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यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (दाएं) ने महासभा के 78वें सत्र पहले यूएन न्यूज़ व मीडिया प्रभाग की उपनिदेशक मीता होसाली के साथ एक विशेष बातचीत की.

UNGA78: यूएन महासचिव ने किया-जलवायु व सतत विकास के वादों को साकार करने का आग्रह

UN Photo/Mark Garten
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (दाएं) ने महासभा के 78वें सत्र पहले यूएन न्यूज़ व मीडिया प्रभाग की उपनिदेशक मीता होसाली के साथ एक विशेष बातचीत की.

UNGA78: यूएन महासचिव ने किया-जलवायु व सतत विकास के वादों को साकार करने का आग्रह

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के दौरान वार्षिक, उच्चस्तरीय खंड में विश्व के अनेक बड़े नेताओं के हिस्सा लेने का कार्यक्रम नहीं है. महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन न्यूज़ के साथ एक ख़ास बातचीत में कहा कि उन्हें इस बात की कम परवाह है कि न्यूयॉर्क कौन पहुँच रहे हैं, बल्कि यह चिन्ता अधिक है कि क्या कुछ हासिल किया जा सकता है, विशेष रूप से टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर प्रगति में फिर से स्फूर्ति भरने के लिए. 

उन्होंने यूएन न्यूज़ द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि, “यह दम्भ-दिखावे का मामला नहीं है. यह एक राजनैतिक निकाय है, जहाँ सरकारों का प्रतिनिधित्व है.”

“जो बात मायने रखती है वो यह कि देशों का प्रतिनिधित्व किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाए, जो उस क्षण को आगे बढ़ कर लपक सके.”

“इसलिए, मुझे इस बात की फ़िक्र नहीं है कि कौन आ रहाे हैं. मुझे चिन्ता यह सुनिश्चित करने की है कि जो देश यहाँ हैं... वे टिकाऊ विकास लक्ष्यों को पूरा करने के संकल्प स्वीकार करें, जोकि, दुर्भाग्य से सही दिशा में नहीं जा रहे हैं.”

यूएन महासचिव ने ज़ोर देकर कहा कि मौजूदा वैश्विक वित्तीय व्यवस्था अन्यायपूर्ण है, पुरानी पड़ चुकी है और सही से काम नहीं कर पा रही है. 

उनके अनुसार, टिकाऊ विकास लक्ष्यों को 2030 तक हासिल करने के लिए इसमें सुधार किया जाना होगा.

इस क्रम में, महासचिव ने 500 अरब डॉलर के स्फूर्ति पैकेज का उल्लेख किया, जिसके ज़रिए विकासशील देशों को वित्तीय समर्थन दिया जाए, ताकि वे 2030 एजेंडा को साकार कर सकें. 

जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई

यूएन महासचिव ने कहा कि 2023 जलवायु महत्वाकाँक्षा शिखर बैठक, देशों, व्यवसायों और नागरिक समाज के लिए, तेज़ी से हो रहे जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण पाने के इरादे से मज़बूत प्रयास आगे बढ़ाने का एक अवसर है.

उन्होंने कहा कि आम तौर पर देशों को ही शिखर बैठक के केन्द्र में रखा जाता है, लेकिन इस बार जलवायु कार्रवाई के अग्रिम मोर्चे पर कार्रवाई करने वालों, उसके लिए ठोस संकल्प जताने ालों को स्थान मिलेगा, ताकि वे कार्रवाई के लिए सर्वोत्तम तौर-तरीक़े साझा कर सकें. 

यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने आगाह किया कि “हम इस सदी के अन्त तक, वैश्विक तापमान में 2.6-2.8°C की वृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं.”

इसके मद्देनज़र, पूर्व-औद्योगिक काल के स्तर की तुलना में वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लक्ष्य तक लौटना होगा. 

“राजनैतिक इच्छाशक्ति के साथ यह अब भी सम्भव है – मगर बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है.”

यूक्रेन में शान्ति स्थापना के प्रयास

यूक्रेन में जारी युद्ध के मुद्दे पर, यूएन महासचिव ने कहा कि मुख्य उद्देश्य, वहाँ शान्ति सुनिश्चित करना है, जोकि न्यायोचित और यूएन चार्टर व अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप हो.

मगर, उन्होंने अनावश्यक आशावाद के प्रति सतर्कता बरतने को कहा और स्पष्ट किया कि फ़िलहाल मौजूदा परिस्थितियाँ, शान्ति के मुद्दे पर एक गम्भीर संवाद के पक्ष में नहीं हैं.

“मेरा सोचना है कि फ़िलहाल सभी पक्ष, इस क्षण, उस सम्भावना से काफ़ी दूर हैं. लेकिन हम यूक्रेन में शान्ति स्थापना सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को कभी भी नहीं रोकेंगे.”

सार्वजनिक स्वास्थ्य पर ध्यान

यूएन प्रमुख ने तीन अति-महत्वपूर्ण मंत्रिस्तरीय बैठकों का भी उल्लेख किया, जोकि अगले सप्ताह वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर होनी है: वैश्विक महामारी से निपटने की तैयारी, सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज, और तपेदिक (टीबी).

महासचिव गुटेरेश के अनुसार, सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज संयुक्त राष्ट्र का एक अहम उद्देश्य है, जिसके लिए ना केवल यूएन प्रणाली का कार्य करना ज़रूरी है, बल्कि, वित्तीय व्यवस्थाओं को आज की तुलना में कहीं अधिक न्यायसंगत बनाया जाना होगा. 

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उनके विचार में यह ज़रूरी है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए संसाधनों और उसकी शक्ति को बढ़ाया जाए.