काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में ईबोला का 11वाँ फैलाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में ईबोला के नए मामले सामने आने के बाद उससे और कोविड-19 से निपटने में देश की मदद की जाएगी.
संगठन के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि देश के पश्चिमोत्तर हिस्से में कोविड-19 महामारी के बीच ईबोला के फिर से सिर उठाने के कारण एक नई चुनौती पैदा हो गई है.
The new #Ebola outbreak in Mbandaka #DRC represents a challenge, but it's one we are ready to tackle. @WHO has worked w/ @MinSanteRDC, @AfricaCDC & partners over the years to strengthen capacity to respond to outbreaks. With each experience we respond faster & more effectively. pic.twitter.com/SKc6GnI4q4
MoetiTshidi
काँगो के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इक्वेतियर प्रान्त के म्बानडका शहर में छह लोगों के ईबोला से संक्रमित होने की शिनाख़्त की है जिनमें से पाँच की मौत हो चुकी है.
प्रयोगशाला परीक्षणों के बाद उनके ईबोला से संक्रमित होने की पुष्टि की गई.
पश्चिमोत्तर हिस्से में ईबोला के सिर उठाने की ये ख़बर ऐसे समय में आई है जब पूर्वी हिस्से में पहले से ही चल रहे ईबोला के संक्रमण पर क़ाबू पाने में सफलता मिली रही थी और इस अभियान को ख़त्म करने की प्रक्रिया चल रही थी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टैड्रोस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा, “संगठन ईबोला व कोविड-19 का मुक़ाबला करने में काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में की सहायता करेगा, साथ ही विश्व का सबसे बड़े ख़सरा फैलाव पर क़ाबू पाने में भी मदद करेगा.”
11 वाँ ईबोला फैलाव
काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में ईबोला की पहली बार पुष्टि 1976 में हुई थी.
तब से अब म्बानडका शहर में ईबोला का ये संक्रमण देश में 11वाँ फैलाव है जोकि एक स्थानीय जानलेवा बीमारी बन चुका है.
इस शहर में इससे पहले मई से जुलाई 2018 में भी ईबोला का संक्रमण फैला था जिसमें 33 लोगों की मौत हुई थी.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ का कहना है कि इस ताज़ा संक्रमण फैलाव में जिन पाँच लोगों की मौत हुई थी, उनमें एक 15 वर्षीय लड़की भी थी.
उन मरीज़ों की मौत 18 से 30 मई के बीच हुई.
उनकी मौत ईबोला संक्रमण के कारण होने की पुष्टि परीक्षणों के बाद रविवार को की गई.
चार अन्य लोगों का भी ईबोला के संक्रमण का इलाज चल रहा है. ये सभी लोग मृतकों को निकट सम्पर्क में थे.