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सुरक्षा परिषद का, ग़ाज़ा में तुरन्त और सुरक्षित सहायता आपूर्ति पर ज़ोर

ग़ाज़ा में युद्ध से विस्थापित लोग, एक अस्थाई आश्रय स्थल के पास, खाद्य सामग्री के वितरण की प्रतीक्षा करते हुए.
© UNRWA/Ashraf Amra
ग़ाज़ा में युद्ध से विस्थापित लोग, एक अस्थाई आश्रय स्थल के पास, खाद्य सामग्री के वितरण की प्रतीक्षा करते हुए.

सुरक्षा परिषद का, ग़ाज़ा में तुरन्त और सुरक्षित सहायता आपूर्ति पर ज़ोर

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने, ग़ाज़ा में गुरुवार को एक सहायता क़ाफ़िले पर हुई घातक घटना के मद्देनज़र, आम लोगों सुरक्षा पुख़्ता किए जाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है.

सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने शनिवार को एक बयान जारी करके, इन ख़बरों पर गहरी चिन्ता व्यक्त की कि ग़ाज़ा के दक्षिणी-पश्चिमी इलाक़े में, एक घातक घटना में, 100 से अधिक लोगों की जान चली गई.

मानवीय सहायता क़ाफ़िले के आसपास एकत्र भारी भीड़ के साथ हुई इस घटना में, इसराइली बलों के शामिल होने की ख़बरें हैं.

उस घटना में जो अन्य सैकड़ों लोग घायल हुए हैं उनके शरीरों पर, बन्दूक की गोली के घाव भी हैं.

सदस्यों ने ध्यान दिलाया कि इस मामले में एक इसराइली जाँच चल रही है.

सुरक्षा परिषद ने आम लोगों और नागरिक बुनियादी ढाँचे की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया. 

साथ ही ये भी कहा है कि युद्ध के सभी पक्षों को, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए.

बिना देरी के सहायता वितरण

युद्ध से सम्बद्ध तमाम पक्षों से, ग़ाज़ा में आम लोगों को बुनियादी सेवाओं और मानवीय सहायता से वंचित करने से परहेज़ करने का भी आग्रह किया गया है.

सुरक्षा परिषद ने इस स्थिति पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की कि ग़ाज़ा की पूरी आबादी यानि 20 लाख से अधिक लोगों को, तीव्र खाद्य असुरक्षा के ख़तरनाक स्तर का सामना करना पड़ सकता है.

सदस्यों ने सम्बद्ध पक्षों से "पूरे ग़ाज़ा पट्टी में फ़लस्तीनी नागरिक आबादी को बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता की तत्काल, तेज़, सुरक्षित, निरन्तर और निर्बाध आपूर्ति की अनुमति देने, सुविधा प्रदान करने और सक्षम करने" की मांग दोहराई.

उन्होंने इसराइल से मानवीय सहायता के ग़ाज़ा में प्रवेश करने के लिए, सीमा चौकी को खुला रखने और बड़े पैमाने पर मानवीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त चौकियाँ खोलने की सुविधा प्रदान करने आग्रह किया है.

साथ ही, पूरे क्षेत्र में लोगों को राहत वस्तुओं की त्वरित व सुरक्षित आपूर्ति को आसान बनाने का भी आग्रह किया गया है.