वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण सन्धि पर, नैरोबी में वार्ता का नया दौर
प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए एक ऐतिहासिक अन्तरराष्ट्रीय सन्धि पर नए सिरे से बातचीत के लिए, दुनिया भर से वार्ताकार सोमवार को केनया की राजधानी नैरोबी में एकत्र हुए हैं.
इस प्रयास की तात्कालिकता मौजूदा वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण संकट को रेखांकित करती है, जबकि सालाना लगभग 43 करोड़ टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है.
इस प्लास्टिक का लगभग दो-तिहाई हिस्सा यूँ ही फेंक दिया जाता है, जिससे पर्यावरण और खाद्य श्रृंखला दोनों को नुक़सान पहुँचता है.
अन्तर सरकारी वार्ता समिति (आईएनसी-3), अपने इस तीसरे सत्र में, प्लास्टिक प्रदूषण पर, क़ानूनी रूप से बाध्यकारी अन्तरराष्ट्रीय उपकरण के, तथाकथित ज़ीरो मसौदे पर ध्यान केन्द्रित करेगी, जो इस वर्ष के शुरू में जारी किया गया था. ये वार्ताएँ वर्ष 2024 के अन्त तक पूरी करने का भी लक्ष्य है.
'फेंकने वाली अर्थव्यवस्था' पर विराम
आईएनसी सचिवालय की कार्यकारी सचिव ज्योति माथुर-फ़िलिप के अनुसार, पारिस्थितिकी तंत्र, जलवायु, अर्थव्यवस्था और मानव स्वास्थ्य पर प्लास्टिक प्रदूषण के विनाशकारी प्रभाव से, पृथ्वी ग्रह को प्रति वर्ष $300 से $600 अरब का नुक़सान होता है.
यदि कोई कार्रवाई नहीं की गई तो अगले 20 वर्षों में प्लास्टिक उत्पादन दोगुना होने की अपेक्षा है.
इस वार्ता के आयोजक, "फेंकने वाली अर्थव्यवस्था" को "पुन: उपयोग वाली अर्थव्यवस्था" में तब्दील करने की मांग कर रहे हैं.
आईएनसी-3 में ,प्लास्टिक प्रदूषण के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने वाले 12 पूरक कार्यक्रम होंगे, जिनमें टिकाऊ उत्पादन और खपत, 'सर्कुलर प्लास्टिक' दृष्टिकोण में बदलाव के साथ-साथ अनेक मुद्दे शामिल हैं.
देशों के अधिकारी, प्लास्टिक उत्पादन को कम करने, एकल-उपयोग और अल्पकालिक प्लास्टिक उत्पादों को ख़त्म करने व ग़ैर-प्लास्टिक विकल्पों का प्रयोग करने की आवश्यकता पर ज़ोर दे रहे हैं.
मेज़ पर मसौदा
आईएनसी के अध्यक्ष गुस्तावो मेज़ा-कुआड्रा वेलास्कुएज़ ने, इस सप्ताह की गहन वार्ता से पहले एक प्रेस-सम्मेलन में कहा, "हम अपनी वार्ता के एक बहुत ही महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहे हैं...पहली बार हम एक मसौदे के साथ चर्चा में प्रवेश कर रहे हैं.”
प्रतिनिधियों को इस वार्ता से, एक वैश्विक बाध्यकारी समझौते का रास्ता निकलने की उम्मीद है.
यह सत्र, कनाडा में अप्रैल 2024 में होने वाली, मसौदा-वार्ता के एक अन्य दौर के लिए रास्ता तैयार करेगा.
चूँकि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय प्लास्टिक प्रदूषण संकट से जूझ रहा है, इसलिए, INC-3 का परिणाम एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है.
आईएनसी के अध्यक्ष द्वारा, आईएनसी सचिवालय के सहयोग से तैयार, क़ानूनी रूप से बाध्यकारी अन्तरराष्ट्रीय उपकरण का शून्य मसौदा, अब संयुक्त राष्ट्र की सभी छह आधिकारिक भाषाओं में उपलब्ध है.
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