यूक्रेन: IAEA की टीम, परमाणु ऊर्जा स्टेशन के निरीक्षण व आकलन के लिये रवाना

संयुक्त राष्ट्र के परमाणु ऊर्जा विशेषज्ञों का एक दल, सोमवार को, यूक्रेन स्थित ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन का निरीक्षण करने के लिये रवाना हुआ है.
ये टीम यूक्रेनी व रूसी बलों के बीच कई महीनों के तनाव के मद्देनज़र, रवाना हुई है जिसमें युद्धरत दोनों पक्षों ने इस परमाणु स्टेशन पर हुई गोलाबारी के लिये, एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं.
This week, DG @rafaelmgrossi leads the IAEA Support & Assistance Mission to #Zaporizhzhya (ISAMZ) to:🔹Assess physical damage 🔹Determine functionality of safety & security systems🔹Evaluate staff conditions 🔹Perform urgent safeguards activities👉https://t.co/VKdJqxecgj https://t.co/miI73Pi9dI
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अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में, यूक्रेनी स्टाफ़ की सुरक्षा का आकलन करना भी है जो इस संयंत्र का संचालन कर रहे हैं. यूक्रेन के 15 परमाणु रियेक्टर्स में से, छह रियेक्टर इसी संयंत्र में मौजूद हैं. रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने हाल के सप्ताहों महीनों में ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन तक पहुँचने की इजाज़त के लिये बार-बार पुकार लगाई है, साथ ही तमाम सैन्य कर्मियों से, इस संयंत्र से भी हट जाने का आग्रह किया है, ताकि इस संयंत्र को एक निशाना ना समझा जाए.
अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन के संचालन और उसे हुए नुक़सान के बारे में अवगत कराते हुए, अगस्त के आरम्भ में सुरक्षा परिषद में कहा था कि इस संयंत्र की स्थिति के बारे में यूक्रेन और रूस से, विरोधाभासी जानकारी मिल रही थी.
रफ़ाएल ग्रॉस्सी ने कहा है कि ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन का घटनास्थलीय दौरा करके ही, दोनों देशों से मिली जानकारी के बारे में कोई सटीक आकलन किया जा सकता है.
यूएन प्रमुख ने इस दिवस के लिये अपने सन्देश में कहा है कि दुनिया ने परमाणु पागलपन में, जिन ख़तरनाक खेलों का जोखिम लिया, और जिसकी भीषण क़ीमत जिन लोगों को अदा करनी पड़ी, ये दिन उन्हें याद करने का भी एक मौक़ा है. और ये समय अपनी आवाज़ बुलन्द करने का भी है ताकि दुनिया तमाम परमाणु परीक्षणों पर, अन्ततः क़ानूनी रूप से बाध्यता लागू कर दे. यूएन प्रमुख ने कहा, “आइये, हम परीक्षणों पर सदैव के लिये रोक लगा दें, और परमाणु हथियारों को, अतीत की एक चीज़ बना दें.”