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संक्रमण

थाईलैण्ड की राजधानी बैंकॉक में एक प्रयोगशाला में काम करते स्वास्थ्यकर्मी. वायरस क्षेत्र में सहयोग पर आधारित ये विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा समर्थित प्रयोगशाला है.
WHO/P. Phutpheng

कोविड-19: महामारी के विरुद्ध लड़ाई जारी रखने और नए उपायों पर ज़ोर

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में टैक्नॉलॉजी, ज्ञान व क्लीनिक सम्बन्धी डेटा की सुलभता में बेहतरी लाने पर लक्षित एक साझेदारी के दायरे को विस्तृत बनाए जाने की घोषणा है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने ज़ोर देकर कहा है कि वैश्विक महामारी की रोकथाम व उपचार के लिए प्रयासों को जारी रखा जाना होगा. 

मच्छर से होने वाली आम बीमारियों में डेंगू, पीत ज्वर, चिकुनगुनया और ज़ीका समेत अन्य रोग हैं.
Unsplash/Shardar Tarikul Islam

डेंगू के बढ़ते मामलों पर, यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी की है कि अनेक देशों में मच्छरों का फैलाव होने, व्यक्तियों व सामान की आवाजाही बढ़ने, शहरीकरण, जल व साफ़-सफ़ाई से जुड़ी समस्याएँ उभरने और वैश्विक तापमान में वृद्धि समेत अन्य कारणों से डेंगू बीमारी के मामलों में उछाल दर्ज किए जाने की आशंका है. 

भारत के मुम्बई शहर में स्थित एक अस्पताल में एक डॉक्टर, टीबी मरीज़ की जाँच कर रहा है.
© WHO/David Rochkind

टीबी रोकथाम उपायों में विफल रहने से, 2035 तक 10 लाख मौतों की आशंका

महामारियों का समाधान ढूंढने पर केन्द्रित यूएन एजेंसी (Unitaid) ने बुधवार को चेतावनी जारी की है कि तपेदिक यानि टीबी संक्रमितों के सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों का पता लगाने (contact tracing) और रोग की रोकथाम के लिए उपायों को लागू करने में विफलता, वर्ष 2035 तक लगभग दस लाख मौतों की वजह बन सकती है.

पोलैंड में बिल्लियों में फ़्लू से होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है.
© Unsplash/Agape Trn

पोलैंड: बिल्लियों में एवियन इन्फ़्लुएंज़ा संक्रमण के मामले, मगर व्यक्तियों के लिए जोखिम कम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि पोलैंड में इन्फ़्लुएंज़ा A वायरस से संक्रमित पाई गईं 29 बिल्लियों में संक्रमण का स्रोत पता लगाने के लिए हर सम्भावना की पड़ताल की जा रही है. यह संक्रमण पक्षियों में पाए जाने वाले वायरस के समान है. 

भारत के दूर-दराज़ के इलाक़ों में कोविड का टीकाकरण करतीं स्वास्थ्यकर्मी, दीपा.
UNDP India

वैश्विक महामारियों की रोकथाम के लिए, यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की नई योजना

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को अपनी एक नई पहल पेश की है, जिसका लक्ष्य, कोविड-19 जैसी घातक महामारियों से निपटने के लिए देशों की क्षमता को मज़बूती प्रदान करना है.

हेती में एक बच्चे को, हैज़ा की रोकथाम करने वाली वैक्सीन की ख़ुराक पिलाए जाते हुए.
© PAHO-WHO

WHO: 43 देशों में हैज़ा फैलाव से, एक अरब लोगों के लिए जोखिम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि हैज़ा फैलाव के मामलों में वैश्विक बढ़त ने,43 देशों में एक अरब लोगों के लिए जोखिम खड़ा कर दिया है.

मलावी में यूनीसेफ़ की एक मुहिम के तहत, हैज़ा से बचाव के लिए वैक्सीन की ख़ुराक दी जा रही है.
Unicef Malawi

अफ़्रीकी देशों में हैज़ा संक्रमण के मामलों में भीषण उछाल से उभरी चिन्ता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरूवार को आगाह किया है कि अफ़्रीकी देशों में हैज़ा संक्रमण के मामलों में भीषण उछाल दर्ज किया गया है, जिसके मद्देनज़र संगठन ने 10 सर्वाधिक प्रभावित देशों को ज़रूरी सहायता प्रदान करने के लिए अपने प्रयास तेज़ किए हैं.

चीन के शेनज़ेन प्रान्त में एक दादी अपने पोती के साथ. (फ़ाइल)
© Unsplash/Joshua Fernandez

कोविड-19: चीन में संक्रमण मामलों में वृद्धि पर चिन्ता, डेटा निरन्तर साझा किये जाने पर बल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को, वर्ष 2023 में अपनी पहली पत्रकार वार्ता में, चीन में कोविड-19 संक्रमण मामलों में उछाल पर चिन्ता व्यक्त की है, और स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा निरन्तर जानकारी मुहैया कराए जाने की अहमियत को रेखांकित किया है.

चीन के मकाऊ में कोविड-19 की रोकथाम करने वाली वैक्सीन का टीकाकरण कराता एक व्यक्ति.
Macau Photo Agency

कोविड-19: चीन में संक्रमण मामलों में उछाल, WHO विशेषज्ञों की अहम बैठक

चीन में कोविड-19 संक्रमण मामलों में तेज़ उछाल के समाचारों के बीच, संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी (WHO) के विशेषज्ञों की मंगलवार को एक बैठक हो रही है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.  

अफ़ग़ानिस्तान के एक स्वास्थ्य केन्द्र में एक बच्चे को पोलियो की ख़ुराक पिलाई जा रही है.
© UNICEF/Azizullah Karimi

अफ़ग़ानिस्तान: ख़सरा व पोलियो से लाखों बच्चों की रक्षा के लिये टीकाकरण अभियान

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि वर्ष 2021 में अफ़ग़ानिस्तान पर तालेबान के नियंत्रण के बाद से अब तक, पहले राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान में लाखों बच्चों को ख़सरा और पोलियो की रोकथाम के लिये ख़ुराक दी गई है.