इसराइली सैन्य बलों की कार्रवाई में, नौ फ़लस्तीनियों की मौत पर गहरी चिन्ता
मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र दूत ने इसराइल के क़ब्ज़े वाले फ़लस्तीनी इलाक़े में गुरूवार को जारी हिंसा के चक्र पर गहरी चिन्ता व दुख प्रकट किया है. प्राप्त समाचारों के अनुसार, इसराइली सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 9 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है.
यूएन दूत टॉर वैनेसलैंड ने, जेनिन में स्थित एक शरणार्थी शिविर में हुई इन मौतों को हिंसा में भड़काव का एक ज्वलन्त उदाहरण बताया. मृतकों में चरमपंथियों के साथ-साथ एक बुज़ुर्ग महिला भी है.
इसराइली सैन्य बलों के अनुसार, तथाकथित इस्लामी जिहाद चरमपंथियों को गिरफ़्तार करने के लिए गुरूवार तड़के एक अभियान चलाया गया.
#UN Envoy @TWennesland:
Deeply alarmed & saddened by the continuing cycle of violence. Crucial to reduce tensions immediately & prevent more loss of life. Urges, & remains engaged w/, 🇮🇱 & 🇵🇸 auths. to deescalate tensions, restore calm & avoid further conflict.
Full statement 👇 https://t.co/KBIGcjnG7Q
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फ़लस्तीनी राष्ट्रपति कार्यालय ने इस कार्रवाई को, एक जनसंहार क़रार दिया है और इसके बाद पश्चिमी तट में इसराइल के साथ सुरक्षा समन्वय को स्थगित करने की घोषणा की है.
समाचारों के अनुसार, सैन्य बलों की कार्रवाई के दौरान कम से कम 20 अन्य लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं, जोकि क़ाबिज़ इलाक़े में पिछले कई वर्षों में सबसे जानलेवा दिन साबित हुआ है.
गुरूवार तक, इस वर्ष पश्चिमी तट में लगभग 20 फ़लस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें एक 14 वर्षीय लड़का भी है.
इससे पहले, पिछले वर्ष हिंसा में तेज़ी आई थी, जब पश्चिमी तट में 150 फ़लस्तीनी नागरिक और 20 इसराइली लोग इसराइल में मारे गए.
इसराइली सुरक्षा बलों द्वारा सन्दिग्ध चरमपंथियों को निशाना बना कर की गई यह कार्रवाई, सिलसिलेवार अभियानों में एक नई कड़ी है, जोकि पिछले 9 महीने से जारी हैं.
यूएन के विशेष समन्वयक ने कहा कि इस वर्ष के आरम्भ से ही, हिंसा के ऊँचे स्तर और
ऐसे नकारात्मक रुझान देखे जाने जारी हैं, जो 2022 का चित्रण करते हैं.
टॉर वैनेसलैंड ने तनाव में तत्काल कमी लाने और जीवन-हानि रोकने का आग्रह किया है. साथ ही, इसराइल और फ़लस्तीनी प्रशासन द्वारा शान्ति बहाली व हिंसा टालने के लिए प्रयासों पर बल दिया गया है.
2023 के लिए मानवीय राहत अपील
यूएन मानवीय राहत समन्वय कार्यालय ने गुरूवार को क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े में अन्य साझीदार संगठनों के साथ मिलकर, क़रीब 50 करोड़ डॉलर की सहायता एक अपील जारी की है.
इस राशि के ज़रिए, वहाँ रह रहे सर्वाधिक निर्बल 16 लाख लोगों तक सहायता पहुँचाए जाने की योजना है.
2023 में मानव कल्याण योजना में अनुमान लगाया गया है कि 21 लाख फ़लस्तीनियों को राहत की आवश्यकता है.
यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने गुरूवार को न्यूयॉर्क में नियमित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि इनमें गाज़ा की 58 प्रतिशत आबादी और पश्चिमी तट में लगभग एक-चौथाई लोग हैं.
उन्होंने कहा कि इस योजना के ज़रिये 200 से अधिक अन्य परियोजनाओं को वित्त पोषित किया जाएगा, जिससे स्थानीय निवासों को अति-आवश्यक सेवाओं, जैसेकि भोजन, जल, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा मुहैया कराए जाएंगे.
इसके साथ ही, फ़लस्तीनियों के लिए आजीविका स्रोत और शारीरिक व मानसिक कल्याण सुनिश्चित कर पाने में भी मदद मिलेगी.