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मध्य पूर्व

ग़ाज़ा युद्ध के विरोध में, न्यूयॉर्क के मैनहैटन इलाक़े में स्थित कोलम्बिया विश्वविद्यालय में प्रदर्शन काफ़ी मुखर रहे हैं.
UN Photo/Evan Schneider

अमेरिकी विश्वविद्यालयों में ग़ाज़ा प्रदर्शनों पर अत्यधिक बल प्रयोग पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने, संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ विश्वविद्यालयों में, ग़ाज़ा युद्ध के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों और प्रदर्शनकारियों पर अत्यधिक बल प्रयोग पर चिन्ता व्यक्त की है. ऐसे कुछ मामलों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए अनेक कड़े उपायों का प्रयोग किए जाने की ख़बरें हैं.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, ग़ाज़ा स्थिति के बारे में, मुख्यालय में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए.(30 अप्रैल 2024)
UN Photo/Eskinder Debebe

इसराइल और हमास से, गुटेरेश की युद्ध ख़त्म करने की अपील

ग़ाज़ा हर दिन हालात बद से बदतर होने के बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, मंगलवार को एक बार फिर इसराइल और हमास से युद्धविराम के लिए सहमति की अपील की है. गुटेरेश की यह अपील ऐसे समय में जारी की गई है जब इसराइल और हमास के दरम्यान इस समय युद्धविराम समझौते के लिए बातचीत चल रही है.

लेबनान में लाखों परिवार अपनी दैनिक ज़रूरतें पूरी करने में अक्षम हैं, जिससे बच्चों पर भी व्यापक भीषण असर पड़ रहा है.
© UNICEF/Fouad Choufany

ग़ाज़ा युद्ध के लेबनान में भी निर्बल जन व बच्चों पर भीषण प्रभाव

संयुक्त राष्ट्र के बाल मामलों पर विशेषज्ञों ने कहा है कि लेबनान में दक्षिणी सीमा पर इसराइल के साथ बढ़ती युद्धक गतिविधियों और मानवीय धन सहायता की भारी कमी के कारण मानवीय, बच्चों के लिए जोखिम वाले हालात उत्पन्न हो गए हैं जिनमें चार साल तक की उम्र के बच्चों को भी आय अर्जित करने के लिए काम करना पड़ रहा है.

ग़ाज़ा युद्ध में भीषण तबाही के बीच, लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और बहुत दयनीय हालात में रहने को विवश हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा: ख़ान यूनिस में अफ़रा-तफ़री के बीच व्यापक पलायन, UNRWA

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA ने कहा है कि ग़ाज़ा के ख़ान यूनिस इलाक़े में इसराइल के सम्भावित हमले की आशंका को देखते हुए, लोग अफ़रा-तफ़री के बीच बड़े पैमाने पर पलायन कर गए हैं.

अमेरिका के कोलम्बिया विश्वविद्यालय में, ग़ाज़ा युद्ध के ख़िलाफ़ प्रदर्शन.
UN Photo/Evan Schneider

अमेरिकी विश्वविद्यालयों में प्रदर्शनों पर कार्रवाई; ग़ाज़ा युद्ध से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर मंडराता संकट

संयुक्त राष्ट्र में मत व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर विशेष रैपोर्टेयर इरीन ख़ान ने कहा है कि ग़ाज़ा पर इसराइल के युद्ध के विरोध में पूरे अमेरिका में खड़े हुए आईवी लीग विश्वविद्यालयों के कुछ प्रमुख लोगों को बर्ख़ास्त करने व छात्रों पर कारर्वाई करने की घटनाओं से, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े होते नज़र आ रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र की एक टीम, ग़ाज़ा में इसराइली बमबारी में ध्वस्त हुई चिकित्सा सुविधा का आकलन करते हुए.
© WHO

ग़ाज़ा के अनफटे विस्फोटकों को हटाने में लग सकता है 14 वर्षों का समय

संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने कहा है कि ग़ाज़ा में बिना फटे बमों को हटाने और उस स्थान को फिर से सुरक्षित बनाने में, 14 वर्षों तक की समय लग सकता है.

ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय और पुनर्निर्माण संयोजक सिगरिड काग
UN Photo/Loey Felipe

अमानवीय स्थिति में जीने को मजबूर ग़ाज़ावासी, सिगरिड काग

युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए एक नई व्यवस्था, अगले कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली है. ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय और पुनर्निर्माण संयोजक सिगरिड काग ने कहा है कि नागरिक आबादी की विशाल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मानवीय सहायता आपूर्ति और वितरण की गुणवत्ता और तादाद को विशाल पैमाने पर बढ़ाया जाना होगा. उन्होंने यूएन न्यूज़ के साथ एक ख़ास बातचीत में कहा है कि इन प्रयासों को ठोस रूप में जारी रखने के लिए, राजनैतिक इच्छाशक्ति का कोई और विकल्प नहीं है. साथ ही उन्होंने, आवासों के पुनर्निर्माण की आवश्यकता,बच्चों को यथाशीघ्र स्कूल वापस लाने व लोगों को सदमे से उबरने में मदद करने की तात्कालिक आवश्यकता को रेखांकित किया. एक वीडियो इंटरव्यू...

ग़ाज़ा में विस्थापित लगभग 10 लाख महिलाओं के लिए हालात बेहद पीड़ाजनक हैं, जिन्हें स्वच्छ पानी, भोजन और स्वच्छता का सामान हासिल करने में भीषण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
© UNRWA

ग़ाज़ा: गर्मी बढ़ने के साथ ही रफ़ाह में पीड़ाएँ और रोग बढ़ने का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों ने गुरूवार को कहा है कि पूरे ग़ाज़ा पट्टी क्षेत्र में झुलसा देने वाली गर्मी वृद्धि ने, वहाँ के लोगों की पहले से जारी भीषण पीड़ाओं को और बढ़ा दिया है और स्वच्छ पानी की समुचित उपलब्धता और कूड़े-कचरे के सुरक्षित निपटान के अभाव में बीमारियाँ फैलने का नया जोखिम उत्पन्न हो गया है.

ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ मानवीय और पुनर्निर्माण समन्वयक सिगरिड काग ने, दिसम्बर 2023 के बाद ग़ाज़ा की अनेक यात्राएँ की हैं.
OCHA / Olga Cherevko

ग़ाज़ा: ढाँचा बहाली के साथ-साथ, भरने होंगे रूह के ज़ख़्म भी, काग

युद्ध से तबाह ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता की आपूर्ति में समन्वय की ज़िम्मेदारी संभाल रहीं सिगरिड काग ने कहा है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का ये कर्तव्य और ज़िम्मेदारी है कि वो ग़ाज़ा में जल्द से जल्द पुनर्बहाली के लिए काम करे, मगर, “हम वहाँ की आबादी से और इन्तज़ार करने को नहीं कह सके.”

ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ मानवीय और पुनर्निर्माण संयोजक सिगरिड काग, मध्य पूर्व की स्थिति के बारे में सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए (24 अप्रैल 2024).
UN Photo/Loey Felipe

ग़ाज़ा में जीवनरक्षक सहायता आपूर्ति के लिए नई योजना घोषित

युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए एक नई व्यवस्था, अगले कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली है. ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय और पुनर्निर्माण संयोजक सिगरिड काग ने, बुधवार को सुरक्षा परिषद में ये जानकारी दी है.