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अफ़ग़ानिस्तान: भूकम्प से फिर दहला हेरात प्रान्त, 100 से अधिक गाँव प्रभावित

अफ़ग़ानिस्तान के हेरात प्रान्त में भूकम्प प्रभावित इलाक़ों में अनेक परिवारों ने अपने परिजनों, घरों व सम्पत्तियों को खो दिया है.
© UNICEF/Osman Khayyam
अफ़ग़ानिस्तान के हेरात प्रान्त में भूकम्प प्रभावित इलाक़ों में अनेक परिवारों ने अपने परिजनों, घरों व सम्पत्तियों को खो दिया है.

अफ़ग़ानिस्तान: भूकम्प से फिर दहला हेरात प्रान्त, 100 से अधिक गाँव प्रभावित

मानवीय सहायता

अफ़ग़ानिस्तान में बुधवार सुबह रिक्टर पैमाने पर 6.3 की तीव्रता वाले भूकम्प के झटके फिर महसूस किए गए, जिससे देश का पश्चिमी हिस्सा दहल उठा. इसी इलाक़े में चार दिन पहले हेरात प्रान्त में आए भीषण भूकम्प में 1,300 से अधिक लोगों की मौत हुई है और जान-माल का नुक़सान हुआ है.

भूकम्प प्रभावित इलाक़ों में, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ मानवीय सहायता प्रयासों में सक्रियता से जुटी हुई हैं. 

मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 5.10 बजे हेरात शहर के नज़दीक आए इस भूकम्प से 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कईं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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इस भूकम्प से पाँच ज़िलों में 110 से अधिक गाँव प्रभावित हुए हैं, और गुलरान व इन्जिल में घरों को गम्भीर क्षति पहुँचने की ख़बरें हैं. 

फिर से भूकम्प आने के बाद, यूएन एजेंसियों ने अपनी राहत कार्रवाई का दायरा व स्तर बढ़ाते हुए, क्षति के आकलन के लिए टीम को तैनात किया है. साथ ही, पहले से जारी मानवीय राहत प्रयासों को भी मज़बूती प्रदान की जा रही है.

सहायता प्रयास

यूएन विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) द्वारा प्रभावित समुदायों तक आपात खाद्य सहायता की आपूर्ति की जा रही है. वहीं, अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने चिकित्सा दलों को रवाना किया है ताकि अस्पतालों को ज़रूरी सहायता व घायलों को उपचार मुहैया कराया जा सके. 

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने कम्बलों व शरण स्थलों, पेयजल की व्यवस्था की है, और मनोसामाजिक समर्थन सेवाओं का प्रबन्ध किया गया है.

इससे पहले, पिछले सप्ताहांत शनिवार को आए भूकम्प से 12 हज़ार से अधिक लोग, एक हज़ार 730 परिवार, प्रभावित हुए हैं, जिनमें अधिकाँश महिलाएँ व बच्चे हैं.

पिछले शनिवार को आई इस आपदा में कम से कम 1,300 लोगों की मौत हुई है. 

समर्थन की दरकार

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की संचार अधिकारी, रेबेका फ़्विटिको ने बताया कि जो लोग इस भूकम्प में जीवित बचे हैं, उनमें से अनेक ने अपने परिजनों, अपने घरों और सम्पत्तियों को खो दिया है.

“कल, मैंने एक क्षतिग्रस्त गाँव में कुछ बच्चों से मुलाक़ात की, और अपना सब कुछ खो देने वाले परिवारों से भी. वे नहीं जानते हैं कि आने वाली सर्दी के दिनों में वह किस तरह से गुज़ारा करेंगे.”

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष अधिकारी ने अन्तरराष्ट्रीय समर्थन की तात्कालिक आवश्यकता को रेखांकित किया है.

उन्होंने कहा कि हमारा आग्रह है कि अफ़ग़ानिस्तान के बच्चों को ना भुलाया जाए. यूएन एजेंसी ने आपदा प्रभावित इलाक़ों में मानवीय राहत प्रयासों के लिए दो करोड़ डॉलर की अपील जारी की है.