यूक्रेन: मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों पर चिन्ता, 'अनगिनत ज़िन्दगियों पर जोखिम'

सोमवार को जिनीवा में मानवाधिकार परिषद के सत्र के दौरान भी यूक्रेन में संकट का मुद्दा छाया रहा और रूस के तथाकथित विशेष सैन्य अभियान के मुद्दे पर तत्काल चर्चा का अनुरोध किया गया. इसके बाद सदस्य देशों से इस अनुरोध पर मतदान के लिये कहा गया जिसके कारण परिषद में पूर्व-निर्धारित कामकाज को कुछ देर के लिये रोक देना पड़ा.
रविवार को सुरक्षा परिषद की बैठक में यूक्रेन संकट पर बैठक हुई थी और सोमवार को यूएन महासभा की आपात बैठक बुलाई गई है.
जिनीवा में यूएन में यूक्रेन की स्थाई प्रतिनिधि येवहेनिया फ़िलिपेन्को ने मानवाधिकार परिषद को सम्बोधित करते हुए मौजूदा पीड़ा पर जानकारी दी.
.@mbachelet calls for strong leadership at a moment of "profound gravity" Opening @UN_HRC, she said "remarkable progress" made over 2 decades in every region is in jeopardy. She called for strong action to uphold intl law & human rights: https://t.co/xZpTxBvR2g #HRC49 pic.twitter.com/1sztN0ZQjn
UNHumanRights
सोमवार को ही बेलारूस की सीमा पर यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता हुई है.
यूक्रेनी प्रतिनिधिमण्डल ने एक प्रस्ताव का मसौदा भी पेश किया गया है, जिसमें 24 फ़रवरी को रूसी सैन्य कार्रवाई से जनित मानवाधिकार उल्लंघन के कथित मामलों में अन्तरराष्ट्रीय जाँच की मांग की गई है.
यूक्रेनी राजनयिक ने कहा कि इस अनुरोध की वजह सभी को पता है. “रूस – इसी परिषद के एक सदस्य ने बिना किसी उकसावे के, यूक्रेन पर हमला किया है जोकि न्यायोचित नहीं है.”
उन्होंने कहा कि यह हमला, संयुक्त राष्ट्र में हर सदस्य देश पर है और उन सिद्धान्तों पर है, जिनकी रक्षा के लिये इस संगठन की स्थापना की गई थी.
इस अनुरोध के बाद, रूसी दूत गेनाडी गातिलोफ़ ने, अनेक प्रतिनिधयों के रुख़ पर निराशा जताई, जोकि उनके अनुसार, परिषद में टकराव पैदा कर रहे हैं.
“इस विषय में तत्काल चर्चा किये जाने के प्रस्ताव का, यूक्रेन में मानवाधिकारों की स्थिति पर वास्तविक चिन्ता से कोई लेना-देना नहीं है.”
इस हस्तक्षेप के बाद, मानवाधिकार परिषद के प्रमुख फ़ेडेरिको वियेगास ने सभी 47 सदस्य देशों से यूक्रेन के अनुरोध पर मतदान के लिये कहा.
इसके पक्ष में 29 वोट किये गए, पाँच मत विरोध में गए और 13 सदस्य देश अनुपस्थित रहे. इसके बाद, गुरूवार को 3 बजे तत्काल चर्चा होनी तय हुई है.
यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने यूक्रेन में सैन्य हमलों के दौरान, हताहत होने वाले आम नागरिकों की बढ़ती संख्या पर गम्भीर चिन्ता जताई और कहा कि अनगिनत ज़िन्दगियों के लिये जोखिम पैदा हो रहा है.
यूएन एजेंसी प्रमुख ने कहा कि पिछले सप्ताह गुरूवार सुबह से लेकर रविवार शाम तक 406 आम नागरिक हताहत हुए हैं. 102 लोगों की मौत हुई है, जिनमें सात बच्चे हैं.