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कोविड-19: यूएन हिन्दी कवरेज

कोविड-19: अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा – यूएन हिन्दी न्यूज़ कवरेज
पहली बार इन मामलों की जानकारी, दिसम्बर 2019 में चीन के वूहान में मिली.

चीन सहित दुनिया के कई देश नॉवल कोरोनावायरस (कोविड-19) के ख़तरे का सामना कर रहे हैं. चीन सहित अनेक देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हालात पर क़ाबू पाने के लिए विशेषज्ञों, सरकारों व साझीदार संगठनो के साथ मिलकर काम करता रहा है ताकि नए वायरस के बारे में वैज्ञानिक जानकारी को पुख़्ता बनाया जा सके, उसके फैलने और घातकता में कमी लाई जाए और प्रभावित देशों व व्यक्तियों को सेहत का ध्यान रखने के लिए ज़रूरी क़दम सुनिश्चित किए जा सकें.

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सीरिया के पूर्वोत्तर इलाक़े में स्थित अल होल शिविर में बच्चे कठिन हालात में गुज़ारा कर रहे हैं.
© UNICEF/Delil Souleiman

सीरिया: शान्ति प्रक्रिया की पुनर्बहाली, स्थिरता और नए संविधान की दरकार

सीरिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने चेतावनी के अन्दाज़ में कहा है कि पिछले एक वर्ष में अपेक्षाकृत शान्ति के बावजूद, यह महीना दर्शाता है कि हालात कितनी तेज़ी से ख़राब हो सकते हैं. यूएन के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीरिया में हिंसा, आतंकवाद, विस्थापन, अस्थिरता, निराश्रयता और कोविड-19 की पृष्ठभूमि में बुधवार को सुरक्षा परिषद को सम्बोधित किया है.

 कोविड के ख़िलाफ़ जंग में महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है.
UNICEF/Vinay Panjwani

भारत: कोविड से लड़ाई में, यूएन एजेंसियों की सक्रिय मदद

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में आई भारी तेज़ी का मुक़ाबला करने के लिये, अस्पतालों में क्षमता बढ़ाने और अहम चिकित्सा सामग्री की क़िल्लत को दूर किये जाने पर ज़ोर दिया है. दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि कोरोनावायरस संकट से जूझ रहे भारत के लिये, यह सर्वोपरि प्राथमिकता होनी चाहिये. इस बीच यूएन एजेंसियाँ भारत में चिकित्सा सामान की उपलब्धता व अन्य तरह की मदद मुहैया कराने में सक्रिय हैं.

फ़िलिपीन्स के मुनतिनलुपा शहर की एक दुकान में ऐहतियाती उपायों के मद्देनज़र शारीरिक दूरी बरतने, मास्क पहनने और बचाव के लिये प्लास्टिक शीट लगाने का इस्तेमाल किया जा रहा है.
ILO/Minette Rimando

कोविड-19: अहम कर्मचारियों के लिये ज़्यादा सुरक्षा उपायों की दरकार

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) का कहना है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने कार्यस्थलों पर महत्वपूर्ण सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के समक्ष मौजूद चुनौतियों को सामने ला दिया है. यूएन श्रम एजेंसी ने ‘कार्यस्थल पर सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिये विश्व दिवस’ के अवसर पर मंगलवार को अपनी एक नई रिपोर्ट जारी की है, जिसमें सुरक्षा व स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, बचाव व सुरक्षा उपाय अपनाने पर बल दिया गया है.

भारत में एक आशा कार्यकर्ता, रीना धाकड़ का कहना है कि वह कोविड से सुरक्षा पाने के लिये टीकाकरण करवाना चाहती हैं.
UNICEF India/ Ruhani Kaur

कोविड-19: भारत में हालात 'हृदय विदारक, बयान से परे'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि कोविड-19 महामारी का अनेक देशों में तेज़ रफ़्तार से फैलना जारी है और संक्रमण के मामलों में लगातार नौवें सप्ताह बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसेस ने भारत में मौजूदा हालात को हृदय विदारक और बयान से परे बताते हुए भरोसा दिलाया है कि यूएन एजेंसी हरसम्भव सहायता प्रदान करने में जुटी है.

बांग्लादेश में राष्ट्रीय टीकाकरण मुहिम के तहत एक बच्चे को ख़सरा व रूबेला से बचाव के लिये टीके लगाये जा रहे हैं.
© UNICEF/Jannatul Mawa

यूएन के नेतृत्व में वैश्विक प्रतिरक्षण - पाँच करोड़ ज़िन्दगियों की रक्षा का लक्ष्य

संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में एक वैश्विक प्रतिरक्षण रणनीति सोमवार को पेश की गई है, जिसके ज़रिये पाँच करोड़ से अधिक बच्चों को जीवनरक्षक टीके लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है. यूएन एजेंसियों ने सचेत किया है कि कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न व्यवधान से बड़ी संख्या में ख़सरा, पीत ज्वर और डिप्थीरिया समेत अन्य बीमारियों के महत्वपूर्ण टीके नहीं मिल पाए हैं, और इन हालात को बदले जाने की ज़रूरत है.

भारत में कोविड-19 की रोकथाम के लिये बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू किया गया था.
© UNICEF/Ruhani Kaur

आपबीती: 'भारत में कोविड-19 ने जैसे सूनामी का रूप ले लिया है'

जब मार्च 2020 में कोविड-19 का फैलाव शुरू हुआ तो किसी ने सोचा भी न था कि आगे क्या मंज़र देखने को मिलेगा. आज, जबकि कोरोनावायरस महामारी को शुरू हुए पूरा साल बीत चुका है, हालात बहुत भयावह हैं. सभी स्तब्ध हैं - हममें से हर एक के जीवन को यह छूकर या फिर छिन्न-भिन्न करके निकल चुका है और हम नि:शब्द हैं.  भारत में कोरोनावायरस के संक्रमण की दूसरी और अत्यन्त भयावह लहर पर, यूएन न्यूज़ - हिन्दी की अंशु शर्मा का ब्लॉग, जो ख़ुद भी कोविड-19 के प्रभावों की भुक्तभोगी हैं...

इराक़ में कोविड-19 महामारी से बचने और स्वास्थ्य नुस्ख़ों के बारे में, बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए गए हैं.
UNAMA

इराक़: कोविड अस्पताल में, आग दुर्घटना के बाद, सख़्त रोकथाम उपायों की पुकार

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि जिनीन हैनिस प्लेस्शार्ट ने राजधानी बग़दाद के एक कोविड-19 अस्पताल में लगी भीषण आग पर गहरे अफ़सोस और तकलीफ़ का इज़हार किया है. 

वेनेज़ुएला के काराकस के एक स्वास्थ्य केन्द्र में अपनी बेटी के साथ एक महिला.
© UNICEF/Alejandra Pocaterra

कोविड-19: 90 प्रतिशत देशों में स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान जारी

वैश्विक महामारी कोविड-19 का फैला शुरू हुए एक वर्ष से भी ज़्यादा समय बीतने के बावजूद, दुनिया के 90 प्रतिशत देशो में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं में उत्पन्न हुआ व्यवधान अब भी जारी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक नए सर्वेक्षण के नतीजे पेश करते हुए कहा है कि वर्ष 2020 में यह सर्वे पहली बार कराया गया था, लेकिन उसके बाद से अब तक हालात में कोई ठोस बदलाव नज़र नहीं आए हैं.

जॉर्डन के ज़ाआतारी शरणार्थी शिविर में, एक सीरियाई शरणार्थी, वैक्सीन का टीका लगवाते हुए, जो कोवैक्स कार्यक्रम के तहत उपलब्ध कराई गई.
© UNICEF/Moises Saman

कोवैक्स के वास्ते, धन जुटाने के लिये, त्वरित कार्रवाई की दरकार, अभी

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा शुक्रवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वैसे तो वैश्विक स्तर पर किये गए एक ऐतिहासिक सहभागिता कार्यक्रम की बदौलत, कोविड-19 की वैक्सीन विकसित करने व वितरण के साथ-साथ, दुनिया भर में जाँच व इलाज भी सम्भव हुआ है मगर, इस कार्यक्रम के लिये धन की भारी कमी अब भी बनी हुई है.

कोवैक्स पहल के तहत सीरिया भेजी गई वैक्सीन ख़ुराकों को खोला जा रहा है.
UNICEF

कोवैक्स: सीरिया में सबसे निर्बलों के लिये पहुँचीं वैक्सीन ख़ुराकें

वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिये वैक्सीन की ढाई लाख से ज़्यादा ख़ुराकों की खेप गुरुवार को सीरिया पहुँच गई है. न्यायसंगत वैक्सीन वितरण के लिये संयुक्त राष्ट्र समर्थित ‘कोवैक्स’ पहल के तहत भेजी गई इन ख़ुराकों के ज़रिये, महामारी के विरुद्ध जवाबी कार्रवाई में अग्रिम मोर्चे पर डटे स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा.