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खाद्य असुरक्षा

देश में चल रही हिंसा के परिणामस्वरूप आने वाले महीनों में सूडान में 20 लाख से अधिक लोगों के भूख से मरने की आशंका है.
© WFP/Peter Louis

खाद्य असुरक्षा से सर्वाधिक प्रभावित, 18 ‘हॉटस्पॉट’ में भूख संकट गहराने की आशंका

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (UNFAO) ने सोमवार को प्रकाशित अपनी एक नई रिपोर्ट में चेतावनी जारी की है कि दुनिया के 22 देशों में फैले हुए 18 क्षेत्रों में भूख की समस्या बद से बदतर हो जाने की आशंका है. यूएन एजेंसियों ने इन 18 क्षेत्रों को खाद्य असुरक्षा के नज़रिये से हॉटस्पॉट क़रार दिया है.  

गाज़ा में UNRWA जबालिया वितरण केंद्र में एक फ़लिस्तीनी शरणार्थी महिला अपना भोजन सहायता पैकेज प्राप्त करते हुए.
© UNRWA/Mohamed Hinnawi

फ़लस्तीन: धन की क़िल्लत से, दो लाख लोग खाद्य अभाव के कगार पर

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने गुरूवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि धन की भारी क़िल्लत के कारण, दो लाख से अधिक फ़लस्तीनियों को मिलने वाली सहायता में कटौती करने के लिए विवश होना पड़ सकता है.

सूडान में आगामी महीनों में 20 लाख से अधिक लोगों के भूख के गर्त में फिसलने की आशंका है.
© WFP/Peter Louis

सूडान: हिंसक टकराव के कारण, भूख के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की आशंका  

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने सूडान में हिंसक टकराव के बीच बुधवार को एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि देश में भूख, रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की आशंका दिनों दिन बढ़ती जा रही है.

© Unsplash/Shengpengpeng Cai

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 5 मई 2023

इस सप्ताह के बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...

  •  कोविड-19 महामारी, वैश्विक स्वास्थ्य आपदा के रूप में समाप्त घोषित.
  •  सूडान में विस्थापितों की सहायता के लिए साढ़े 44 करोड़ डॉलर की अपील.
  •  सूडान से सुरक्षित बाहर निकाले गए एक भारतीय नागरिक की आपबीती.
  •  25 करोड़ से अधिक लोगों को है आपात खाद्य सहायता की आवश्यकता.
  •  ईरान में क़ैद तीन महिला पत्रकार, यूनेस्को प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार से सम्मानित.
  •  संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन द्वारा, टिकाऊ विकास लक्ष्य प्राप्ति में वित्तीय समावेशन की भूमिका पर एक संगोष्ठि.
ऑडियो
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काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक महिला, गम्भीर कुपोषण का शिकार अपने बच्चे के साथ.
© UNICEF/Olivia Acland

25 करोड़ से अधिक लोगों को आपात खाद्य सहायता की आवश्यकता: यूएन-समर्थित रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र और साझीदार संगठनों की एक नई रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि वर्ष 2022 लगातार चौथा ऐसा साल रहा है, जिसमें भोजन, पोषण और आजीविका सम्बन्धी सहायता के ज़रूरतमन्द लोगों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है. बुधवार को प्रकाशित इस अध्ययन में, इस बढ़ोत्तरी के लिए, हिंसक संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 महामारी के प्रभावों को कारण बताया गया है.

बुर्किना फ़ासो में 40 हज़ार से अधिक लोगों के समक्ष गम्भीर खाद्य असुरक्षा का संकट है.
©Artisan Productions / UNEP

पश्चिमी और मध्य अफ़्रीका में खाद्य असुरक्षा व कुपोषण का गहराता संकट

पश्चिमी और मध्य अफ़्रीका में व्याप्त खाद्य असुरक्षा, इस साल जून महीने तक, पिछले 10 वर्षों में सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँच जाने की आशंका प्रबल हो रही है. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) का एक नया अध्ययन दर्शाता है कि खाद्य असुरक्षा अब तटीय देशों को भी अपनी चपेट में ले रही है, वहीं बुर्कीना फ़ासो, माली के हिंसक टकराव प्रभावित इलाक़ों में भरपेट भोजन ना मिलने के कारण विनाशकारी हालात पैदा हो रहे हैं.

किर्ग़िज़स्तान के बिशकेक में महिलाएँ खेतों में काम कर रही हैं.
© FAO/Vyacheslav Oseledko

खाद्य-कृषि: लैंगिक खाई पाटने से वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक हज़ार अरब डॉलर की वृद्धि सम्भव

संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने कहा है कि खाद्य एवं कृषि सैक्टर में महिलाओं के लिए समान अवसर व कामकाजी परिस्थितियों के ज़रिए आर्थिक प्रगति लाना सम्भव है और इससे करोड़ों लोगों के लिए भरपेट भोजन का भी प्रबन्ध किया जा सकेगा.

यूएन महासचिव सोमालिया के बाइडोआ में विस्थापितों के लिए बनाए गए एक शिविर में रह रहे लोगों से मिल रहे हैं.
UN Photo/Sourav Sarker

यूएन महासचिव मोगादिशु की यात्रा पर, सोमालिया के लिए विशाल अन्तरराष्ट्रीय समर्थन का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, रमदान के पवित्र महीने के दौरान मुस्लिम देशों के साथ अपनी एकजुटता यात्रा की परम्परा जारी रखते हुए, मंगलवार को सोमालिया की राजधानी मोगादिशु पहुँचे, जहाँ उन्होंने देश को गम्भीर मानवीय हालात से उबारने और राज्यसत्ता-निर्माण में सहायता के लिए अन्तरराष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता को रेखांकित किया है.

माली में विस्थापितों के लिए बनाए गए एक शिविर में बच्चों को सदमे से उबारने के लिए समर्थन प्रदान किया जा रहा है.
© UNICEF/Tiécoura N’Daou

मध्य सहेल: हिंसक टकराव में फँसे एक करोड़ बच्चों की ज़िन्दगियों पर जोखिम

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने शुक्रवार को आगाह किया है कि मध्य सहेल क्षेत्र में, ‘बर्बर’ हिंसक टकराव के कारण तीन देशों - बुर्कीना फ़ासो, माली और निजेर में एक करोड़ बच्चों को तत्काल, मानवीय सहायता की आवश्यकता है. यूनीसेफ़ के अनुसार, जलवायु व्यवधान से प्रभावित इस क्षेत्र में सशस्त्र संघर्षों में फँसे ज़रूरतमन्द बच्चों की यह संख्या, वर्ष 2020 की तुलना में दोगुने से भी अधिक है.

 

दक्षिणी लेबनान में बच्चे, पानी और शिक्षा सहित आवश्यक सेवाओं की कमी का सामना कर रहे हैं.
© UNICEF/Fouad Choufany

लेबनान: लगभग 20 लाख लोग खाद्य असुरक्षा से पीड़ित

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने गुरूवार को कहा कि लेबनान में लगभग 20 लाख लोग, देश में व्याप्त विभिन्न संकटों के कारण, किसी न किसी रूप में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं, और आने वाले महीनों में स्थिति बदतर हो सकती है. इनमें 12 लाख 90 हज़ार लेबनान निवासी और 7 लाख सीरियाई शरणार्थी शामिल हैं.