वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

महंगाई

संयुक्त राष्ट्र द्वारा यूक्रेन के मिकोलाइव शहर में हमले से हुई क्षति का आकलन किया जा रहा है.
© UNOCHA/Volodymyr Tsololo

काला सागर: ओडेसा समेत अन्य यूक्रेनी बन्दरगाहों पर रूसी हमलों की कड़ी निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने पिछले कुछ दिनों में ओडेसा समेत काला सागर में स्थित यूक्रेन के अन्य बन्दरगाह केन्द्रों पर रूसी हमलों की कठोर शब्दों में निन्दा की है. इससे पहले इसी सप्ताह, रूसी महासंघ ने संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में हुए काला सागर अनाज निर्यात पहल में अपनी भागेदारी समाप्त करने की घोषणा की थी. 

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने काला सागर अनाज निर्यात पहल को कूटनीति की एक बड़ी सफलता क़रार दिया है.
UN Photo/Mark Garten

काला सागर अनाज निर्यात पहल का महत्व व उपयोगिता!

फ़रवरी 2022 में, यूक्रेन में युद्ध भड़क जाने के बाद, संयुक्त राष्ट्र और तुर्कीये के प्रयासों की बदौलत, यूक्रेन और रूस समेत, इन चार पक्षों ने, यूक्रेनी और रूसी अनाज व उर्वरक पदार्थों के वैश्विक निर्यात के लिए, काला सागर अनाज निर्यात पहल पर हस्ताक्षर किए थे. इस समझौते की बदौलत, दुनिया भर में खाद्य पदार्थों की क़ीमतें नीचे लाने में ख़ासी मदद मिली है. आख़िर क्या है, इस पहल का महत्व! (वीडियो)

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में रूसी महासंघ के निर्णय के बाद की स्थिति पर पत्रकारों को जानकारी दे रहे हैं.
UN Photo/Mark Garten

काला सागर अनाज निर्यात पहल से पीछे हटा रूस, यूएन प्रमुख ने जताया गहरा खेद

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रूसी महासंघ द्वारा 'काला सागर अनाज निर्यात पहल' में अपनी भागेदारी समाप्त करने के निर्णय पर गहरा खेद व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि इस घोषणा से, विश्व भर में भूख और ऊँची खाद्य क़ीमतों की मार झेल रहे करोड़ों लोगों के लिए जीवनरेखा भी ख़त्म हो गई है.

काला सागर अनाज निर्यात पहल के तहत, पहला वाणिज्यिक जहाज़, सामग्री लेकर रवाना होते हुए.
© UNOCHA/Levent Kulu

काला सागर निर्यात पहल: यूएन महासचिव ने राष्ट्रपति पुतिन को लिखा पत्र

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रूसी महासंघ के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के नाम अपने एक पत्र में काला सागर अनाज निर्यात पहल को बिना किसी अवरोध के जारी रखने और इस सम्बन्ध में सहमति-पत्र को लागू किए जाने के लिए प्रस्ताव पेश किया है. 

काला सागर अनाज निर्यात पहल में संंयुक्त निरीक्षण टीम का दौरा.
© UNODC/Duncan Moore

यूक्रेन युद्ध: खाद्य वस्तुओं व उर्वरक निर्यात पर अहम पहल को जारी रखने पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को ‘काला सागर अनाज निर्यात पहल’ के तहत निरीक्षणों की धीमी होती रफ़्तार पर निराशा प्रकट की है. यूएन की मध्यस्थता में हुई इस पहल के ज़रिये यूक्रेनी बन्दरगाहों से लाखों टन अनाज व उर्वरक का निर्यात कर पाना सम्भव हुआ है. 

बांग्लादेश में एक कपड़ा फ़ैक्टरी से बाहर निकलते हुए कामगार.
© ILO/ Marcel Crozet

ILO: आर्थिक समस्याओं से, निम्न आय वाले देशों में रोज़गार सम्भावनाएँ ध्वस्त

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने बुधवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बढ़ते क़र्ज़ स्तर और उच्च महंगाई व बढ़ती ब्याज दरों से और भी जटिल हुए हालात ने, विकासशील देशों में, कामकाज व रोज़गार तलाश करने के इच्छुक लोगों की उम्मीदों को ध्वस्त कर दिया है.

विकासशील देशों में खाद्य वस्तुओं की क़ीमतों में भारी उछाल दर्ज किया गया है.
UN Women/Ryan Brown

क़र्ज़ के बोझ में दबे विकासशील देशों पर कई वर्षों तक संकट, UNCTAD की नई रिपोर्ट

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) ने अपने एक नए अध्ययन में आगाह किया है कि दुनिया में बढ़ती वित्तीय उथल-पुथल के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था की गति धीमी हो रही है, जिसके कारण विकासशील देशों को अगले कई वर्षों तक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.

माली के बामाको में एक ट्रक में प्याज़ की ढुलाई.
World Bank/Dominic Chavez

IMF: वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में गिरावट का पूर्वानुमान

अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपने नवीनतम विश्व आर्थिक परिदृश्य में, इस वर्ष वैश्विक प्रगति 2.8 प्रतिशत के स्तर पर रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है, जो वर्ष 2024 में कुछ बेहतर होकर लगभग 3 प्रतिशत तक पहुँच सकती है.

पाकिस्तान में काम की तलाश में कुछ व्यक्ति सड़क के किनारे बैठे हुए हैं.
IMF Photo/Saiyna Bashir

वर्ष 2023 में आर्थिक वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रह जाने की आशंका

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अर्थशास्त्रियों ने सचेत किया है कि कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में जारी युद्ध, बढ़ती मुद्रास्फीति, क़र्ज़ के दबाव और जलवायु आपात स्थिति सहित अन्य वैश्विक संकटों के कारण. वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भीषण असर हुआ है. इस पृष्ठभूमि में, वर्ष 2023 में आर्थिक वृद्धि की दर 1.9 प्रतिशत पर पहुँच जाने की सम्भावना है. वर्ष 2022 में यह दर तीन प्रतिशत अनुमानित थी.

इथियोपिया के अदीस अबाबा में युवा महिला कामगार बीन्स की पैकिंग कर रही हैं.
© ILO/Sven Torfinn

बढ़ती महंगाई, लुढ़कती आय से निर्धनता व सामाजिक अशान्ति गहराने का जोखिम, ILO रिपोर्ट

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने बुधवार को प्रकाशित अपनी एक नई रिपोर्ट में सचेत किया है कि बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण अनेक देशों में, वास्तविक मासिक आय में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे करोड़ों घर-परिवारों की क्रय क्षमता पर असर हुआ है. इसके मद्देनज़र, यूएन एजेंसी ने निर्धनता, असमानता और सामाजिक अशान्ति की रोकथाम के लिये तत्काल ठोस नीतियाँ अपनाए जाने का आग्रह किया है.