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भूमध्य सागर में एक अन्य दुर्घटना के बाद, जीवन रक्षा की अपील

वर्ष 2014 से अब तक, इंग्लिश चैनल में 166 प्रवासियों की या तो मौत हो चुकी है या फिर वे लापता हैं.
IOM/Hussein Ben Mosa
वर्ष 2014 से अब तक, इंग्लिश चैनल में 166 प्रवासियों की या तो मौत हो चुकी है या फिर वे लापता हैं.

भूमध्य सागर में एक अन्य दुर्घटना के बाद, जीवन रक्षा की अपील

प्रवासी और शरणार्थी

संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने भूमध्य सागर में एक अन्य जानलेवा नौका दुर्घटना के बाद, गुरूवार को, योरोपीय संघ के देशों में पनाह और शरण लेने वाले प्रवासियों के लिए, सुरक्षित और नियमित मार्गों तक उनकी पहुँच बनाए जाने की अपील की है. इस दुर्घटना में अनेक लोगों की जानें जली गई हैं.

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM), यूएन शरणार्थी एजेंसी – UNHCR; और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – UNICEF ने, तलाश और बचाव प्रणालियों में समन्वय और तालमेल की भी पुकार लगाई है.

ये दुर्घटना गुरूवार 3 अगस्त और शुक्रवार 4 अगस्त की दरम्यानी रात को हुई और अभी तक केवल चार लोगों के जीवित बचने की ख़बर है. इन सभी को एक व्यवसायी जहाज़ के ज़रिए बचाया गया है.

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जीवित बचे लोगों को इटली के तट सुरक्षा बल ने लैम्पेडूसा में पहुँचाया, जहाँ उन्होंने बताया कि वो लगभग 45 लोगों के समूह में शामिल थे, जिनमें से 41 जन लापता हैं, और उनमें तीन बच्चे भी हैं.

यूएन एजेंसियाँ, इन लैम्पेडूसा में स्थिति हैं ताकि वहाँ पहुँचने वाले, अन्तरराष्ट्रीय संरक्षण के ज़रूरमन्द लोगों की हर तरह की मदद की जा सके.

बढ़ती मृतक संख्या

इस हाल के हादसे में मारे गए लोगों सहित, केन्द्रीय भूमध्यसागर में नौका दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या में ख़ासी बढ़ोत्तरी हुई है.

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, वर्ष 2023 के दौरान, केन्द्रीय भूमध्य सागर में अभी तक, 1,800 लोग या तो मृतक या लापता दर्ज किए गए हैं.

जीवन के लिए असम्मान

लोहे का बना हुआ ये जहाज़ ट्यूनीशिया से रवाना हुआ था, मगर उसकी यात्रा जानलेवा लहरों से बाधित हो गई. 

यूएन एजेंसियों का कहना है कि भूमध्यसागर में, ख़तरनाक मौसम परिस्थितियाँ, लोहे के जहाज़ों की यात्रा को और भी घातक बना देती हैं.

एजेंसिंयों का कहना है कि इस तरह की दुर्घटनाओं से, प्रवासियों व शरणार्थियों के जीवन के लिए, मानव तस्करों का, व्यापक असम्मान झलकता है. केवल कुछ दिन पहले ही, एक गर्भवती महिला और एक बच्चे की मौत, लैम्पेडूसा तट के निकट हो गई थी.

मूल कारणों पर ध्यान दें

यूएन शरणार्थी उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैंडी ने प्रवासियों व शरणार्थियों के आवागमन का बेहतर प्रबन्धन किए जाने का आहवान किया है.

उन्होंने इन समस्याओं के मूल कारणों पर तत्काल ध्यान दिए जाने, रास्ते में पड़ने वाले देशों में सहायता की उपलब्धता और यात्रा पर निकले लोगों के लिए बेहतर रास्ते बनाए जाने का आग्रह किया है.

उन्होंने कहा कि जब तक देश, समुद्र में संगठित, समन्वित बचाव अभियानों में और ज़्यादा संसाधन निवेश नहीं करेंगे, तब तक भूमध्यसागर में इस तरह के हादसे फिर रहेंगे.