वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

ईबोला

कम्बोडिया की राजधानी नामपेन्ह में, लोग कोविड-19 की वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए, एक अस्पताल के बाहर पंक्ति में.
© UNICEF/Bunsak But

कोविड-19: वायरस सीक्वेंसिंग साझा किए जाने पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुखिया डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी में नए वैरिएंट्स का पता लगाने और उनकी निगरानी करने में, वायरस सीक्वेंसी बहुत अहम है, मगर वैश्विक स्तर पर इस जानकारी को साझा करने में तेज़ी लानी होगी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक ईबोला वैक्सिनेशन टीम काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में जनवरी 2019 में काम करते हुए.
WHO/Lindsay Mackenzie

काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में ईबोला का 11वाँ फैलाव

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य में ईबोला के नए मामले सामने आने के बाद उससे और कोविड-19 से निपटने में देश की मदद की जाएगी.

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में गश्त लगाते यूएन शांतिरक्षक.
MONUSCO

काँगो में सशस्त्र गुटों के हमले में ईबोला स्वास्थ्यकर्मियों की मौत

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में हथियारबंद गुटों ने घातक ईबोला बीमारी पर क़ाबू पाने के प्रयासों में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों को निशाना बनाकर हमला किया है जिसमें चार की मौत हुई है और पांच अन्य घायल हुए हैं. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक़ ये हमले ऐसे समय हुए हैं जब ईबोला के मामलों में कमी देखने को मिली है लेकिन ऐसी घटनाओं से बीमारी से निपटने की कोशिशों को धक्का लग सकता है.  

BSWM-UNDP Philippines-GEF5 SLM Project

जलवायु आपदा: आंदोलन शुरू हो चुका है

4 अक्तूबर 2019 के इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं.

जलवायु कार्रवाई के बारे में महासचिव की पुकार – दूर है मंज़िल मगर आंदोलन ने पकड़ ली है रफ़्तार.

कोंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में ईबोला से बचने में कामयाब हो गए हैं एक हज़ार लोग, जो है बड़ी कामयाबी.

राष्ट्र विहीनता के अभिशाप को ख़त्म करने में असाधारण मदद करने वाले एक वकील को मिला नेनसन शरणार्थी पुरस्कार

महात्मा गांधी का जीवन दर्शन आज भी विश्व में प्रासंगिक है और यह संयुक्त राष्ट्र के कामकाज में भी परिलक्षित होता है – कहना है महासचिव का

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16'10"
कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य के बुतेम्बो में एक बच्चा देखरेख केंद्र में काम कर रहे बहुत से लोग ऐसे हैं जो पहले इबोला से पीड़ित थे.
UN Photo/Martine Perret

काँगो गणराज्य में जटिल हालात में ईबोला से 1000 जीवित बचने पर बड़ी तसल्ली

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक हज़ार लोग ईबोला के चंगुल से जीवित बचने में कामयाब हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इस कामयाबी का श्रेय कोंगो के स्वास्थ्य अधिकारियों के नेतृत्व और हज़ारों स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों और साझीदारों की कड़ी मेहनत को दिया है.

उत्तरी किवु प्रांत में ईबोला के एक संदिग्ध मरीज़ का परीक्षण.
UNICEF/Vincent Tremeau

इबोला बीमारी से प्रभावी ढंग से निपटने पर चर्चा

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में इबोला बीमारी के नए मामले सामने आने पर चिंताएं बढ़ रही हैं. अगस्त 2018 में नए सिरे से बीमारी फैलने के बाद से अब तक 1,650 लोगों की मौत हो चुकी है और हर दिन लगभग 12 नए मामलों का पता चल रहे हैं. जिनीवा में सोमवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में सरकार के साथ मिलकर इस घातक बीमारी पर क़ाबू पाने के प्रयासों पर चर्चा हुई.

देश का उत्तरपूर्वी हिस्सा ईबोला और खसरा की दोहरी चुनौती का सामना कर रहा है.
UNICEF/MADJIANGAR

ईबोला प्रभावित इलाक़े में ख़सरा टीकाकरण अभियान

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वोत्तर हिस्से में स्वास्थ्यकर्मियों ने बड़े पैमाने पर ख़सरा टीकाकरण अभियान शुरू किया है. यह वही क्षेत्र है जिसे घातक ईबोला वायरस ने अपनी जकड़ में ले रखा है और दूसरी बार इतने बड़े पैमाने पर यह बीमारी फैलने से अब तक डेढ़ हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 2019 में बड़ी संख्या में ख़सरा के मामले भी सामने आए हैं. 

ईबोला वायरस से रक्षा करने वाली पोशाक पहने एक स्वास्थ्यकर्मी.
Finnish Red Cross/Maria Santto

यूगांडा में ईबोला वायरस से दूसरी मौत के बाद यूएन एजेंसियां सतर्क

यूगांडा में ईबोला वायरस से दो लोगों की मौत होने के बाद संयुक्त राष्ट्र की मानवीय राहत एजेंसियां स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रही हैं.  पड़ोसी देश काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में पहले से ही बड़े पैमाने पर ईबोला फैला हुआ है और अब यूगांडा में भी इसके मामले सामने आए हैं.

काँगो गणराज्य के बेनी इलाक़े में बना एक चिकित्सा केन्द्र, ईबोला संक्रमण के सन्देह में अपनी 15 वर्षीय बेटी की जाँच-पड़ताल देखते हुए माता-पाता. (जनवरी 2019)
World Bank/Vincent Tremeau

काँगो में ईबोला नियंत्रण के प्रयासों के लिए समय बहुत ज़्यादा नहीं

संयुक्त राष्ट्र ने काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में ईबोला पर क़ाबू पाने के लिए अपने प्रयास और ज़्यादा तेज़ और सघन करने की घोषणा की है. काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में ईबोला की महामारी फैले हुए क़रीब दस महीने हो चुके हैं और हाल के सप्ताहों में ईबोला के संक्रमण के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है.

नवजात शिशु की जांच करता एक स्वास्थ्यकर्मी.
UNICEF/Guy Hubbard

ईबोला इलाज केंद्र पर हमले की यूएन ने निंदा की

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में ईबोला वायरस का इलाज करने वाले एक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार को हुए हमले की संयुक्त राष्ट्र ने निंदा की है. इस हमले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के लिए काम कर रहे एक डॉक्टर की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हुए हैं.