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गम्भीर संकटों से जूझ रहे हेती के लिए, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता का आग्रह

हेती की राजधानी पोर्तओ-प्रिन्स में हिंसा के कारण विस्थापित महिला एक पार्क में अपने कपड़े धो रही है.
© UNICEF
हेती की राजधानी पोर्तओ-प्रिन्स में हिंसा के कारण विस्थापित महिला एक पार्क में अपने कपड़े धो रही है.

गम्भीर संकटों से जूझ रहे हेती के लिए, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता का आग्रह

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) की अध्यक्ष लाचेज़ारा स्टोएवा ने कहा है कि अनेक संकटों से जूझ रहे हेती को मौजूदा हालात से उबारने के लिए केवल शब्द पर्याप्त नहीं है और तत्काल, अन्तरराष्ट्रीय कार्रवाई की जानी होगी. 

शुक्रवार को यूएन परिषद, ECOSOC में एक विशेष बैठक बुलाई गई, जोकि हेती में खाद्य सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने पर लक्षित थी. परिषद अध्यक्ष ने क्षोभ प्रकट किया कि हेती के लिए मानवीय राहत योजना में प्रस्तावित सहायता धनराशि में केवल 22.6 प्रतिशत का ही प्रबन्ध हो पाया है.

लाचेज़ारा स्टोएवा ने कहा कि इसके ज़रिये 32 लाख लोगों तक राहत पहुँचाए जाने की योजना है, जबकि हेती में 52 लाख लोग ज़रूरतमन्द है.

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उन्होंने प्रधानमंत्रियों, यूएन राहत प्रमुखों, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों व अन्य हितधारकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि “यह हमारे लिए नीन्द से जगा देने वाली घंटी होनी चाहिए.”

इस उच्चस्तरीय बैठक के दौरान विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के शीर्ष अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में हेती के दौरे पर जाने की घोषणा की है, ताकि वहाँ गम्भीर संकट को रेखांकित किया जा सके.

हेती गम्भीर राजनैतिक व आर्थिक संकट से जूझ रहा है और भूकम्प, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने इन चुनौतियों को और अधिक गहरा किया है.

देश, भीषण असुरक्षा और हथियारबन्द गुटों की हिंसा से ग्रस्त है, जिसके कारण लाखों लोगों को भोजन व स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ रहा है.

“हमें हेती में अतीत में किए गए प्रयासों से सबक़ सीखने होंगे. हेती के लोगों को साथ लेकर, सम्पूर्ण समाज पर आधारित एक दृष्टिकोण, सुदृढ़ खाद्य प्रणालियों के निर्माण में अहम होगा.”

ECOSOC प्रमुख ने निडर सोच के साथ तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया है.

बदहाली पर चिन्ता

हेती पर ECOSOC के परामर्शदाता समूह के प्रमुख बॉब रे ने कहा कि हेती में संकट, चिन्ताजनक रफ़्तार से बढता जा रहा है.

पिछले एक वर्ष में मानवीय राहत आवश्यकताएँ दोगुनी हो चुकी हैं. हेती के 18 लाख लोगों को आपात स्तर पर खाद्य असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है और लगभग 50 लाख लोगों के पास खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं है.

“यह देश की आधी आबादी को दर्शाता है.”

हेती में यूएन की मानवीय राहत समन्वयक और रैज़ीडेंट कोऑर्डिनेटर उलरिका रिचर्डसन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र, हेती की सरकार और स्थानीय व अन्तरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर खाद्य प्रणालियों को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रयासरत है.

इसके तहत, हाल ही में खाद्य सुरक्षा पर एक राष्ट्रीय नीति व रणनीति तैयार की गई है, और यह ध्यान रखना होगा कि जलवायु परिवर्तन व जोखिम से खाद्य आपूर्ति ख़तरे में पड़ सकती है.

संयुक्त राष्ट्र, हेती में स्थानीय स्तर पर खाद्य उत्पादन और खेती-बाड़ी को बढ़ावा दे रहा है, जिसके लिए स्कूली आहार कार्यक्रमों में स्थानीय स्तर पर उगाई जाने वाली फ़सलों का उपयोग किया जाएगा. 

यूनीसेफ़ के सहायता प्रयास

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की प्रमुख कैथरीन रसैल ने चेतावनी जारी की है कि देश विनाश के कगार पर है.

उन्होंने ध्यान दिलाया कि यूनीसेफ़, हेती में पिछले कई दशकों से काम कर रहा है और सभी बच्चों तक सहायता पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है.

इस क्रम में, स्वास्थ्य, पोषण, संरक्षण, शिक्षा, जल, साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता समेत अन्य ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रयासों का स्तर बढ़ाया जा रहा है.

यूनीसेफ़ ने इस वर्ष अब तक, पाँच साल से कम उम्र के दो लाख 43 हज़ार बच्चों की कुपोषण जाँच की है, 70 हज़ार महिलाओं व बच्चों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवा सुनिश्चित की है और चार लाख से अधिक बच्चों को सुरक्षित जल मुहैया कराया गया है. 

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में एक युवा लड़की.
UNDP Haiti/Borja Lopetegui Gonzalez

30 हज़ार बच्चों को पाठ्यक्रम सामग्री प्रदान की गई है.

उन्होंने हेती के लोगों तक हरसम्भव मदद पहुँचाने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी दिनों में हेती जाकर वहाँ मौजूदा हालात व सहायता प्रयासों का जायज़ा लिया जाएगा. 

यूनीसेफ़ प्रमुख के अनुसार, हेती में संकटों के चक्र को तोड़ने के लिए निवेश और कारगर कार्रवाई की ज़रूरत है.

‘भुला दिया गया संकट’

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की प्रमुख सिंडी मैक्केन का भी अगले सप्ताह हेती यात्रा का कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि यह संकट भुला दिया गया था, और अब इस पर फिर से ध्यान केन्द्रित किया जाना स्वागतयोग्य है.

उन्होंने कहा कि हालात दिनोंदिन ख़राब हो रहे हैं. भूख की मार झेल रहे लोगों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुकी है. 49 लाख लोग, यानि देश की लगभग आधी आबादी खाद्य असुरक्षा से ग्रस्त है. 

इनमें से 18 लाख लोगों के लिए भुखमरी का शिकार होने का गम्भीर जोखिम है.

यूएन खाद्य एजेंसी प्रमुख ने कहा कि हेती में सुरक्षा व राजनैतिक स्थिरता बहाल करने के लिए एक समन्वित व पर्याप्त वित्तीय संसाधनों के साथ मानवीय सहायता कार्रवाई आवश्यक है.

मौजूदा चुनौतियों के बावजूद, यूएन एजेंसी ने अब तक 18 लाख लोगों तक सहायता पहुँचाई है और इस वर्ष 23 लाख लोगों की मदद करने की योजना है.

“मगर, हमें तत्काल अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की ज़रूरत है. अतिरिक्त वित्त पोषण के बिना, हम उन लोगों को मदद नही प्रदान कर पाएंगे, जिनकी हम सहायता करना चाहते हैं.”