कोविड-19: चीन में संक्रमण मामलों में वृद्धि पर चिन्ता, डेटा निरन्तर साझा किये जाने पर बल
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को, वर्ष 2023 में अपनी पहली पत्रकार वार्ता में, चीन में कोविड-19 संक्रमण मामलों में उछाल पर चिन्ता व्यक्त की है, और स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा निरन्तर जानकारी मुहैया कराए जाने की अहमियत को रेखांकित किया है.
महानिदेशक घेबरेयेसस ने जिनीवा में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाले देश में संक्रमण से आम लोगों की ज़िन्दगियों पर उपजे ख़तरे पर, यूएन स्वास्थ्य एजेंसी चिन्तित है.
डॉक्टर टैड्रॉस ने कहा कि चीन में वायरस तेज़ी से फैल रहा है, मगर विस्तृत डेटा अभी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
उन्होंने चीन से त्वरित, नियमित और विश्वसनीय डेटा निरन्तर साझा किये जाने का आग्रह किया है, और कहा है कि इसके साथ ही, ज़्यादा व्यापक, वास्तविक समय में उपलब्ध वायरस सीक्वेंसिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी होगी.
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DrTedros
यूएन एजेंसी प्रमुख ने टीकाकरण के दायरे में विस्तार पर भी बल दिया है, जिसके लिये आम लोगों को बूस्टर ख़ुराक दी जानी होगी, विशेष रूप से बुज़ुर्गों समेत अन्य निर्बल आबादी समूहों में.
“जैसाकि मैंने पिछले सप्ताह कहा था कि यह समझा जा सकता है कि कुछ देश ऐसे क़दम उठा रहे हैं, जिनसे उन्हें विश्वास है कि उनके नागरिकों की रक्षा होगी.”
अमेरिका समेत अन्य देशों ने गुरूवार से चीन से आने वाले यात्रियों के प्रवेश के लिये नई परीक्षण आवश्यकताओं की घोषणा की है, चूँकि नए वैरिएंट के फैलाव पर चिन्ता है.
आपात स्वास्थ्य मामलों के निदेशक डॉक्टर माइक रायन ने भी चीनी प्रशासन से अधिक जानकारी मुहैया कराने की बात कही है.
“हम जानते हैं कि सभी देशों में अक्सर अस्पतालों से छुट्टी मिलने, भर्ती होने, और गहन चिकित्सा कक्षों के इस्तेमाल पर जानकारी दर्ज करने में मुश्किलें आती हैं.”
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि चीन में फ़िलहाल प्रकाशित हो रहे आँकड़े बीमारी के वास्तविक असर को सही मायनों में नहीं दर्शाते हैं. अस्पतालों में भर्ती संक्रमित जन, गहन चिकित्सा कक्षों में भर्ती हुए लोगों, और विशेष रूप से मृतक संख्या के बारे में.
विशेषज्ञों के साथ बैठक
पिछले सप्ताह, यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने चीन के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक के दौरान, देश में बढ़ रहे संक्रमण मामलों और अस्पतालों में भर्ती हो रहे मरीज़ों पर बातचीत की.
वायरस में आ रहे बदलावों पर तकनीकी परामर्शदाता समूह (TAG-VE) ने भी मंगलवार को चीनी विशेषज्ञों के साथ हालात पर चर्चा की थी.
इस बैठक के दौरान, चीन के वैज्ञानिकों ने बाहर से आने वाले और स्थानीय स्तर पर फैले कोरोनावायरस संक्रमण मामलों के बारे में जानकारी दी.
इस विश्लेषण के अनुसार, चीन में फ़िलहाल कोविड-19 संक्रमण फैलने की वजह मुख्यत: ओमिक्रॉन के ही दो नए रूप हैं: BA.5.2 और BF.7, जोकि स्थानीय स्तर पर 97 फ़ीसदी संक्रमण मामलों के लिये ज़िम्मेदार बताए गए हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार इन वैरिएंट के बारे में जानकारी है, और ये अन्य देशों में भी फैल रहे हैं. चीन के स्वास्थ्य प्रशासन को फ़िलहाल किसी अन्य वैरिएंट के विषय में जानकारी नहीं है.
बताया गया है कि मुख्यभूमि चीन में अब तक वायरस डेटाबेस के लिये 773 सीक्वेंस जमा कराई जा चुकी हैं.
महामारी, अब भी ख़तरा
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक ने कहा कि वैश्विक महामारी का यह चौथा साल है और प्रगति के बावजूद यह अब भी स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था और समाज के लिये ख़तरा है.
“हम कोविड-19 की मौजूदा महामारी विज्ञान तस्वीर के प्रति बहुत चिन्तित हैं, विश्व के अनेक देशों में गहनता से वायरस फैल रहा है और आपस में मिल कर नए उप-प्रकार भी.”
डॉक्टर टैड्रॉस ने कहा कि कोविड-19 वर्ष 2021 में अधिकांश समय ढलान पर था, जिसकी वजह टीकाकरण बढ़ने और नई जीवनरक्षक एंटीवायरल दवाएँ बताई गईं.
मगर, उन्होंने परीक्षण, उपचार और टीकाकरण में अब भी विषमता पसरी होने पर क्षोभ प्रकट किया है.
महानिदेशक घेबरेयेसस ने कहा कि हर सप्ताह कोविड-19 से 10 हज़ार लोगों की मौत होती है, जबकि वास्तविक आँकड़ा इससे कहीं अधिक होने की आशंका है.
वहीं, ओमिक्रॉन का उप-प्रकार XBB.1.5 अमेरिका और योरोप में उभार पर है, और इसके मामले अब तक 30 देशों में दर्ज किये जा चुके हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में संक्रमण मामलों की नई लहरों की आशंका व्यक्त की है, मगर संगठन के अनुसार मृतक संख्या में उछाल को जवाबी उपायों से रोका जा सकता है.