई शरण या संक्रमणकालीन आश्रय की आवश्यकता होती है, ताकि उन्हें बेहतर संरक्षण दिया जा सके.”

उन्होंने कहा कि इस समय उनकी प्राथमिकता लोगों को खुले में रहने से बचाना और कुछ हद तक संरक्षण प्रदान करना है, भले ही वह मामूली हो.

एक अनुमान के अनुसार, अब तक छह ज़िलों में लगभग 66 हज़ार लोग, भूकम्प से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं.

स्वास्थ्य सेवाएँ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रवक्ता तारिक यासरेविच ने बताया कि उनके संगठन का ध्यान, फ़िलहाल घायलों की जीवनरक्षा करना और जीवित बच गए लोगों के लिए मानवीय राहत की सुलभता सुनिश्चित करना है, जिसमें अति आवश्यक स्वास्थ्य सेवा भी है.

“महिलाएँ, बच्चे और संवेदनशील हालात में रह रही आबादी, इस आपदा से गम्भीर रूप से प्रभावित हुई है.” 

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि देश में महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने बिना किसी भेदभाव के मरीज़ों को देखना जारी रखा है.

तारिक यासरेविच के अनुसार, यूएन एजेंसी ने हेरात के क्षेत्रीय अस्पताल में 650 घायल मरीज़ों के उपचार के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य सामग्री की आपूर्ति की है. 

इसके अलावा, 25 मीट्रिक टन दवाओं और मेडिकल आपूर्ति को हेरात के लिए रवाना किया गया है. वहीं, 54 सचल स्वास्थ्य दलों को भूकम्प प्रभावित इलाक़ों में तैनात किया गया है, जिनमें से तीन टीम विश्व स्वास्थ्य संगठन की हैं. 

यूएन एजेंसी प्रवक्ता ने आगाह किया है कि भूकम्प के कारण हुए विस्थापन से लोगों के स्वास्थ्य के लिए जोखिम उपजा है, और ख़सरा, दस्त और श्वसन तंत्र सम्बन्धी रोग समेत संक्रामक बीमारियों के फैलने का ख़तरा बढ़ा है.