प्रदूषण

कौशल निर्माण कार्यक्रम 'उत्थान' (प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन कार्यबल का उत्थान) के तहत प्रशिक्षण में भाग लेते सफ़ाई साथी.
UNDP India

भारत: बेहतर जीवन के लिए कौशल निर्माण: भारत के सफ़ाई साथी

भारत के उत्तरी प्रदेश उत्तराखंड में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम, (UNDP) के सहयोग से सफ़ाई कर्मियों को प्लास्टिक री-सायकलिंग के बेहतर तौर-तरीक़ों में कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे न केवल उनके जीवन व स्वास्थ्य की रक्षा हो रही है, बल्कि राज्य एक उत्कृष्ट चक्रीय अर्थव्यवस्था का निर्माण करने में मदद मिल रही है.

फ़ीजी में समुद्री सौन्दर्य का एक दृश्य.
© Unsplash/Alec Douglas

समुन्दर के समक्ष ख़तरों के बीच, 'समुद्र का क़ानून' और भी ज़्यादा प्रासंगिक

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को कहा है कि 40 वर्ष पहले, दुनिया के ज़्यादातर देशों ने समुद्र के क़ानूनों पर जिस यूएन कन्वेन्शन को स्वीकृत किया था, वो समन्दर नामक एक विशाल सामूहिक ख़ज़ाने में शासन व व्यवस्था लागू करने के लिए बहुत अहम है.

दिल्ली के पास प्रदूषित नदी
अशोक कुमार घोष द्वारा फोटो

भारत: दिल्ली के जलमार्गों में प्रदूषण कम करने के कुछ उपाय

भारत की राजधानी दिल्ली के घरों में जितने पानी का वितरण किया जाता है उसमें से लगभग 80 प्रतिशत पानी, अपशिष्ट जल के रूप में समाप्त हो जाता है, जिनमें से कुछ अनुपचारित रहता है, जो शहर के जलमार्गों को प्रदूषित करता है. ये दूषित पानी स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और बेहतर रहन-सहन के लिये ख़तरा है. 

चिले में दो पर्वतारोही, पहाड़ पर चढ़ाई करते हुए.
Unsplash/Toomas Tartes

स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण, एक सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषित

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गुरूवार को एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित करके, स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण तक पहुँच को एक सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषित किया है. इस प्रस्ताव के समर्थन में 161 मत पड़े जबकि आठ देश मतदान से अनुपस्थित रहे.

हमारा महासागरों के लिये सबसे बड़े ख़तरों में से एक - मानव निर्मित प्लास्टिक प्रदूषण भी है.
© Ocean Image Bank/Sören Funk

संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन स्थल पर, एकल-प्रयोग प्लास्टिक बन्द

आशंका है कि वर्ष 2050 तक समुद्र में मछलियों की तुलना में प्लास्टिक ज़्यादा होगा - और लिस्बन में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन स्थल पर, समस्त एकल-उपयोग प्लास्टिक का इस्तेमाल बन्द कर दिया गया है, ताकि सततता को बढ़ावा दिया जा सके. वीडियो फ़ीचर...

स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में सम्मेलन. महासभा प्रमुख अब्दुल्ला शाहिद (बाएँ), यूएन पर्यावरण एजेंसी प्रमुख इन्गेर ऐण्डरसन (मध्य), यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेेरेश (दाएँ)
© UNEP

स्टॉकहोम+50 सम्मेलन: पर्यावरणीय संकटों से रक्षा के लिये कार्रवाई का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मानवता और वैश्विक कल्याण पर मंडराते जोखिमों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए आगाह किया है कि मौजूदा हालात की एक बड़ी वजह यह है कि अब तक किये गए पर्यावरण सम्बन्धी वादे पूरा नहीं किये गए हैं.

सिगरेट का ऊपरी हिस्सा जिसे फ़िल्टर या बट कहा जाता है, अगर उसे सही तरीक़े से ठिकाने नहीं लगाया जाए तो प्लास्टिक प्रदूषण फैला सकता है और समुद्री जीवन को नुक़सान पहुँचाने के साथ-साथ पानी में ज़हर घोल सकता है.
Unsplash/Brian Yurasits

WHO: तम्बाकू उद्योग को पर्यावरणीय नुक़सान के लिये जवाबदेह ठहराने की दरकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा है कि तम्बाकू उद्योग, पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य दोनों को बर्बाद करता है, और तम्बाकू उद्योग को इसके द्वारा की जा रही तबाही के लिये, और ज़्यादा जवाबदेह ठहराए जाने की ज़रूरत है.

मंगोलिया के उलानबाटर में कोयला-चालित बिजली संयंत्रों में उत्सर्जन से वायु प्रदूषण
ADB/Ariel Javellana

दुनिया की लगभग पूरी आबादी, वायु प्रदूषण में साँस लेने को विवश

संयुक्त राष्ट्र के चिकित्सा वैज्ञानिकों ने सोमवार को कहा है कि दुनिया भर की लगभग 99 प्रतिशत आबादी ऐसी प्रदूषित वायु में साँस ले रही है जो अन्तरराष्ट्रीय स्वीकृत सीमाओं से ज़्यादा प्रदूषित है. इससे उनके स्वास्थ्य पर गम्भीर नकारात्मक असर पड़ता है.

केनया के नैरोबी शहर में एक कामगार, रीसायकलिंग के लिये प्लास्टिक की छँटाई करते हुए.
© UNEP

प्लास्टिक प्रदूषण की विभीषिका को ख़त्म करने के लिये, ऐतिहासिक प्रस्ताव अनुमोदित

केनया की राजधानी नैरोबी में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण ऐसेम्बली में बुधवार को, 175 देशों के राष्ट्राध्यक्षों, पर्यावरण मंत्रियों और अन्य प्रतिनिधियों ने, प्लास्टिक प्रदूषण का ख़ात्मा करने के लिये एक ऐतिहासिक प्रस्ताव का अनुमोदन किया है, जिसके ज़रिये वर्ष 2024 के अन्त तक, एक क़ानूनी रूप से बाध्य अन्तरराष्ट्रीय समझौता वजूद में आएगा.

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियॉल का नज़ारा.
© WMO/Na Kihwan

पर्यावरण पर संकट: जंगलों में जानलेवा आग, ध्वनि प्रदूषण, जीवन चक्र व्यवधान

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की एक नई रिपोर्ट में, जंगलों में आग लगने की बढ़ती घटनाओं व उनकी गम्भीरता, शहरी इलाक़ों में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये समस्या बन रहे ध्वनि प्रदूषण व प्राकृतिक प्रणालियों के जीवन चक्र में नज़र आ रहे व्यवधान की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया है, साथ ही रोकथाम उपाय भी पेश किये गए हैं.