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FAO: वैश्विक खाद्य क़ीमतों में लगातार पाँचवें महीने गिरावट

यमन के अबयान इलाक़े में, निर्बल परिस्थितियों वाले परिवारों को, गेहूँ का आटा वितरित किये जाते हुए.
© WFP/Mahmoud Fadel
यमन के अबयान इलाक़े में, निर्बल परिस्थितियों वाले परिवारों को, गेहूँ का आटा वितरित किये जाते हुए.

FAO: वैश्विक खाद्य क़ीमतों में लगातार पाँचवें महीने गिरावट

एसडीजी

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने शुक्रवार को कहा है कि वैश्विक खाद्य क़ीमतों में, लगातार पाँचवें महीने में भी गिरावट दर्ज की गई है, मगर ये क़ीमतें, एक वर्ष पहले की तुलना में अब भी लगभग 8 प्रतिशत ऊँचाई पर हैं.

नवीनतम खाद्य मूल्य सूचकांक दिखाता है कि पाँच उपभोक्ता वस्तुओं – अनाजों, वनस्पति तेल, दुग्ध उत्पादों, माँस और शुगर की क़ीमतें, गत जुलाई की तुलना में, अगस्त में कम रहीं.
इस सूचकांक में इन मुख्य खाद्य पदार्थों की मासिक अन्तरराष्ट्रीय क़ीमतों पर नज़र रखी जाती है.

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अगस्त में इस सूचकांक का औसत 38.0 अंक रहा, जोकि जुलाई की तुलना में लगभग 2 प्रतिशत कम था, अलबत्ता एक साल पहले की तुलना में अब भी 7.9 प्रतिशत ऊपर.

यूक्रेन निर्यात भी एक कारक

खाद्य व कृषि संगठन (FAO) ने कहा है कि अनाज की क़ीमतों में ये गिरावट, उत्तरी अमेरिका और रूस में बेहतर उत्पादन परिदृश्य की बदौलत सम्भव हुई है, साथ ही काला सागर बन्दरगाहों से होकर, यूक्रेन का अनाज निर्यात फिर शुरू होने का भी सकारात्मक योगदान है.

ध्यान रहे कि यूक्रेन में युद्ध जारी रहने के हालात के बीच ही, यूक्रेन के अनाज निर्यात पर लगी रोक को हटाने की ख़ातिर, जुलाई में यूएन समर्थिक एक समझौता हुआ था जिस पर रूस, यूक्रेन, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने हस्ताक्षर किये थे.

अगस्त महीने के दौरान चावल की क़ीमतें औसतन स्थिर रहीं, जबकि मक्का, जैसे मोटे अनाजों की क़ीमतों में मामूली उछाल आया. 

वनस्पति तेल के दामों में 3.3 प्रतिशत गिरावट हुई जोकि अगस्त 2021 के स्तर से मामूली नीचे रही. खाद्य और कृषि संगठन के अनुसार, यह गिरावट के लिये इंडोनेशिया से ताड़ (Palm) तेल की बढ़ी उपलब्धता की बदौलत सम्भव हुई, जिसमें निर्यात करों में कमी, और यूक्रेन से सूरजमुखी तेल का निर्यात की बहाली का भी कुछ हाथ रहा है.

पनीर (Cheese) के उच्च दाम

दुग्ध पदार्थों में वैसे तो 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, मगर वो फिर भी अगस्त 2021 की तुलना में 23.5 प्रतिशत उच्च रहे. पनीर (Cheese) के दामों में लगातार दसवें महीने भी बढ़ोत्तरी रही, अलबत्ता न्यूज़ीलैंड से आपूर्ति बढ़ने की अपेक्षाओं के मद्देनज़र, दूध की क़ीमतों में कुछ ढिलाई देखी गई. 

माँस की क़ीमतों में 1.5 प्रतिशत की गिरावट हुई मगर फिर भी अगस्त 2021 का तुलना में 8 प्रतिशत से ज़्यादा ऊँची रहीं.

मुर्ग़ी – बत्तख़ इत्यादि (Poultry) के माँस की बढ़ी हुई निर्यात उपलब्धताओं के बीच, अन्तरराष्ट्रीय क़ीमतों में कुछ गिरावट आई, और निर्यात करने वाले कुछ शीर्ष देशों में घरेलू मांग कमज़ोर पड़ने के मद्देनज़र, गोजातीय पशुओं के माँस के मूल्यों में भी कुछ गिरावट दर्ज की गई. दूसरी तरफ़ सुअर के माँस के मूल्यों में उछाल देखा गया.

जुलाई के बाद से शुगर के दामों में भी गिरावट दर्ज की गई, जोकि भारत से निर्यात पर छूट व ब्राज़ील में ऐथनॉल के कम दामों की बदौलत रही.

अनाज और गेहूँ के लिये अनुमान

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य व कृषि संगठन (FAO) ने इस वर्ष के लिये, वैश्विक अनाज उत्पादन अनुमान भी जारी किया है, जिसमें लगभग चार करोड़ मिलियन टन की गिरावट का अनुमान व्यक्त किया गया है, जोकि गत वर्ष की तुलना में लगभग 1.4 प्रतिशत होगा.

इस गिरावट का मुख्य हिस्सा मोटे अनाजों से सम्बन्धित है जिसमें योरोप में मक्का के उत्पादन में लगभग 16 प्रतिशत गिरावट के अनुमान का बड़ा हिस्सा होगा. ये स्थिति असाधारण गर्म व सूखे मौसम की वजह से पाँच वर्ष के औसत से भी कम होगी.

दूसरी तरफ़, एजेंसी की अपेक्षा के अनुसार, दुनिया भर में गेहूँ के उत्पादन में गिरावट मामूली ही रहेगी, जिसमें रूस में अपेक्षित रिकॉर्ड फ़सल उत्पादन और उत्तरी अमेरिका में अनुकूल मौसम परिस्थितियों का योगदान रहने का अनुमान है. 

वैश्विक चावल उत्पादन में भी 2021 की तुलना में, 2.1 प्रतिशत की कमी होने का अनुमान है.