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कृषि

अफ़ग़ानिस्तान के एक इलाक़े में, टिड्डियों को क़ाबू में करने के प्रयास.
© FAO/Hashim Azizi

अफ़ग़ानिस्तान में टिड्डियों के हमले से गेहूँ की फ़सल पर भारी जोखिम

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य व कृषि संगठन (FAO) ने बुधवार को कहा है कि अफ़गानिस्तान में गेहूँ टोकरी समझे जाने वाले आठ प्रान्तों में, मोरक्को नस्ल के टिड्डियों का एक बड़ा दल वजूद में आने से, फ़सलों को भारी नुक़सान पहुँच सकता है और खाद्य असुरक्षा और भी बदतर हो सकती है.

श्रीलंका में धान के खेतों में काम करते किसान.
© FAO/Prakash Singh

श्रीलंका - पानी की कमी दूर करने के लिए FAO का डिजिटल मंच

जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली पानी की कमी को दूर करने के लिए, श्रीलंका के किसान, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा विकसित किए गए, डिजिटल मंच का उपयोग कर रहे हैं.

सूडान के दक्षिणी व्हाइट नील राज्य में, अब बारिश का मौसम देर से शुरू होने लगा है और वर्षा कम होती जा रही है.
UNEP/Lisa Murray

सूडान के जल संकट से निपटने के लिए प्रयासरत महिलाएँ

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के नेतृत्व में एक परियोजना के तहत, सूडान के दक्षिणी 'व्हाइट नील' राज्य में जलवायु परिवर्तन के प्रति सहन-सक्षमता निर्माण करने के इरादे से परियोजना पर काम चल रहा है, जिसमें महिलाओं और प्रकृति-आधारित समाधानों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है.

यूएन महासचिव कैबो वर्डे में, स्थानीय स्तर पर उत्पादित पदार्थों को देखते हुए, साथ में हैं स्थानीय किसान.
UN Photo/Mark Garten

सूखाग्रस्त कैबो वर्डे में, टिकाऊ मरूद्वीप के लिये, उम्मीद की किरण

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार का दिन कैबो वर्डे के सैंटो ऐंटाओ नामक द्वीप में गुज़ारा, जहाँ पाँच वर्ष के सघन सूखे के बाद, इन अटलांटिक द्वीपों के कृषि क्षेत्र में बदलाव करने में मदद करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित अनेक परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं.

मिस्र के शर्म अल शेख़ में आयोजित कॉप27 के दौरान, जलवायु कार्यकर्ता, कृषि क्षेत्र में अनुकूलन में मदद के लिये और ज़्यादा संसाधन निवेश की मांग करते हुए.
Laura Quinones

अनुकूलन या भुखमरी: कॉप27 - जलवायु परिवर्तन सन्दर्भ में कृषि चुनौतियों व समाधानों पर ध्यान

विकासशील देशों के लघु किसान, दुनिया भर की खाद्य सामग्री का लगभग एक तिहाई उगाते हैं, मगर उन्हें अब भी जलवायु वित्त का केवल 1.7 प्रतिशत हिस्सा ही मिलता है, और उन्हें सूखा, बाढ़ों, तूफ़ानों और अन्य तरह की आपदाओं से जूझना पड़ता है.

श्रीलंका में लगातार दो मौसम में ख़राब कृषि पैदावार होने के कारण खाद्य असुरक्षा का संकट गहरा हुआ है.
© UNICEF/Chameera Laknath

श्रीलंका: 34 लाख ज़रूरतमंदों तक जीवनरक्षक सहायता पहुँचाने के लिये संशोधित अपील

संयुक्त राष्ट्र ने विशाल आर्थिक संकट से गुज़र रहे देश, श्रीलंका के लिये अपनी मानव कल्याण आवश्यकताओं व प्राथमिकताओं के लिये प्रस्तावित योजना में संशोधन करते हुए 34 लाख से अधिक लोगों के लिये जीवनरक्षक सहायता सुनिश्चित किये जाने का अनुरोध किया है.

फिलीपींस जैसे देशों में चावल जैसी फ़सलों की खेती के लिये बड़ी मात्रा में ताज़े पानी की आवश्यकता होती है, जिसका पर्यावरणीय असर पड़ता है.
© FAO/Lena Gubler

खेतीबाड़ी के अस्तित्व के लिये अति अहम पानी पर मंडराते कुछ जोखिम

1950 के दशक से, सिन्थेटिक उर्वरकों, रासायनिक कीटनाशकों और उच्च उपज वाले अनाज जैसे नवाचारों ने मानवता को अनाज उत्पादन की मात्रा में नाटकीय रूप से वृद्धि करने में मदद की है. लेकिन ये आविष्कार, कृषि की सबसे क़ीमती वस्तु - ताज़े पानी के बिना बेकार होंगे. और शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अब ख़तरे में है.

अफ़ग़ानिस्तान में खाद्य व कृषि संगठन (FAO) द्वारा शीतकाल में गेहूँ की फ़सल के लिये मुहैया कराई गई, समयानुकूल मदद की बदौलत लगभग 13 लाख लोगों को फ़ायदा हुआ है, जिससे 17 लाख लोगों के लिये पर्याप्त गेहूँ की पैदावार होने की उम्मीद है.
©FAO/Giulio Napolitano

अफ़ग़ानिस्तान: बदतर होती खाद्य सुरक्षा से निपटने के लिये, मदद में तेज़ी

 संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने सोमवार को कहा है कि विश्व बैंक ने, अफ़ग़ानिस्तान में बेहद नाज़ुक हालात का सामना कर रही ग्रामीण आबादी को अति महत्वपूर्ण व जीवनरक्षक सहायता मुहैया कराने के लिये सोमवार को, 15 करोड़ डॉलर की असाधारण रक़म जारी करने की घोषणा की है, और ये राशि, अति महत्वपूर्ण आजीविका व जीवनरक्षक सहायता के लिये, व्यापक साढ़े 19 करोड़ डॉलर के पैकेज का हिस्सा है.

तंज़ानिया में भूमि क्षरण रोकने के लिये, पेड़ लगाए जा रहे हैं.
CIAT/Georgina Smith

वैश्विक खाद्य सुरक्षा में जान फूँकने के लिये, पौध स्वास्थ्य अहम

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने प्रथम अन्तरराष्ट्रीय पौध स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर, खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिये, और ज़्यादा संसाधन निवेश करने की पुकार लगाई है, विशेष रूप से ऐसे हालात में जबकि दुनिया भर में अरबों लोग भोजन की क़िल्लत के साथ जीवन जी रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य व कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, पेड़-पौधों में लगने वाले कीड़े और बीमारियों के कारण, 40 प्रतिशत तक उपज का नुक़सान होता है.
© FAO/Vladimir Rodas

खाद्य सुरक्षा और मानव स्वास्थ्य बढ़ाने के उद्देश्य से, वनस्पति स्वास्थ्य सम्मेलन

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, विश्व पौधा संरक्षण संगठन की मंगलवार को बैठक हुई है जिसका उद्देश्य मनुष्यों के रहन-सहन और खाद्य सुरक्षा संरक्षण की ख़ातिर नए पौधा स्वास्थ्य मानक निर्धारित करना है.